वाशिंगटन:
एक चीनी लड़ाकू जेट ने पूर्वी चीन सागर के अंतरराष्ट्रीय हवाई क्षेत्र के ऊपर अमेरिकी जासूसी विमान असुरक्षित तरीके से रोकने की कोशिश की। मंगलवार को अमेरिका के दो रक्षा अधिकारियों ने ये जानकारी दी। ये अवरोध चीन के जे 10 लड़ाकू जेट विमान और अमेरिकी वायुसेना के आरसी 135 टोही विमान के बीच हुआ था। अधिकारियों ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि हमारे जहाज के क्रू ने इसे असुरक्षित अवरोध माना क्योंकि चीनी जेट बहुत ही तेज गति से आ रहा था।
मई में भी हुई थी ऐसी एक घटना
मई में पेंटागन ने कहा था कि दक्षिण चीन सागर में अमेरिकी ईपी 3 विमान के महज 50 फीट दूर से ही चीन के दो लड़ाकू विमान गुजरे थे। पेंटागन ने दावा किया था कि मई की घटना पिछले साल दोनों देशों के बीच हुए समझौते का उल्लंघन था। इसी सप्ताह के शुरु में अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी ने कहा था कि अमेरिका दक्षिण चीन सागर के ऊपर रक्षा क्षेत्र में किसी भी चीनी गतिविधि को 'उकसाने वाला और अस्थिरता पैदा करने वाला' मानेगा।
अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में भी चल रहा है चीन के खिलाफ दक्षिण चीन सागर का एक मामला
फिलीपींस ने चीन के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में दक्षिण चीन सागर पर चीन के दावे के मामला दाखिल किया है।अमेरिकी अधिकारियों ने चिंता जताई की इसके आनेवाले फैसले के बाद , 2013 की तरह चीन 'एअर डिफेंस आईडेंटिफिकेशन जोन (एडीआईजेड)' घोषित न कर दे। चीन ने दक्षिण चीन सागर के अधिकांश भाग पर अपना दावा कर रहा है जहां से हर साल 50 अरब व्यापारी जहाज गुजरते हैं। फिलीपींस, वियतनाम, मलेशिया, ताईवान और ब्रुनेई के भी दक्षिण चीन सागर के इलाकों पर अपने अपने दावे हैं।
चल रहा है चीन अमेरिका के बीच आरोप प्रयत्यारोप का दौर
अमेरिका ने चीन पर आरोप लगाया है कि चीन दक्षिण चीन सागर में कृत्रिम द्वीप बना कर उसका सैन्यकरण कर रहा है। चीन ने जवाब में आरोप लगाया है कि अमेरिका एशिया में अपने नौसैनिक सैन्य ठिकाने और गतिविधियां बढ़ा रहा है। पिछले हफ्ते सिंगापुर सम्मेलन में अमेरिकी रक्षा सचिव ऐश कार्टर ने कहा था कि एशिया प्रशांत में अमेरिकी नीति 'प्रतिबद्धता, मजबूती और शामिल' होने की है लेकिन साथ ही चीन को उसके दक्षिण चीन सागर में उकसावे के व्हवहार को लेकर चेतावनी भी दी थी।
मई में भी हुई थी ऐसी एक घटना
मई में पेंटागन ने कहा था कि दक्षिण चीन सागर में अमेरिकी ईपी 3 विमान के महज 50 फीट दूर से ही चीन के दो लड़ाकू विमान गुजरे थे। पेंटागन ने दावा किया था कि मई की घटना पिछले साल दोनों देशों के बीच हुए समझौते का उल्लंघन था। इसी सप्ताह के शुरु में अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी ने कहा था कि अमेरिका दक्षिण चीन सागर के ऊपर रक्षा क्षेत्र में किसी भी चीनी गतिविधि को 'उकसाने वाला और अस्थिरता पैदा करने वाला' मानेगा।
अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में भी चल रहा है चीन के खिलाफ दक्षिण चीन सागर का एक मामला
फिलीपींस ने चीन के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में दक्षिण चीन सागर पर चीन के दावे के मामला दाखिल किया है।अमेरिकी अधिकारियों ने चिंता जताई की इसके आनेवाले फैसले के बाद , 2013 की तरह चीन 'एअर डिफेंस आईडेंटिफिकेशन जोन (एडीआईजेड)' घोषित न कर दे। चीन ने दक्षिण चीन सागर के अधिकांश भाग पर अपना दावा कर रहा है जहां से हर साल 50 अरब व्यापारी जहाज गुजरते हैं। फिलीपींस, वियतनाम, मलेशिया, ताईवान और ब्रुनेई के भी दक्षिण चीन सागर के इलाकों पर अपने अपने दावे हैं।
चल रहा है चीन अमेरिका के बीच आरोप प्रयत्यारोप का दौर
अमेरिका ने चीन पर आरोप लगाया है कि चीन दक्षिण चीन सागर में कृत्रिम द्वीप बना कर उसका सैन्यकरण कर रहा है। चीन ने जवाब में आरोप लगाया है कि अमेरिका एशिया में अपने नौसैनिक सैन्य ठिकाने और गतिविधियां बढ़ा रहा है। पिछले हफ्ते सिंगापुर सम्मेलन में अमेरिकी रक्षा सचिव ऐश कार्टर ने कहा था कि एशिया प्रशांत में अमेरिकी नीति 'प्रतिबद्धता, मजबूती और शामिल' होने की है लेकिन साथ ही चीन को उसके दक्षिण चीन सागर में उकसावे के व्हवहार को लेकर चेतावनी भी दी थी।
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