उत्तर प्रदेश : सेना में भर्ती के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश, सैनिक सेमत 4 लोग गिरफ्तार

गिरफ्तार अभियुक्त शुभम पेटल ने पूछताछ मे बताया कि बेरोजगार युवकों को सेना में भर्ती कराने के नाम पर प्रत्येक युवक से आठ से दस लाख रुपये लिए जाते हैं.

उत्तर प्रदेश : सेना में भर्ती के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश, सैनिक सेमत 4 लोग गिरफ्तार

सूचना पर पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और गिरोह के सदस्यों को बदोच लिया. 

लखनऊ:

उत्तर प्रदेश एसटीएफ और मिलिट्री इन्टेलीजेन्स ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए भारतीय सेना में नौकरी में दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है. साथ ही गिरोह में सरगना समेत चार सदस्यों को कमिश्नरेट लखनऊ से गिरफ्तार किया है. आरोपियों में भारतीय सेना में नियुक्त सिपाही और भूतपुर्व सैनिक सहित गिरोह के चार लोग हैं.

अभियुक्तों की पहचान अमित कुमार सिंह (भूर्तपूर्व सैनिक भारतीय सेना), शुभम पेटल उर्फ कुनाल सिंह (फर्जी भारतीय सेना का कमाण्डो), रामबरन सिंह उर्फ (वर्तमान सैनिक भारतीय सेना, नियुक्ति- नागालैण्ड) और दिनेश कुमार यादव के रूप में की गई है. अभियुक्तों के पास से भारतीय सेना के लेफ्टीनेन्ट कर्नल की बैच वर्दी सहित भारतीय सेना की कूटरचित स्टैम्प, अभ्यर्थियों से संबंधित कागजात, एटीएम कार्ड, मोबाइल,नकद 710 रुपये और गाड़ी बरामद की गई है. 

जानकारी अनुसार सभी को शनिवार को सुबह करीब आठ बजे लखनऊ के गोवर्धन इन्कलेव से गिरफ्तार किया गया है. यूपी
एसटीएफ को भारतीय सेना में सरकारी नौकरी के नाम पर फर्जी तरीके से धन उगाही करने वाले संगठित गिरोह के संबंध में सूचनाएं प्राप्त हो रहीं थी. ऐसे में इनके विरुद्ध कार्रवाई के लिए एसटीएफ मुख्यालय की टीमों को निर्देशित किया गया था.

निर्देश के अनुसार अपर पुलिस अधीक्षक अमित कुमार नागर के पर्यवेक्षण में एसटीएफ मुख्यालय टीम द्वारा अभिसूचना संकलन की कार्यवाही की जा रही थी. इसी दौरान अभियुक्तों की गोवर्धन इन्कलेव, थाना पीजीआई, कमिश्नरेट लखनऊ में आने की सूचना प्राप्त हुई. सूचना पर पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और गिरोह के सदस्यों को बदोच लिया. 

गिरफ्तार अभियुक्त शुभम पेटल ने पूछताछ मे बताया कि बेरोजगार युवकों को सेना में भर्ती कराने के नाम पर प्रत्येक युवक से आठ से दस लाख रुपये लिए जाते हैं. साथ ही उनसे उनके शैक्षिक, जाति, निवास प्रमाण-पत्रों आदि कि मूल कपी रख ली जाती है. इन युवकों को दिलीप अपने सम्पर्कों के माध्यम से हमारे पास फर्जी भर्ती प्रक्रिया हेतु भेजता था.

गिरफ्तार अभियुक्तों से पूछताछ में प्रकाश में आए गैंग के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं. गिरफ्तार अभियुक्तों के विरूद्ध थाना पीजीआई कमिश्नरेट लखनऊ में मुअसं 89/2023 धारा 140/170/171/419/420/467/468/471  भारतीय दंड विधान पंजीकृत कराया गया है. अग्रिम वैधानिक कार्यवाही स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है.

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