
- भारत ने UNHRC में पाकिस्तान द्वारा अपने ही लोगों पर खैबर पख्तूनख्वा में बमबारी की कड़ी आलोचना की
- भारतीय राजनयिक ने पाक अर्थव्यवस्था को लाइफ सपोर्ट पर बताया, मानवाधिकार उल्लंघनों पर ध्यान केंद्रित करने को कहा
- भारत ने पाकिस्तान पर आतंकवाद निर्यात करने, आतंकवादियों को शरण देने और अवैध कब्जे को समाप्त करने का आरोप लगाया
अपने ही देश के मासूम लोगों पर हवाई हमला करने वाले आतंक परस्त पड़ोसी देश को भारत ने संयुक्त राष्ट्र में निशाने पर लिया है. हां आपने सही समझा, बात पाकिस्तान की ही हो रही है. भारत ने मंगलवार, 23 सितंबर को संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) में खैबर पख्तूनख्वा में "अपने ही लोगों पर बमबारी" करने के लिए पाकिस्तान की आलोचना की. साथ ही कहा कि पाकिस्तान नई दिल्ली के खिलाफ "निराधार और उत्तेजक" आरोप लगाने के लिए अंतरराष्ट्रीय मंच का दुरुपयोग करता है.
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के 60वें सत्र में बोलते हुए, भारतीय राजनयिक क्षितिज त्यागी ने कहा कि इस्लामाबाद को अपनी अर्थव्यवस्था को बचाने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए जो "लाइफ सपोर्ट पर" है और उसका "उत्पीड़न से दागदार मानवाधिकार रिकॉर्ड" है.
UNHRC सेशन के एजेंडा आइटम 4 के दौरान बोलते हुए उन्होंने कहा, "हमारे क्षेत्र का लालच करने के बजाय, उन्हें अपने अवैध कब्जे वाले भारतीय क्षेत्र को खाली करना होगा और लाइफ सपोर्ट पर चलने वाली अर्थव्यवस्था, सेना के दबदबे से घिरी राजनीति और उत्पीड़न से दागदार मानवाधिकार रिकॉर्ड को बचाने पर ध्यान केंद्रित करना होगा. लेकिन पहले उन्हें आतंकवाद के निर्यात, संयुक्त राष्ट्र-निषिद्ध आतंकवादियों को शरण देने और अपने ही लोगों पर बमबारी करने से समय निकालना पड़ेगा."
भारत की यह फटकार पाकिस्तानी वायु सेना द्वारा अपने खैबर पख्तूनख्वा प्रांत की तिराह घाटी के मात्रे दारा गांव में अपने ही लोगों पर बमबारी के कुछ दिन बाद आई है. इस हमले में महिलाओं और बच्चों सहित कम से कम 30 आम नागरिक मारे गए हैं.
पाकिस्तानी वायु सेना ने रात करीब 2 बजे एक गांव पर चीन से मिले 8 एलएस-6 बम - लेजर-निर्देशित सटीक हथियार गिराए. इसके लिए उसने चीन में ही बने जे-17 लड़ाकू जेट का इस्तेमाल किया. हमला रात में किया गया जब लोग सो रहे थे.
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