मलेशिया में एक मुस्लिम धर्मोपदेशक ने कहा है कि साइबर चैटिंग (इंटरनेट के जरिए बातचीत) इस्लाम के खिलाफ है।
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कुआलालम्पुर:
मलेशिया में एक मुस्लिम धर्मोपदेशक ने कहा है कि साइबर चैटिंग (इंटरनेट के जरिए बातचीत) इस्लाम के खिलाफ है। धर्मोपदेशक व प्रेरक वक्ता मोहम्मद जवावी युसोह ने समाचार पत्र 'हेरिएन मेट्रो' से कहा कि जो लोग साइबर चैटिंग करते हैं उनके प्रलोभन के चक्कर में आने का जोखिम रहता है। यह 'खलवत' (बेहद समीपता) के समान है, जो इस्लामी न्याय प्रणाली के मुताबिक एक अपराध है। इस्लामिक कानून के मुताबिक 'खलवत' और अन्य अपराधों को धार्मिक मामलों के विभाग के निगरानी सदस्यों की मदद से बड़ी आबादी पर लगाया जा सकता है। ये निगरानी सदस्य खुद या अपराध करने वालों के पारिवारिक सदस्यों की निशानदेही पर छापे डाल सकते हैं।
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