वियंतियन:
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने एनएसजी में भारत की सदस्यता का ''पुरजोर समर्थन'' करने की बात गुरुवार यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कही और दोनों नेताओं ने असैन्य परमाणु सहयोग और जलवायु परिवर्तन से लड़ने सहित सामरिक भागीदारी को मजबूत करने पर चर्चा की.
पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन के इतर ओबामा के साथ बैठक के बाद मोदी ने ट्वीट किया, ''भारत-अमेरिका संबंधों पर अमेरिका के राष्ट्रपति के साथ विस्तार से चर्चा हुई.'' पिछले दो वर्षों में दोनों नेताओं की यह आठवीं मुलाकात है.
बैठक का ब्यौरा देते हुए व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने बताया,''अमेरिका और भारत के बीच दोस्ती के मजबूत बंधन की पुष्टि करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) में भारत की सदस्यता का अमेरिका पुरजोर समर्थन करता है.''
48 सदस्यीय इस समूह में भारत की सदस्यता के लिए अमेरिका प्रमुख भूमिका निभा रहा है. जून में एनएसजी के पूर्ण सत्र में चीन ने नई दिल्ली के प्रयासों पर कुठाराघात किया था.
अधिकारी ने कहा कि दोनों नेताओं ने अमेरिका और भारत के बीच मजबूत होती सहभागिता के महत्व का जिक्र किया और साथ ही क्षेत्र में साझीदारी के महत्व पर भी चर्चा की. सूत्रों ने कहा,''राष्ट्रपति ओबामा ने भारतीय अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए प्रधानमंत्री मोदी की प्रशंसा की. अमेरिकी राष्ट्रपति ने विश्वास जताया कि जीएसटी पास होने से अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी.''
बैठक के दौरान ओबामा ने मोदी के उद्यमिता और नवोन्मेष पर दृष्टिकोण की प्रशंसा की और कहा कि ''भारत जैसे देश के लिए यह काफी महत्वपूर्ण है.'' सूत्रों के मुताबिक ओबामा ने कहा कि वह भारत को हमेशा दोस्त के रूप में देखते हैं और ''भारत के मजबूत सहयोगी बने रहेंगे और हर तरह से सहयोग करेंगे.''
दोनों नेताओं ने सामरिक सहयोग में त्वरित प्राथमिकताओं की समीक्षा की. उन्होंने जलवायु परिवर्तन और ऊर्जा सहयोग के मुद्दों पर चर्चा की. दोनों नेताओं ने परमाणु ऊर्जा, सौर ऊर्जा और नवोन्मेष में भारत-अमेरिकी सहयोग की प्रगति की समीक्षा की.
व्हाइट हाउस के अधिकारी ने कहा,''राष्ट्रपति ओबामा ने कई वैश्विक और द्विपक्षीय मुद्दों पर व्यापक सहयोग के लिए प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद दिया और जलवायु परिवर्तन से होने वाले खतरों का समाधान करने में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व की प्रशंसा की.'' उन्होंने कहा कि बैठक ''गर्मजोशी से भरी और मैत्रीपूर्ण'' रही.
दोनों देशों के बीच संबंधों में योगदान और बढ़ते विश्वास के लिए मोदी ने राष्ट्रपति ओबामा की प्रशंसा की. उन्होंने अमेरिका के राष्ट्रपति को पद छोड़ने के बाद भारत दौरे का निमंत्रण दिया जिस पर ओबामा ने कहा कि वह भारत दौरे के किसी भी अवसर का स्वागत करेंगे.
ओबामा ने मजाकिया अंदाज में कहा कि उन्होंने और उनकी पत्नी मिशेल ने अभी तक ताजमहल नहीं देखा है. ओबामा ने पिछले वर्ष ताजमहल के दौरे को रद्द कर दिया था. सऊदी अरब के शाह अब्दुल्ला के निधन के बाद वह अपनी यात्रा की अवधि को कम कर सऊदी अरब रवाना हो गए थे.
दोनों देशों के नेताओं के रूप में यह उनकी अंतिम मुलाकात हो सकती है क्योंकि अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में ओबामा का दूसरा कार्यकाल अगले वर्ष जनवरी में खत्म होने वाला है. उनकी पहली मुलाकात सितंबर 2014 में व्हाइट हाउस में हुई थी जब ओबामा के निमंत्रण पर मोदी ने वाशिंगटन डीसी की यात्रा की थी.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन के इतर ओबामा के साथ बैठक के बाद मोदी ने ट्वीट किया, ''भारत-अमेरिका संबंधों पर अमेरिका के राष्ट्रपति के साथ विस्तार से चर्चा हुई.'' पिछले दो वर्षों में दोनों नेताओं की यह आठवीं मुलाकात है.
बैठक का ब्यौरा देते हुए व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने बताया,''अमेरिका और भारत के बीच दोस्ती के मजबूत बंधन की पुष्टि करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) में भारत की सदस्यता का अमेरिका पुरजोर समर्थन करता है.''
48 सदस्यीय इस समूह में भारत की सदस्यता के लिए अमेरिका प्रमुख भूमिका निभा रहा है. जून में एनएसजी के पूर्ण सत्र में चीन ने नई दिल्ली के प्रयासों पर कुठाराघात किया था.
अधिकारी ने कहा कि दोनों नेताओं ने अमेरिका और भारत के बीच मजबूत होती सहभागिता के महत्व का जिक्र किया और साथ ही क्षेत्र में साझीदारी के महत्व पर भी चर्चा की. सूत्रों ने कहा,''राष्ट्रपति ओबामा ने भारतीय अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए प्रधानमंत्री मोदी की प्रशंसा की. अमेरिकी राष्ट्रपति ने विश्वास जताया कि जीएसटी पास होने से अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी.''
बैठक के दौरान ओबामा ने मोदी के उद्यमिता और नवोन्मेष पर दृष्टिकोण की प्रशंसा की और कहा कि ''भारत जैसे देश के लिए यह काफी महत्वपूर्ण है.'' सूत्रों के मुताबिक ओबामा ने कहा कि वह भारत को हमेशा दोस्त के रूप में देखते हैं और ''भारत के मजबूत सहयोगी बने रहेंगे और हर तरह से सहयोग करेंगे.''
दोनों नेताओं ने सामरिक सहयोग में त्वरित प्राथमिकताओं की समीक्षा की. उन्होंने जलवायु परिवर्तन और ऊर्जा सहयोग के मुद्दों पर चर्चा की. दोनों नेताओं ने परमाणु ऊर्जा, सौर ऊर्जा और नवोन्मेष में भारत-अमेरिकी सहयोग की प्रगति की समीक्षा की.
व्हाइट हाउस के अधिकारी ने कहा,''राष्ट्रपति ओबामा ने कई वैश्विक और द्विपक्षीय मुद्दों पर व्यापक सहयोग के लिए प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद दिया और जलवायु परिवर्तन से होने वाले खतरों का समाधान करने में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व की प्रशंसा की.'' उन्होंने कहा कि बैठक ''गर्मजोशी से भरी और मैत्रीपूर्ण'' रही.
दोनों देशों के बीच संबंधों में योगदान और बढ़ते विश्वास के लिए मोदी ने राष्ट्रपति ओबामा की प्रशंसा की. उन्होंने अमेरिका के राष्ट्रपति को पद छोड़ने के बाद भारत दौरे का निमंत्रण दिया जिस पर ओबामा ने कहा कि वह भारत दौरे के किसी भी अवसर का स्वागत करेंगे.
ओबामा ने मजाकिया अंदाज में कहा कि उन्होंने और उनकी पत्नी मिशेल ने अभी तक ताजमहल नहीं देखा है. ओबामा ने पिछले वर्ष ताजमहल के दौरे को रद्द कर दिया था. सऊदी अरब के शाह अब्दुल्ला के निधन के बाद वह अपनी यात्रा की अवधि को कम कर सऊदी अरब रवाना हो गए थे.
दोनों देशों के नेताओं के रूप में यह उनकी अंतिम मुलाकात हो सकती है क्योंकि अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में ओबामा का दूसरा कार्यकाल अगले वर्ष जनवरी में खत्म होने वाला है. उनकी पहली मुलाकात सितंबर 2014 में व्हाइट हाउस में हुई थी जब ओबामा के निमंत्रण पर मोदी ने वाशिंगटन डीसी की यात्रा की थी.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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