स्वीडिश पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग ने कहा कि इस बात की बेहद संभावना है कि उन्हें कोरोना वायरस हुआ है. पर्यावरण परिवर्तन के खिलाफ अपनी मुहीम के लिए प्रसिद्ध हुए ग्रेटा ने इंस्टाग्राम पर लिखी एक पोस्ट में कहा कि पहले यूरोप की यात्रा से वापस आने के बाद वह और उनके पिता ने खुद को अलग कर लिया है. ग्रेटा ने आगे लिखा कि वे दोनों बीमार महसूस कर रहे हैं और उन्हें कंपकंपी के साथ-साथ गले में खराश भी हो रही है. इसके साथ ही थकान महसूस होने की शिकायत भी हुई है.
ऐसे में ग्रेटा ने ख़ुद को दो हफ़्ते के लिए अलग-थलग कर लिया है. ग्रेटा ने कहा, 'कोरोना वायरस को लेकर मेरी कोई जांच नहीं हुई है, लेकिन जिस तरह के लक्षण हैं, उनसे तो यही लग रहा है कि मैं भी इसकी चपेट में आ गई हूं.'
ग्रेटा थनबर्ग ने कहा, "जलवायु संकट को अनदेखा कर वैश्विक नेता बच्चों को आगे आने के लिए मजबूर कर रहे"
अपनी पोस्ट में थनबर्ग ने युवाओं से इस वायरस को गंभीरता से लेने को कहा है. उन्होंने कहा कि भले वे वायरस के हल्के लक्षणों का सामना कर रहे हो, तो भी उन्हें इसे गंभीरता से लेना चाहिए. बता दें, 17 वर्षीय ग्रेटा थनबर्ग जलवायु को लेकर अपनी मुहीम के लिए चर्चा में है. उसके लिए उन्होंने पिछले साल संयुक्त राष्ट्र संघ में वैश्विक नेताओं को भी इसके लिए तलाड़ लगाई थी.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं