पाकिस्तान के एक राजनयिक ने कहा कि जब तक दोनों देशों के बीच बातचीत की प्रक्रिया शुरू नहीं होती पाकिस्तान, भारत को सर्वाधिक तरजीही राष्ट्र (एमएफएन) का दर्जा नहीं दे सकता।
पाकिस्तान उच्चायोग में व्यापार मामलों के मंत्री नईम अनवर ने उद्योग मंडल पीएचडी चैंबर के एक सम्मेलन में कहा, ‘एमएफएन को लेकर हमारे कृषक, औषधि विनिर्माता तथा वाहन उद्योग चिंता जता रहे हैं। उनका कहना है कि उनके लिये भारत के साथ प्रतिस्पर्धा करना मुश्किल होगा क्योंकि वहां इन क्षेत्रों में भारी सब्सिडी दी जाती है।’
अनवर ने कहा, ‘हालांकि हमने संबंधित पक्षों के साथ विचार-विमर्श की प्रक्रिया पूरी कर ली है, हम भारतीय पक्ष के साथ चिंताओं को साझा नहीं कर सके हैं क्योंकि बातचीत की प्रक्रिया अटक गई है। जब तक बातचीत की प्रक्रिया शुरू नहीं होती, हम भारत के साथ एमएफएन के मामले में आगे नहीं बढ़ सकते।’
पाकिस्तान को 31 दिसंबर 2012 तक नकारात्मक सूची व्यवस्था को समाप्त करना था तथा भारत को एमएफएन का दर्जा देना था लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष सुमन ज्योति खेतान ने कहा, ‘हम पाकिस्तान से एमएफएन का दर्जा हासिल करने का प्रयास जारी रखेंगे... विस्तृत सीमा शुल्क प्रक्रियाएं, कठिन वीजा व्यवस्था तथा विदेशी निवेश पर प्रतिबंध दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग के रास्ते में बाधा है।’
भारत ने 1996 में पाकिस्तान को एमएफएन का दर्जा दे दिया था।
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