
दक्षिण चीन सागर (फाइल फोटो)
वाशिंगटन:
अमेरिका के अधिकारियों ने कहा है कि दक्षिण चीन सागर में जिस विवादित द्वीप पर चीन ने सतह से हवा में मार कर सकने वाली मिसाइलें भेजी थीं, उसी पर उसने (चीन ने) लड़ाकू विमानों को भी तैनात कर दिया है। दो अज्ञात अमेरिकी अधिकारियों का हवाला देते हुए फॉक्स न्यूज ने कहा कि अमेरिकी खुफिया सेवाओं ने पिछले कुछ दिनों में विवादित पारसेल द्वीपों के वूडी द्वीप पर चीनी शेनयांग जे-11 और शियान जेएच-7 युद्धक विमानों को देखा है।
वूडी द्वीप पर ताइवान और वियतनाम भी जताते रहे हैं दावा
अमेरिकी प्रशांत कमांड के प्रवक्ता और नौसेना के कप्तान डैरिन जेम्स ने रिपोर्ट की पुष्टि की, लेकिन साथ ही यह भी कहा कि चीनी लड़ाकू विमान इससे पहले द्वीप का इस्तेमाल कर चुके हैं। वूडी द्वीप पर ताइवान और वियतनाम भी अपना दावा पेश करते हैं। इस द्वीप पर 1990 के दशक से एक सक्रिय एयरफील्ड था लेकिन पिछले साल इसका स्तर बढ़ाकर इसे जे-11 तैनात करने के लायक बना दिया गया था।
हवा में मार करने वाली मिसाइलें द्वीप पर तैनात की गईं
जेम्स ने कहा, ''हम अब भी इस बात को लेकर चिंतित हैं कि चीनी अधिकारी इस विवादित क्षेत्र में आधुनिक सशस्त्र प्रणालियां तैनात करना जारी रखे हुए हैं।'' इस कदम की जानकारी ऐसे समय पर दी गई, जब हाल ही में अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन कैरी ने अपने चीनी समकक्ष विदेश मंत्री वांग यी की वाशिंगटन में मेजबानी की है। पिछले सप्ताह, चीन ने पुष्टि की थी कि उसने वूडी द्वीप पर 'हथियार' तैनात किए हैं। उसने इसे अपना संप्रभु अधिकार बताते हुए सही ठहराया था। एक अमेरिकी अधिकारी ने बताया कि बीजिंग ने सतह से हवा में मारने वाली मिसाइलों को द्वीप पर तैनात किया। ऐसा लगता है कि वह एचक्यू-9एस है, जिसकी मारक क्षमता 200 किलोमीटर तक की है।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
वूडी द्वीप पर ताइवान और वियतनाम भी जताते रहे हैं दावा
अमेरिकी प्रशांत कमांड के प्रवक्ता और नौसेना के कप्तान डैरिन जेम्स ने रिपोर्ट की पुष्टि की, लेकिन साथ ही यह भी कहा कि चीनी लड़ाकू विमान इससे पहले द्वीप का इस्तेमाल कर चुके हैं। वूडी द्वीप पर ताइवान और वियतनाम भी अपना दावा पेश करते हैं। इस द्वीप पर 1990 के दशक से एक सक्रिय एयरफील्ड था लेकिन पिछले साल इसका स्तर बढ़ाकर इसे जे-11 तैनात करने के लायक बना दिया गया था।
हवा में मार करने वाली मिसाइलें द्वीप पर तैनात की गईं
जेम्स ने कहा, ''हम अब भी इस बात को लेकर चिंतित हैं कि चीनी अधिकारी इस विवादित क्षेत्र में आधुनिक सशस्त्र प्रणालियां तैनात करना जारी रखे हुए हैं।'' इस कदम की जानकारी ऐसे समय पर दी गई, जब हाल ही में अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन कैरी ने अपने चीनी समकक्ष विदेश मंत्री वांग यी की वाशिंगटन में मेजबानी की है। पिछले सप्ताह, चीन ने पुष्टि की थी कि उसने वूडी द्वीप पर 'हथियार' तैनात किए हैं। उसने इसे अपना संप्रभु अधिकार बताते हुए सही ठहराया था। एक अमेरिकी अधिकारी ने बताया कि बीजिंग ने सतह से हवा में मारने वाली मिसाइलों को द्वीप पर तैनात किया। ऐसा लगता है कि वह एचक्यू-9एस है, जिसकी मारक क्षमता 200 किलोमीटर तक की है।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
दक्षिण चीन सागर, चीन, लड़ाकू विमान, China, South China Sea, Fighter Planes, Woody Island, वूडी द्वीप