मसूद अजहर का फाइल फोटो...
बीजिंग:
चीन ने शुक्रवार को कहा कि पठानकोट आतंकवादी हमले के मास्टरमाइंड, जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर को प्रतिबंधित करने के नई दिल्ली के कदम को बाधित करने के बीजिंग के निर्णय पर वह भारत से संपर्क में है।
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता होंग ली ने यहां एक एक प्रश्न के जवाब में कहा कि चीन सभी तरह के आतंकवाद का विरोध करता है और आतंकवाद से लड़ाई के मुद्दे पर सभी पक्षों के साथ व्यावहारिक सहयोग मजबूत करने के लिए तैयार है। होंग ने कहा कि चीन संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की समिति की प्रतिबंधित सूची में शामिल करने के मामले के साथ संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों और प्रासंगिक प्रक्रियागत नियमों के अनुसार तथ्यों के आधार पर निपटता है। उन्होंने कहा, चीन इस मामले पर भारत सहित सभी प्रासंगिक पक्षों के बराबर संपर्क में है।
भारत ने मसूद पर प्रतिबंध लगाने के कदम को बाधित करने के मुद्दे को चीन के साथ उच्चस्तर पर उठाया है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज अपने चीनी समकक्ष वांग यी के साथ मॉस्को में इस महीने होने वाली मुलाकात के दौरान इस मुद्दे पर बात कर सकती हैं। मॉस्को में इसी महीने रूस, भारत और चीन की त्रिपक्षीय बैठक होने वाली है।
नई दिल्ली ने संयुक्त राष्ट्र द्वारा मसूद को प्रतिबंधित करने के अपने कदम को बाधित करने को लेकर चीन से नाराजगी जाहिर की है। चीन ने दूसरी बार इस तरह के किसी कदम को बाधित किया है।
भारत ने मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की 1,267 लोगों की सूची में शामिल कराने के लिए फरवरी में संयुक्त राष्ट्र से संपर्क किया था। भारत ने यह कदम दो जनवरी को पठानकोट वायुसेना अड्डे पर पाकिस्तान स्थित जैश के आतंकवादियों द्वारा किए गए हमले के बाद उठाया था। लेकिन चीन ने संयुक्त राष्ट्र प्रतिबंध समिति से अनुरोध किया कि अजहर को प्रतिबंधित करने के कदम पर आगे न बढ़ा जाए। बीजिंग का मानना है कि अजहर एक आतंकवादी के रूप में प्रतिबंधित किए जाने के निर्धारित संयुक्त राष्ट्र के मानदंडों को पूरा नहीं करता।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता होंग ली ने यहां एक एक प्रश्न के जवाब में कहा कि चीन सभी तरह के आतंकवाद का विरोध करता है और आतंकवाद से लड़ाई के मुद्दे पर सभी पक्षों के साथ व्यावहारिक सहयोग मजबूत करने के लिए तैयार है। होंग ने कहा कि चीन संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की समिति की प्रतिबंधित सूची में शामिल करने के मामले के साथ संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों और प्रासंगिक प्रक्रियागत नियमों के अनुसार तथ्यों के आधार पर निपटता है। उन्होंने कहा, चीन इस मामले पर भारत सहित सभी प्रासंगिक पक्षों के बराबर संपर्क में है।
भारत ने मसूद पर प्रतिबंध लगाने के कदम को बाधित करने के मुद्दे को चीन के साथ उच्चस्तर पर उठाया है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज अपने चीनी समकक्ष वांग यी के साथ मॉस्को में इस महीने होने वाली मुलाकात के दौरान इस मुद्दे पर बात कर सकती हैं। मॉस्को में इसी महीने रूस, भारत और चीन की त्रिपक्षीय बैठक होने वाली है।
नई दिल्ली ने संयुक्त राष्ट्र द्वारा मसूद को प्रतिबंधित करने के अपने कदम को बाधित करने को लेकर चीन से नाराजगी जाहिर की है। चीन ने दूसरी बार इस तरह के किसी कदम को बाधित किया है।
भारत ने मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की 1,267 लोगों की सूची में शामिल कराने के लिए फरवरी में संयुक्त राष्ट्र से संपर्क किया था। भारत ने यह कदम दो जनवरी को पठानकोट वायुसेना अड्डे पर पाकिस्तान स्थित जैश के आतंकवादियों द्वारा किए गए हमले के बाद उठाया था। लेकिन चीन ने संयुक्त राष्ट्र प्रतिबंध समिति से अनुरोध किया कि अजहर को प्रतिबंधित करने के कदम पर आगे न बढ़ा जाए। बीजिंग का मानना है कि अजहर एक आतंकवादी के रूप में प्रतिबंधित किए जाने के निर्धारित संयुक्त राष्ट्र के मानदंडों को पूरा नहीं करता।
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