हाफिज सईद (फाइल फोटो)
लाहौर:
जमात-उद-दवा (जेयूडी) के प्रमुख हाफिज मोहम्मद सईद ने सोमवार को केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह के इस दावे का खंडन किया कि उसने संसद पर हमले के मुजरिम अफजल गुरु की याद में जेएनयू में कार्यक्रम का समर्थन किया था।
फर्जी ट्वीट को भारत ने मुद्दा बना दिया
सईद ने यू-ट्यूब पर एक वीडियो संदेश में कहा, ‘भारत के गृहमंत्री ने आरोप लगाया है कि जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में कश्मीरी विद्यार्थियों का जो प्रदर्शन हुआ और वहां विद्यार्थियों ने पाकिस्तान के पक्ष में नारे लगाए, उन सभी के पीछे मैं ही हूं। उसने इस संबंध में मेरे ट्वीट की भी बात की। यह जानकर मुझ बड़ा विचित्र लगा कि भारतीय गृहमंत्री ने मेरे नाम के ट्वीट का संदर्भ दिया है। ’ उसने कहा, ‘न तो मैं छात्र प्रदर्शन के पीछे हूं और न ही उन्हें भड़काने के लिए कोई ट्वीट किया। यह फर्जी ट्वीट है। भारत ने इसे मुद्दा बना दिया है जैसे कि इस विरोध अभियान के पीछे मैं ही हूं।’ लश्कर ए तैयबा के संस्थापक ने कहा कि वह जानना चाहता है कि भारत कश्मीर आजादी आंदोलन को किस रूप में देख रहा है।
मुंबई हमले में फंसाने का आरोप
उसने कहा, ‘भारतीय मंत्री मुझ पर आरोप लगाकर अपने लोगों और दुनिया को गुमराह कर रहे हैं कि इस विरोध अभियान के पीछे मैं ही हूं। ’ उसने प्रलाप किया, ‘कश्मीर की आजादी के जंग को मजाक मत बनाइए। ’ उसने राग अलापा, ‘मैं एक बार फिर कहता हूं कि मैंने कश्मीरी विद्यार्थियों को नहीं उकसाया। क्या आपको नहीं पता कि कैसे अफजल गुरू को फांसी पर लटकाया गया। कैसे कश्मीरी अपने ही होमलैंड में नृशंस रूप से मारे जा रहे हैं? ’ उसने रोना रोया कि भारत ने उसे 2008 के मुम्बई हमले में बेबुनियाद तरीके से फंसा दिया है।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
फर्जी ट्वीट को भारत ने मुद्दा बना दिया
सईद ने यू-ट्यूब पर एक वीडियो संदेश में कहा, ‘भारत के गृहमंत्री ने आरोप लगाया है कि जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में कश्मीरी विद्यार्थियों का जो प्रदर्शन हुआ और वहां विद्यार्थियों ने पाकिस्तान के पक्ष में नारे लगाए, उन सभी के पीछे मैं ही हूं। उसने इस संबंध में मेरे ट्वीट की भी बात की। यह जानकर मुझ बड़ा विचित्र लगा कि भारतीय गृहमंत्री ने मेरे नाम के ट्वीट का संदर्भ दिया है। ’ उसने कहा, ‘न तो मैं छात्र प्रदर्शन के पीछे हूं और न ही उन्हें भड़काने के लिए कोई ट्वीट किया। यह फर्जी ट्वीट है। भारत ने इसे मुद्दा बना दिया है जैसे कि इस विरोध अभियान के पीछे मैं ही हूं।’ लश्कर ए तैयबा के संस्थापक ने कहा कि वह जानना चाहता है कि भारत कश्मीर आजादी आंदोलन को किस रूप में देख रहा है।
मुंबई हमले में फंसाने का आरोप
उसने कहा, ‘भारतीय मंत्री मुझ पर आरोप लगाकर अपने लोगों और दुनिया को गुमराह कर रहे हैं कि इस विरोध अभियान के पीछे मैं ही हूं। ’ उसने प्रलाप किया, ‘कश्मीर की आजादी के जंग को मजाक मत बनाइए। ’ उसने राग अलापा, ‘मैं एक बार फिर कहता हूं कि मैंने कश्मीरी विद्यार्थियों को नहीं उकसाया। क्या आपको नहीं पता कि कैसे अफजल गुरू को फांसी पर लटकाया गया। कैसे कश्मीरी अपने ही होमलैंड में नृशंस रूप से मारे जा रहे हैं? ’ उसने रोना रोया कि भारत ने उसे 2008 के मुम्बई हमले में बेबुनियाद तरीके से फंसा दिया है।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
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