ताजमहल (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
ताजमहल के पास पार्किंग को ढहाने का मामले में सुप्रीम कोर्ट ने यथास्थिति बरकरार रखने के आदेश दिए हैं. कोर्ट ने उत्तर प्रदेश सरकार से इससे संबंधित कागजात मांगे हैं और मामले की सुनवाई 14 नवंबर तक के लिए स्थगित कर दी है. आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल कर ताजमहल के पास बन रही मल्टीलेवल पार्किंग को ढहाने के आदेश को वापस लेने की मांग की है. सरकार ने कहा था कि उसके पास सारी अनुमति हैं, उनका वकील पेश नहीं हो पाया इसलिए ये आदेश जारी किए गए.
ताजमहल का डिजाइन खुद शाहजहां ने बनाया था, जानें अनसुनी सचाइयां, तथ्य और इतिहास...
दरअसल मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट ने ताजमहल के पास ताज संरक्षित क्षेत्र स्थित शिल्पग्राम में निर्माणाधीन मल्टीलेवल पार्किंग को गिराने के आदेश फिलहाल पर रोक लगाने से इंकार किया था. सुप्रीम कोर्ट ने यूपी सरकार की मांग को ठुकराते हुए रोक लगाई थी. कोर्ट ने यूपी सरकार से इस बारे में अर्जी दाखिल करने को कहा था. कोर्ट ने कहा कि अर्जी दाखिल होने के बाद आदेश को वापस लेने पर विचार होगा.
वीडियो : ताजमहल पहुंच सीएम योगी ने दिया यह बयान
मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि पार्किंग की वजह से पर्यावरण को खतरा है और इसे गिराने के आदेश दिए थे. साथ यह भी कहा था कि चार हफ्ते में इस आदेश पर अमल किया जाए. याचिकाकर्ता एमसी मेहता ने कोर्ट को बताया कि यूपी सरकार इस पार्किंग को बिना कोर्ट की इजाजत के बना रही है और ये पर्यावरण के लिए खतरा हो सकता है. ये दो मंजिला पार्किंग अखिलेश सरकार के कार्यकाल से ही ताज महल के ईस्ट गेट की तरफ बनाए जा रहे अंतर्राष्ट्रीय स्तर के शिल्पग्राम के प्रोजेक्ट का हिस्सा हैं.
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दरअसल मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट ने ताजमहल के पास ताज संरक्षित क्षेत्र स्थित शिल्पग्राम में निर्माणाधीन मल्टीलेवल पार्किंग को गिराने के आदेश फिलहाल पर रोक लगाने से इंकार किया था. सुप्रीम कोर्ट ने यूपी सरकार की मांग को ठुकराते हुए रोक लगाई थी. कोर्ट ने यूपी सरकार से इस बारे में अर्जी दाखिल करने को कहा था. कोर्ट ने कहा कि अर्जी दाखिल होने के बाद आदेश को वापस लेने पर विचार होगा.
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मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि पार्किंग की वजह से पर्यावरण को खतरा है और इसे गिराने के आदेश दिए थे. साथ यह भी कहा था कि चार हफ्ते में इस आदेश पर अमल किया जाए. याचिकाकर्ता एमसी मेहता ने कोर्ट को बताया कि यूपी सरकार इस पार्किंग को बिना कोर्ट की इजाजत के बना रही है और ये पर्यावरण के लिए खतरा हो सकता है. ये दो मंजिला पार्किंग अखिलेश सरकार के कार्यकाल से ही ताज महल के ईस्ट गेट की तरफ बनाए जा रहे अंतर्राष्ट्रीय स्तर के शिल्पग्राम के प्रोजेक्ट का हिस्सा हैं.
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