बीजेपी I.N.D.I.A. से डर गई, उसकी विदाई होना तय : अखिलेश यादव

अखिलेश यादव ने कहा- इंडिया एलायंस की जीत तभी तय हो गई जब भाजपा ने अपने गठबंधन की बैठक उसी तारीख में बुला ली.

बीजेपी I.N.D.I.A. से डर गई, उसकी विदाई होना तय : अखिलेश यादव

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (फाइल फोटो).

नई दिल्ली:

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि, ''भाजपा इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव एलायंस (INDIA) के नाम से घबरा गई है. पहले भाजपा के लोग विपक्ष को 'इंडिया' नाम से डराते थे. अब क्या बात है कि वे 'इंडिया' नाम से डर रहे हैं.'' समाजवादी पार्टी की ओर से जारी की गई एक प्रेस विज्ञप्ति में सपा नेता ने यह बात कही है.   

अखिलेश यादव ने कहा कि ''इंडिया नाम अच्छा है. इंडिया एक संदेश है. इंडिया का संदेश डेवलपमेंट और इन्क्लूसिवनेस का है. जहां विकास की बात हो और समग्रता की बात हो तो वह हमारी सोशलिस्ट और सेकुलर प्रतिबद्धता को शामिल करता है. हमारा देश तरक्की करे. खुशहाली के रास्ते पर आगे बढ़े.'' 
  
अखिलेश यादव ने कहा कि, ''देश की जनता इस बार भाजपा की विदाई कर देगी. उन्होंने कहा कि भाजपा ने देश की जनता को झूठा सपना दिखाया. भाजपा ने सपना दिखाया लेकिन वह सपना जमीन पर नहीं उतरा है, तो वह विकास कैसा है?''
  
अखिलेश यादव ने कहा कि, ''इंडिया एलायंस की जीत तभी तय हो गई जब भाजपा ने अपने गठबंधन की बैठक उसी तारीख में बुला ली. जनता आने वालों का इंतजार करती है, जाने वालों की विदाई करती है. भाजपा की बैठक उनका विदाई समारोह था. उन्होंने दावत की, खाना पीना किया, भाजपा की विदाई होना तय है. नया गठबंधन इंडिया देश को नई दिशा में ले जाएगा.'' 

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यादव ने कहा कि, ''जो समस्याएं है वह जस की तस दिखाई दे रही हैं. बेरोजगारी, महंगाई बढ़ती जा रही है. भाजपा ने बड़ी-बड़ी बातें कीं, कहा गया था कि नोटबंदी से भ्रष्टाचार खत्म हो जाएगा. कर्नाटक में जनता ने सरकार बदल दी क्योंकि वहां 40 फीसदी कमीशन का भ्रष्टाचार था.'' 
    
अखिलेश यादव ने कहा कि, ''नोटबंदी देश ही नहीं दुनिया में भ्रष्टाचार का सबसे बड़ा फैसला था. पहले 2000 रुपये का नोट लाए और फिर उसे बंद कर दिया. आज तक जानकारी नहीं दी गई कि किन बैंकों में 2000 रुपये के नोट सबसे ज्यादा जमा हुए. अगर सरकार यह नहीं बता रही है तो इसका मतलब वह भ्रष्टाचारियों के साथ है. सच तो यह है कि देश की दो तिहाई जनता भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ है. इस बार भाजपा का सफाया करने के लिए सब एक हैं.''