डोनाल्ड ट्रंप की फाइल फोटो
नई दिल्ली:
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उत्तर कोरिया के खिलाफ राष्ट्रीय आपात (नेशनल इमरजेंसी) की अवधि एक और साल के लिए बढ़ा दी है. उन्होंने कहा कि उत्तर कोरिया अब भी अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा , विदेश नीति और अर्थव्यवस्था के लिए असामान्य और असाधारण खतरा पेश करता है. ट्रंप की यह टिप्पणी तब आई है जब एक पखवाड़े से भी कम समय पहले उन्होंने सिंगापुर में किम जोंग उन के साथ ऐतिहासिक शिखर वार्ता की जिसमें उत्तर कोरियाई नेता परमाणु निरस्त्रीरकण के लिए राजी हुए. अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि जब तक परमाणु निरस्त्रीकरण पूरा नहीं होता तब तक वह अधिकतम दबाव बनाने का अभियान जारी रखेंगे और उत्तर कोरिया के खिलाफ कोई भी प्रतिबंध नहीं हटाएंगे.
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गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सीमा पर प्रवासी परिवारों को अलग करने पर रोक लगाने वाले एक आदेश पर हस्ताक्षर कर दिए हैं. खास बात यह है कि प्रवासी परिवारों को अलग करने के विवादित फैसले की दुनियाभर में आलोचना की गई थी. ट्रंप ने हस्ताक्षर के बाद कहा कि यह आदेश परिवारों को एक साथ रखने के बारे में है. मुझे परिवारों के बिछड़ने का दृश्य अच्छा नहीं लगता.
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गौरतलब है कि गैरकानूनी प्रवास को रोकने के मद्देनजर की गई कार्रवाई की वजह से अमेरिका में करीब दो बजार बच्चे अपने अभिभावक से बिछड़ गए थे.इन बच्चों को एक जगह रखा गया है जहां से बच्चों के रोने और अपनों याद करने की तस्वीरे इंटरनेट पर वायरल हो रही थी. बच्चों की इस स्थिति का पूरे विश्व ने विरोध किया था. इसी दौरान अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर विपक्ष ने भी दबाव बनाना शुरू किया था.
VIDEO: ट्रंप और उन की मुलाकात.
विपक्ष द्वारा इस मसले को हल करने की बात करने बाद राष्ट्रपति ने इस पूरे मामले को अपने स्तर से हर करने का भरोसा दिया था. बुधवार को अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा था कि हम किसी भी परिवार को अलग करना नहीं चाहते और न ही मुझे यह अच्छा लगता है. (इनपुट भाषा से)
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गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सीमा पर प्रवासी परिवारों को अलग करने पर रोक लगाने वाले एक आदेश पर हस्ताक्षर कर दिए हैं. खास बात यह है कि प्रवासी परिवारों को अलग करने के विवादित फैसले की दुनियाभर में आलोचना की गई थी. ट्रंप ने हस्ताक्षर के बाद कहा कि यह आदेश परिवारों को एक साथ रखने के बारे में है. मुझे परिवारों के बिछड़ने का दृश्य अच्छा नहीं लगता.
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गौरतलब है कि गैरकानूनी प्रवास को रोकने के मद्देनजर की गई कार्रवाई की वजह से अमेरिका में करीब दो बजार बच्चे अपने अभिभावक से बिछड़ गए थे.इन बच्चों को एक जगह रखा गया है जहां से बच्चों के रोने और अपनों याद करने की तस्वीरे इंटरनेट पर वायरल हो रही थी. बच्चों की इस स्थिति का पूरे विश्व ने विरोध किया था. इसी दौरान अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर विपक्ष ने भी दबाव बनाना शुरू किया था.
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विपक्ष द्वारा इस मसले को हल करने की बात करने बाद राष्ट्रपति ने इस पूरे मामले को अपने स्तर से हर करने का भरोसा दिया था. बुधवार को अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा था कि हम किसी भी परिवार को अलग करना नहीं चाहते और न ही मुझे यह अच्छा लगता है. (इनपुट भाषा से)
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