निलंबित बाल रोग विशेषज्ञ कफील खान (Kafeel Khan) ने शनिवार को मांग की कि उन्हें पूरे सम्मान के साथ बहाल किया जाए और मामले की सीबीआई से जांच कराई जाए. खान ने नयी दिल्ली में प्रेस क्लब ऑफ इंडिया में संवाददाताओं से कहा कि उत्तरप्रदेश सरकार को मृतक बच्चों के परिजन से माफी मांगनी चाहिए और उन्हें मुआवजा दिया जाना चाहिए. हालांकि, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सलाहकार मृत्युंजय कुमार ने शुक्रवार को कहा कि डॉक्टर निजी क्लीनिक चलाते थे. जांच में यह आरोप गलत साबित नहीं हुआ है. एक बयान में उन्होंने कहा कि "यह कहना सही नहीं है कि विभागीय जांच में डॉक्टर कफील (Dr. Kafeel Khan) को क्लीनचिट मिल गई है. उन्होंने रिपोर्ट के गलत निष्कर्ष निकाले हैं.'
ऑक्सीजन की कमी से बच्चों की मौत के मामले में डॉक्टर कफील निर्दोष, कहा- मेरा परिवार 100-100 रुपए...
कफील ने दावा किया, ‘विभागीय जांच में दिखाया गया है कि मैंने कोई चिकित्सकीय लापरवाही नहीं की या मैं भ्रष्टाचार में संलिप्त नहीं था... अब ‘हत्यारा कफील' और कुख्यात डॉक्टर कफील का लगा धब्बा धुल गया है.'उन्होंने कहा, ‘मैं मांग करता हूं कि मुझे पूरे सम्मान के साथ नौकरी पर बहाल किया जाए और मामले की सीबीआई जांच कराई जाए.'गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में दस अगस्त 2017 की रात करीब 30 बच्चों की मौत हो गई थी और अगले कुछ दिनों में 34 बच्चे काल के गाल में समा गए थे. यह जानकारी उस वक्त अधिकारियों ने दी थी.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं