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"विपक्ष में सच सुनने की ताकत नहीं": श्वेत पत्र पर निर्मला सीतारमण की कही 10 बड़ी बातें
Nirmala Sitharaman in Lok Sabha: लोकसभा में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 'भारतीय अर्थव्यवस्था पर श्वेत पत्र' पर चर्चा के दौरान कहा कि अर्थव्यवस्था पर सही जानकारी के लिए श्वेत पत्र लेकर आए हैं. निर्मला सीतारमण ने कहा कि हमारे लिए देश सबसे पहले आता है. यही वजह है कि हमारे बीते दस साल में देश की अर्थव्यवस्था इतनी मजबूत हुई कि आज ये विश्व की पांचवें नंबर की अर्थव्यवस्था है.
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"भारत को ग्रोथ के रास्ते पर लाने के लिए NDA ने लिए कड़े फैसले" : केंद्र सरकार का श्वेत पत्र
White Paper in Parliament: श्वेत पत्र में कहा गया, ‘‘पिछले दस वर्षों के कामकाज को देखते हुए, हम विनम्रता और संतुष्टि के साथ कह सकते हैं कि हमने पिछली सरकार द्वारा छोड़ी गईं चुनौतियों पर सफलतापूर्वक काबू पा लिया है.’’ श्वेत पत्र में मौजूदा दौर को कर्तव्य काल बताते हुए कहा गया कि अभी मीलों चलना है और 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाना है.
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"दुनिया का उठ गया था भारत की आर्थिक क्षमता पर भरोसा..." : केंद्र के 'श्वेत पत्र' में UPA राज पर निशाना
69 पेज के श्वेत पत्र में सरकार ने UPA सरकार के दौरान अर्थव्यवस्था की खराब हालत, राजकोषीय घाटा और कर्ज पर डिटेल रिपोर्ट दी है. मोदी सरकार ने कहा कि UPA ने देश की आर्थिक नींव कमजोर की.
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"UPA ने 10 साल में इकोनॉमी को नॉन-परफॉर्मिंग बनाया" : मोदी सरकार के श्वेत पत्र पर लोकसभा में चर्चा कल
मोदी सरकार ने अपने श्वेत पत्र में 2014 से पहले और 2014 से बाद के भारत और इसकी अर्थव्यवस्था के फर्क को विस्तार से बताया है. श्वेत पत्र पर लोकसभा में शुक्रवार को चर्चा होगी. जबकि संसद के उच्च सदन राज्यसभा में श्वेत पत्र पर शनिवार को चर्चा होनी है.
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Nirmala Sitharaman in Lok Sabha: लोकसभा में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 'भारतीय अर्थव्यवस्था पर श्वेत पत्र' पर चर्चा के दौरान कहा कि अर्थव्यवस्था पर सही जानकारी के लिए श्वेत पत्र लेकर आए हैं. निर्मला सीतारमण ने कहा कि हमारे लिए देश सबसे पहले आता है. यही वजह है कि हमारे बीते दस साल में देश की अर्थव्यवस्था इतनी मजबूत हुई कि आज ये विश्व की पांचवें नंबर की अर्थव्यवस्था है.
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White Paper in Parliament: श्वेत पत्र में कहा गया, ‘‘पिछले दस वर्षों के कामकाज को देखते हुए, हम विनम्रता और संतुष्टि के साथ कह सकते हैं कि हमने पिछली सरकार द्वारा छोड़ी गईं चुनौतियों पर सफलतापूर्वक काबू पा लिया है.’’ श्वेत पत्र में मौजूदा दौर को कर्तव्य काल बताते हुए कहा गया कि अभी मीलों चलना है और 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाना है.
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69 पेज के श्वेत पत्र में सरकार ने UPA सरकार के दौरान अर्थव्यवस्था की खराब हालत, राजकोषीय घाटा और कर्ज पर डिटेल रिपोर्ट दी है. मोदी सरकार ने कहा कि UPA ने देश की आर्थिक नींव कमजोर की.
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मोदी सरकार ने अपने श्वेत पत्र में 2014 से पहले और 2014 से बाद के भारत और इसकी अर्थव्यवस्था के फर्क को विस्तार से बताया है. श्वेत पत्र पर लोकसभा में शुक्रवार को चर्चा होगी. जबकि संसद के उच्च सदन राज्यसभा में श्वेत पत्र पर शनिवार को चर्चा होनी है.