तेहरान:
लाखों ईरानियों ने शुक्रवार को देश के राष्ट्रपति के चुनाव में मतदान किया। देश के दो बार राष्ट्रपति बन चुके अहमदीनेजाद के उत्तराधिकारी को चुनने के लिए मतदाताओं ने 60,000 से ज्यादा मतदान केंद्रों पर अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
सुबह में इस्लामिक गणराज्य के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खमैनी ने मतदाताओं से चुनाव में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने की अपील की थी।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, अपना वोट डालने के बाद खमैनी ने लोगों से व्यापक हिस्सेदारी की अपील करते हुए कहा था कि उनकी भागीदारी से देश का भविष्य तय होगा। उन्होंने यह भी कहा कि शत्रु ईरान के लोगों को हतोत्साहित करना चाहते हैं, ताकि वे मतदान केंद्रों तक न पहुंच सकें। लेकिन ईरान की जनता शत्रुओं को उनके मकसद में कामयाब नहीं होने देगी।
बीबीसी के मुताबिक ईरान के 11वें राष्ट्रपति चुनाव लड़ रहे सभी प्रत्याशियों को हालांकि संकीर्णतावादी माना जा रहा है, फिर भी इनमें से एक मौलाना हासन रोउहानी हाल के दिनों में सुधारवादी बनकर उभरे हैं।
अहमदीनेजाद का आठ वर्ष के कार्यकाल को आर्थिक अस्थिरता और विवादास्पद परमाणु कार्यक्रम को लेकर ईरान पर पश्चिम के प्रतिबंध के रूप में वर्गीकृत किया गया है।
ईरान की कुल 7.5 करोड़ आबादी में से 5.05 करोड़ मतदाता हैं। शाम 6 बजे तक मतदान का समय दिया गया था जिसे गृह मंत्री मोस्तफा मोहम्मद नजर ने बढ़ाने की संभावना व्यक्त की थी।
स्थानीय समय के मुताबिक मध्य रात्रि से मतपत्रों की गिनती का काम शुरू होगा और अगले 24 घंटों में परिणाम घोषित किए जाएंगे।
नजर ने कहा कि परिणाम पर आपत्ति की दशा में प्रत्याशी तीन दिनों के भीतर अपनी शिकायत गार्डियन काउंसिल में दर्ज करा सकेंगे।
ईरान में राष्ट्रपति का कार्यकाल 4 वर्षो का होता है और यह देश में सर्वोच्च नेता के बाद सबसे ऊंचा ओहदा है।
यदि मतदान में किसी उम्मीदवार को 50 प्रतिशत से अधिक वोट नहीं मिलता है तो 21 जून को निर्णायक मतदान होगा। सर्वेक्षणों से संकेत मिला है कि निर्णायक मतदान हो सकता है।
सुबह में इस्लामिक गणराज्य के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खमैनी ने मतदाताओं से चुनाव में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने की अपील की थी।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, अपना वोट डालने के बाद खमैनी ने लोगों से व्यापक हिस्सेदारी की अपील करते हुए कहा था कि उनकी भागीदारी से देश का भविष्य तय होगा। उन्होंने यह भी कहा कि शत्रु ईरान के लोगों को हतोत्साहित करना चाहते हैं, ताकि वे मतदान केंद्रों तक न पहुंच सकें। लेकिन ईरान की जनता शत्रुओं को उनके मकसद में कामयाब नहीं होने देगी।
बीबीसी के मुताबिक ईरान के 11वें राष्ट्रपति चुनाव लड़ रहे सभी प्रत्याशियों को हालांकि संकीर्णतावादी माना जा रहा है, फिर भी इनमें से एक मौलाना हासन रोउहानी हाल के दिनों में सुधारवादी बनकर उभरे हैं।
अहमदीनेजाद का आठ वर्ष के कार्यकाल को आर्थिक अस्थिरता और विवादास्पद परमाणु कार्यक्रम को लेकर ईरान पर पश्चिम के प्रतिबंध के रूप में वर्गीकृत किया गया है।
ईरान की कुल 7.5 करोड़ आबादी में से 5.05 करोड़ मतदाता हैं। शाम 6 बजे तक मतदान का समय दिया गया था जिसे गृह मंत्री मोस्तफा मोहम्मद नजर ने बढ़ाने की संभावना व्यक्त की थी।
स्थानीय समय के मुताबिक मध्य रात्रि से मतपत्रों की गिनती का काम शुरू होगा और अगले 24 घंटों में परिणाम घोषित किए जाएंगे।
नजर ने कहा कि परिणाम पर आपत्ति की दशा में प्रत्याशी तीन दिनों के भीतर अपनी शिकायत गार्डियन काउंसिल में दर्ज करा सकेंगे।
ईरान में राष्ट्रपति का कार्यकाल 4 वर्षो का होता है और यह देश में सर्वोच्च नेता के बाद सबसे ऊंचा ओहदा है।
यदि मतदान में किसी उम्मीदवार को 50 प्रतिशत से अधिक वोट नहीं मिलता है तो 21 जून को निर्णायक मतदान होगा। सर्वेक्षणों से संकेत मिला है कि निर्णायक मतदान हो सकता है।
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