Luteri Dulhan Gang: शादी के नाम पर लोगों को धोखा देकर उनसे लाखों रुपये ठगने वाले गिरोह को वाराणसी की लंका थाना पुलिस ने पकड़ा है. पुलिस ने घाट मैदान से गिरोह के छह सदस्यों को गिरफ्तार किया है. इसमें लुटेरी दुल्हन भी शामिल है. ये लोग शादी के नाम पर लूट की घटना को अंजाम देते थे.
ऐसे फंसाते थे
पुलिस जांच में पता चला कि गिरोह का मास्टरमाइंड सुमेर सिंह राजस्थान से अविवाहित पुरुषों को शादी का झांसा देकर वाराणसी लाता था. गिरोह के अन्य सदस्य शादी और उसके बाद लूट की पूरी योजना बनाते थे. योजना में लड़की दिखाने से लेकर शादी कराने और विदाई तक का कार्यक्रम पहले से तय किया जाता था. इसी योजना के तहत पीड़ित घनश्याम की शादी का प्रस्ताव आरोपी सुमेर सिंह ने रखा.
ऐसे भागी
सुमेर सिंह ने लुटेरी दुल्हन को अपनी साली बताया. इसके बाद घनश्याम अपने भाई महाबीर राम के साथ वाराणसी आए. सुमेर सिंह ने काशी विश्वनाथ मंदिर में लुटेरी दुल्हन संगीता से मिलवाया. लड़की को पसंद करने के बाद घनश्याम की शादी नगवा के एक घर में संपन्न कराई गई. शादी के बाद विदाई भी हुई, लेकिन जब संगीता मडुवाडीह स्टेशन पहुंची, तो वह अपने कथित भाई के साथ बाइक पर बैठकर फरार हो गई. इसके बाद घनश्याम को पता चला कि यह एक धोखाधड़ी थी और गिरोह ने उनसे 1,17,000 रुपये ठग लिए.
दूल्हे ने ये बताया
इस मामले को लेकर राजस्थान के नागौर जिले के पर्वबतसर निवासी घनश्याम ने बताया कि मेरी पहली पत्नी का निधन हो चुका था और मैं अपनी दूसरी शादी के लिए वाराणसी आया था. लड़की और उसके गिरोह ने मिलकर मेरे साथ धोखाधड़ी की और उन्होंने मेरे 1,17,000 रुपये ठग लिए और चकमा देकर फरार हो गये.
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