ब्रिटिश पीएम डेविड कैमरन का फाइल फोटो
लंदन:
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने विपक्षी लेबर पार्टी के संकटों का सामना कर रहे नेता जेरेमी कोर्बीन से राष्ट्र हित में इस्तीफा देने की अपील करते हुए कहा कि 'भगवान के लिए चले भी जाइए।' ईयू जनमत संग्रह में कोर्बीन की भूमिका की आलोचना करते हुए कैमरन ने संसद में कहा, 'यह मेरी पार्टी के हित में रहता कि वह यहां बैठते, यह राष्ट्र हित में नहीं है और मैं कहूंगा कि भगवान की खातिर चले जाइए।'
सांसदों के एक अवश्विास प्रस्ताव मतदान के बाद कोर्बीन के लेबर नेतृत्व को चुनौती मिलने की उम्मीद है और इस पद के लिए दो संभावित उम्मीदवारों में पार्टी के उप नेता टॉम वाटसन तथा पूर्व शैडो कारोबार मंत्री ऐंजेला ईगल शामिल हैं।
लेबर सांसदों ने अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में 172 वोट डाले जबकि कोर्बीन के पक्ष में 40 वोट पड़े। उनके दर्जनों साथी हाल के दिनों में इस्तीफा दे चुके हैं।
हालांकि, अपनी शैडो कैबिनेट के कई सहकर्मियों के इस्तीफा देने और अविश्वास प्रस्ताव के बावजूद लेबर नेता ने इस्तीफा देने से इनकार करते हुए कहा है कि इस्तीफा देना उन सभी सदस्यों से विश्वासघात होगा जो उनका समर्थन कर रहे हैं।
कोर्बीन के पूर्वाधिकारी एड मिलिबैंड और पूर्व उप नेता हैरियट हर्मन ने भी उनसे इस्तीफा देने की अपील की है।
इस्तीफा दे चुकी भारतीय मूल की शैडो मंत्री सीमा मल्होत्रा ने कहा कि लेबर पार्टी किसी व्यक्ति से कहीं अधिक बड़ी है। उन्होंने कहा, 'मेरा मानना है कि हमें लेबर पार्टी में विश्वास बहाली के लिए एक नये नेता के तहत आगे बढ़ने की जरूरत है।' वहीं कोर्बीन ने कहा, 'मुझे 60 फीसदी लेबर सदस्यों और समर्थकों ने एक नई तरह की राजनीति के लिए पार्टी का लोकतांत्रिक रूप से नेता चुना था और मैं इस्तीफा देकर उनके साथ विश्वासघात नहीं करूंगा।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
सांसदों के एक अवश्विास प्रस्ताव मतदान के बाद कोर्बीन के लेबर नेतृत्व को चुनौती मिलने की उम्मीद है और इस पद के लिए दो संभावित उम्मीदवारों में पार्टी के उप नेता टॉम वाटसन तथा पूर्व शैडो कारोबार मंत्री ऐंजेला ईगल शामिल हैं।
लेबर सांसदों ने अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में 172 वोट डाले जबकि कोर्बीन के पक्ष में 40 वोट पड़े। उनके दर्जनों साथी हाल के दिनों में इस्तीफा दे चुके हैं।
हालांकि, अपनी शैडो कैबिनेट के कई सहकर्मियों के इस्तीफा देने और अविश्वास प्रस्ताव के बावजूद लेबर नेता ने इस्तीफा देने से इनकार करते हुए कहा है कि इस्तीफा देना उन सभी सदस्यों से विश्वासघात होगा जो उनका समर्थन कर रहे हैं।
कोर्बीन के पूर्वाधिकारी एड मिलिबैंड और पूर्व उप नेता हैरियट हर्मन ने भी उनसे इस्तीफा देने की अपील की है।
इस्तीफा दे चुकी भारतीय मूल की शैडो मंत्री सीमा मल्होत्रा ने कहा कि लेबर पार्टी किसी व्यक्ति से कहीं अधिक बड़ी है। उन्होंने कहा, 'मेरा मानना है कि हमें लेबर पार्टी में विश्वास बहाली के लिए एक नये नेता के तहत आगे बढ़ने की जरूरत है।' वहीं कोर्बीन ने कहा, 'मुझे 60 फीसदी लेबर सदस्यों और समर्थकों ने एक नई तरह की राजनीति के लिए पार्टी का लोकतांत्रिक रूप से नेता चुना था और मैं इस्तीफा देकर उनके साथ विश्वासघात नहीं करूंगा।
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