गाजा के अल शिफा अस्पताल में इजरायल का अभियान तेज (फाइल फोटो)
इज़रायल ने कथित तौर पर हमास (Israel Gaza War) के हथियारों और उपकरणों की खोज के बाद गाजा के अल शिफा अस्पताल में अपना अभियान तेज कर दिया है. संयुक्त राष्ट्र और मिडल ईस्ट के देशों ने नवजात बच्चों समेत हजारों लोगों को शरण देने वाले अस्पताल पर इज़रायली अभियान की निंदा की.
इज़रायली सैनिकों ने बुधवार को गाजा के अल शिफ़ा अस्पताल पर धावा बोल दिया और दिन भर अपनी सर्च अभियान जारी रखा. एक वीडियो में, इज़रायली सेना ने अस्पताल परिसर से बरामद किए गए स्वचालित हथियार, हथगोले, गोला-बारूद और फ्लैक जैकेट दिखाए.
गाजा पट्टी में इजरायली सैन्य अभियानों के प्रमुख मेजर जनरल यारोन फिंकेलमैन ने सेना के टेलीग्राम चैनल पर कहा, "आज रात हमने शिफा अस्पताल में एक लक्षित अभियान चलाया. हम आगे बढ़ रहे हैं."
इज़रायल बार-बार हमास पर अस्पताल के नीचे एक सुरंग नेटवर्क में कमांड सेंटर बनाने का आरोप लगाता रहा है. अमेरिका ने भी इजरायल के इस दावे का समर्थन किया है. हालांकि हमास इस बात से इनकार करता रहा है. इज़रायली रक्षा बलों ने अपनी सर्चिंग के बाद अल शिफ़ा अस्पताल में किसी सुरंग एंट्रेंस गेट खोजने का कोई उल्लेख नहीं किया.
फिलिस्तीन के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि इजरायल ने गाजा के अल शिफा अस्पताल के चारों तरफ बुलडोजर तैनात कर दिया है.
संयुक्त राष्ट्र का अनुमान है कि अस्पताल के अंदर करीब 2,300 मरीज, कर्मचारी और विस्थापित नागरिक मौजूद हैं, जिनमें 36 नवजात भी शामिल हैं. अस्पताल में इनक्यूबेटरों को चालू रखने के लिए ईंधन ख़त्म हो जाने की वजह से पिछले हफ्ते तीन प्री मैच्योर बच्चों की मौत हो गई.
अल शिफा अस्पताल के डायरेक्टर ने कल कहा कि इजरायली सैनिकों के परिसर में घुसने की वजह से सभी विभागों का पानी, बिजली और ऑक्सीजन काट दिया गया.
अस्पताल पर इजरायली अभियान की खबर सामने आने के बाद से गाजा में नागरिकों पर इजरायली हमले को लेकर अंतरराष्ट्रीय चिंता बढ़ गई है. संयुक्त राष्ट्र के मानवतावादी प्रमुख मार्टिन ग्रिफ़िथ्स ने एक्स पर कहा, "नवजात बच्चों, रोगियों, चिकित्सा कर्मचारियों और सभी नागरिकों की सुरक्षा को अन्य सभी चिंताओं से ऊपर उठना चाहिए. अस्पताल युद्ध के मैदान नहीं हैं."
कतर ने इजरायली सैनिकों द्वारा अस्पतालों को निशाना बनाने के बीच संयुक्त राष्ट्र को शामिल करते हुए "तत्काल अंतरराष्ट्रीय जांच" की मांग की है.
7 अक्टूबर को दक्षिणी इज़रायल में हमास आतंकियों द्वारा किए गए हमलों के बाद पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास के खिलाफ आक्रामक अभियान चलाया. इज़रायल का कहना है कि उसके 75 साल पुराने इतिहास के सबसे घातक दिन में 1,200 लोग मारे गए और करीब 240 लोगों को बंधक बना लिया गया.
इसके बाद से इजराइल ने गाजा की 23 लाख की आबादी को घेरे में ले लिया है और हवाई बमबारी की है. संयुक्त राष्ट्र द्वारा विश्वसनीय माने जाने वाले गाजा स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि लगभग 11,500 फिलिस्तीनियों के मारे जाने की पुष्टि हो चुकी है, जिनमें से लगभग 40% बच्चे हैं, और अधिक लोग मलबे के नीचे दबे हुए हैं.