चीन (China)में कोरोनावायरस के मामले (Coronavirus cases) मंगलवार को सात माह के उच्च स्तर पर पहुंच गए. एक टेस्ट साइट पर कोरोना मामलों में आए उछाल के कारण यह स्थिति बनी है. डेल्टा वेरिएंट, कोरोना महामारी के खिलाफ चीन के लिए चुनौती बनकर सामने आ रहा है. केसों की संख्या में आए उछाल के कारण चीन में स्थानीय स्तर पर लॉकडाउन, बड़े पैमाने पर टेस्टिंग और यात्रा प्रतिबंध जैसे उपाय लागू करने पड़े है. मौजूदा उछाल को वुहान शहर में कोरानावायरस के मामले सामने आने के बाद सबसे गंभीर माना जा रहा है.
चीन में कोरोना के मामले सामने आने के बाद प्रशासन ने घरेलू स्तर पर संक्रमण के मामलों को लगभग शून्य तकला दिया था और इसके बाद आर्थिक गतिविधियां को कड़े प्रतिबंधों के साथ फिर से शुरू करने का रास्ता साफ हुआ था लेकिन अब केसों में आए उछाल ने चिंता बढ़ा दी है. चीन के स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, मंगलवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 143 नए मामले रिपोर्ट किए गए इसमें से 108 स्थानीय स्तर के थे. हाल के दिनों में कई केसों को पूर्वी यांगझु सिटी के एक कोविड-19 टेस्टिंग सेंटर से जोड़कर देखा जा रहा है. कोरोना मामले में आए उछाल के बीच कई अधिकारियों को टेस्टिंग में लापरवाही को लेकर चेतावनी जारी की गई है. प्रशासन का मानना है कि ऐसी लापरवाह से वायरस और तेजी से फैल सकता है. यांगझु सिटी प्रशासन का कहना है कि कुछ लोग अपनी दायित्व को जिम्मेदारी से नहीं निभा रहे. करीब 46 लाख लोगों की आबादी वाले इस शहर में अब तक पांच राउंड में व्यापक स्तर पर टेस्टिंग की गई और संक्रमण पर नियंत्रण के लिए करीब 16 लाख सैंपल कलेक्ट किएगए है.
कई महीनों के बाद एक बार फिर बेहद तेजी से बढ़ते कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के लिए चीन (China) में लाखों की संख्या में लोगों को घरों में 'कैद' रहना पड़ रहा है. नवीनतम प्रकोप नानजिंग शहर के एक क्लस्टर से जुड़ा है जहां जुलाई माह में एक इंटरनेशनल एयरपोर्ट के 9 कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे. वुहान में कोरोना वायरस संक्रमण फिर से उभर रहा है, जिसके मद्देनजर एक करोड़ 20 लाख से अधिक आबादी वाले इस शहर में बड़ी संख्या में सैंपल लेकर जांच की जा रही है. वुहान में ही 2019 में कोरोना वायरस संक्रमण का पहला मामला सामने आया था.
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