Taslima Nasreen
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तब मुझे निकाला था और आज... हसीना के तख्तापलट पर तसलीमा ने निकाला दिल का गुबार
- Tuesday August 6, 2024
- Reported by: NDTV इंडिया, Translated by: पीयूष जयजान
प्रसिद्ध लेखिका तसलीमा नसरीन ने कहा कि शेख हसीना को इस्तीफा देकर देश छोड़ना पड़ा. अपनी स्थिति के लिए वे खुद जिम्मेदार हैं. उन्होंने कट्टरपंथियों को पनपने दिया. उन्होंने अपने लोगों को भ्रष्टाचार में शामिल होने दिया. अब बांग्लादेश को पाकिस्तान जैसा नहीं बनना चाहिए. सेना को शासन नहीं करना चाहिए. राजनीतिक दलों को लोकतंत्र और धर्मनिरपेक्षता लानी चाहिए."
- ndtv.in
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पत्रिका स्त्री लेखा के स्त्री नवजागरण अंक का हुआ विमोचन, कार्यक्रम में लेखिका तसलीमा नसरीन रही मौजूद
- Sunday May 26, 2024
- Reported by: NDTV इंडिया, Edited by: रितु शर्मा
सोमा बनर्जी और संदीप मुखर्जी की टीम ने शानदार नृत्य नाटिका पेश कर दर्शकों का मनमोह लिया. बच्चों के समूह ने भी बेहद प्यारा नृत्य पेश किया. प्रयाग शुक्ल और विनोद बनर्जी ने बच्चों को पुरस्कार भी वितरित किए.
- ndtv.in
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"अगर पैगंबर आज जीवित होते ...": विरोध प्रदर्शन पर बांग्लादेशी लेखिका तसलीमा नसरीन की नसीहत
- Saturday June 11, 2022
- Edited by: पीयूष
तसलीमा नसरीन को कट्टरपंथी संगठनों द्वारा मौत की धमकी के मद्देनजर 1994 में बांग्लादेश छोड़ना पड़ा था, जिन्होंने उन पर इस्लाम विरोधी होने का आरोप लगाया था.
- ndtv.in
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तस्लीमा नसरीन ने ए आर रहमान की बेटी के बुर्का पहनने को बताया 'घुटन', तो जवाब मिला- ताजी हवा में सांस लें...
- Monday February 17, 2020
- Written by: आशना मलिक
ए आर रहमान (AR Rahman) की बेटी खतीजा (Khatija Rahman) अपने बुर्का पहनने को लेकर एक बार फिर निशाने पर आ गई हैं. दरअसल, लेखिका तस्लीमा नसरीन (Taslima Nasreen) ने ए आर रहमान की बेटी खतीजा द्वारा बुर्का पहनने पर सवाल उठाया था.
- ndtv.in
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नौकरानी से बनीं लेखक, पति ने किया रेप और संघर्ष की कहानी ने बनाया स्टार
- Tuesday May 15, 2018
- Written by: मोहित चतुर्वेदी
बंगाल के दुर्गापुर में रहने वाली बेबी की जिंदगी काफी भयावह रही है. जब वो 4 साल की थीं तो मां छोड़कर चली गईं. 12 साल की उम्र में उनकी शादी कर दी गई. शादी की रात ही पति ने उनका रेप कर दिया.
- ndtv.in
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भारत में धार्मिक अल्पसंख्यकों की हालत पाकिस्तान और बांग्लादेश से काफी बेहतर : तसलीमा नसरीन
- Sunday December 17, 2017
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
विवादास्पद लेखन के लिये मशहूर कलमकार तस्लीमा नसरीन ने पाकिस्तान और बांग्लादेश जैसे पड़ोसी मुल्कों के मुकाबले भारत में धार्मिक अल्पसंख्यकों की हालत को काफी बेहतर बताया है. अपनी मातृभूमि बांग्लादेश से निर्वासन का दंश झेल रहीं 55 वर्षीय लेखिका का कहना है कि भारत उन्हें अपने घर की तरह लगता है. तसलीमा नसरीन ने कहा, "बांग्लादेश में हिंदुओं और बौद्धों पर बहुत अत्याचार होता है. मैं हालांकि पाकिस्तान कभी नहीं गयी लेकिन मैंने वहां भी धार्मिक अल्पसंख्यकों के जबरन धर्मांतरण और उन पर ढाये जाने वाले दूसरे जुल्मो-सितम के बारे में पढ़ा है." उन्होंने कहा, "इन दोनों मुल्कों के मुकाबले भारत में धार्मिक अल्पसंख्यकों की हालत काफी बेहतर है. भारत का आइन (संविधान) सबके लिये समान है. हालांकि, मैं यह नहीं कह रही हूं कि भारत में अल्पसंख्यक समुदाय की सारी दुश्वारियां खत्म हो गयी हैं."
- ndtv.in
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पटना हाईकोर्ट ने तस्लीमा के खिलाफ 6 साल पुराना अदालती का फैसला किया रद्द
- Friday October 13, 2017
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
पटना उच्च न्यायालय ने एक निचली अदालत के छह साल पुराने उस आदेश को रद्द कर दिया है जिसमें कथित तौर पर एक ट्वीट के जरिए धार्मिक भावना भड़काने के लिए बांग्लादेश की विवादित लेखिका तस्लीमा नसरीन के खिलाफ एक शिकायत का संज्ञान लिया गया था.
- ndtv.in
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जयपुर साहित्य महोत्सव खत्म, लेकिन तस्लीमा नसरीन पर विवाद जारी
- Saturday January 28, 2017
- Written by: Sumit Kumar Rai
जेएलएफ को समाप्त हुए भले ही दो दिन हो चुके हैं, लेकिन समारोह में लेखिका तस्लीमा नसरीन के चौंकाने वाले सत्र को लेकर सोशल मीडिया पर अभी भी बवाल मचा हुआ है. नसरीन ने इस समारोह के भविष्य में होने वाले सत्र में उनके हिस्सा लेने पर 'पाबंदी' को लेकर आयोजकों के खिलाफ ट्विटर पर जमकर अपनी भड़ास निकाली, वहीं आयोजकों ने कहा कि इस तरह की खबरें 'सच नहीं' हैं.
- ndtv.in
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जयपुर साहित्य सम्मेलन में 'गुपचुप' पहुंची निर्वासित लेखिका तसलीमा तसरीन
- Monday January 23, 2017
- Reported by: हर्षा कुमारी सिंह, Written by: कल्पना
लोकप्रिय साहित्य सम्मेलन जयपुर लिट्रेरी फेस्टिवल में सोमवार को विवादित बांग्ला लेखिका तसलीमा नसरीन पहुंची. कार्यक्रम में उनकी शिरकत को लेकर पहले से किसी को जानकारी नहीं दी गई थी.
- ndtv.in
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आतंकवादियों पर प्रतिबंध लगाएं, कलाकारों पर नहीं : लेखिका तसलीमा नसरीन
- Friday October 21, 2016
- भाषा
जानी-मानी बांग्लादेशी लेखिका तसलीमा नसरीन ने उन लोगों की आलोचना की जो पाकिस्तानी कलाकारों का बहिष्कार कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि आतंकवादियों पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए, न कि कलाकारों पर.
- ndtv.in
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भारत असहिष्णु नहीं, यहां की सरकार 'निष्पक्ष और धर्मनिरपेक्ष' है : तसलीमा नसरीन
- Sunday February 14, 2016
- Edited by: Bhasha
जानीमानी बांग्लादेशी लेखिका तसलीमा नसरीन का मानना है कि गोमांस खाने के लिए लोगों की हत्या असहिष्णुता नहीं, बल्कि एक 'जघन्य अपराध' है और इस पर रोक लगनी चाहिए। उन्होंने कहा, एक देश के तौर पर भारत असहिष्णु नहीं है और उन्होंने भारत सरकार को 'निष्पक्ष और धर्मनिरपेक्ष' भी बताया।
- ndtv.in
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लेखकों को अभिव्यक्ति की पूरी आजादी होनी चाहिए : तसलीमा नसरीन
- Monday January 11, 2016
- Edited by: Bhasha
भारत में निर्वासन में रह रही बांग्लादेशी लेखिका तसलीमा नसरीन ने कहा कि अगर लेखकों के लेखन से कुछ लोगों या समूहों की भावनाएं आहत होती हैं तब भी उन्हें अभिव्यक्ति की अबाधित आजादी मिलनी चाहिए।
- ndtv.in
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तसलीमा नसरीन बोलीं - कट्टरपंथियों के खिलाफ मरते दम तक लड़ती रहूंगी
- Sunday November 29, 2015
- Edited by: Bhasha
भारत में निर्वासन में रह रहीं बांग्लादेशी लेखिका तसलीमा नसरीन ने कहा कि चरमपंथियों के दबाव में वह चुप नहीं होंगी और आखिरी सांस तक कट्टरपंथियों तथा बुरी ताकतों से संघर्ष करती रहेंगी।
- ndtv.in
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तब मुझे निकाला था और आज... हसीना के तख्तापलट पर तसलीमा ने निकाला दिल का गुबार
- Tuesday August 6, 2024
- Reported by: NDTV इंडिया, Translated by: पीयूष जयजान
प्रसिद्ध लेखिका तसलीमा नसरीन ने कहा कि शेख हसीना को इस्तीफा देकर देश छोड़ना पड़ा. अपनी स्थिति के लिए वे खुद जिम्मेदार हैं. उन्होंने कट्टरपंथियों को पनपने दिया. उन्होंने अपने लोगों को भ्रष्टाचार में शामिल होने दिया. अब बांग्लादेश को पाकिस्तान जैसा नहीं बनना चाहिए. सेना को शासन नहीं करना चाहिए. राजनीतिक दलों को लोकतंत्र और धर्मनिरपेक्षता लानी चाहिए."
- ndtv.in
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पत्रिका स्त्री लेखा के स्त्री नवजागरण अंक का हुआ विमोचन, कार्यक्रम में लेखिका तसलीमा नसरीन रही मौजूद
- Sunday May 26, 2024
- Reported by: NDTV इंडिया, Edited by: रितु शर्मा
सोमा बनर्जी और संदीप मुखर्जी की टीम ने शानदार नृत्य नाटिका पेश कर दर्शकों का मनमोह लिया. बच्चों के समूह ने भी बेहद प्यारा नृत्य पेश किया. प्रयाग शुक्ल और विनोद बनर्जी ने बच्चों को पुरस्कार भी वितरित किए.
- ndtv.in
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"अगर पैगंबर आज जीवित होते ...": विरोध प्रदर्शन पर बांग्लादेशी लेखिका तसलीमा नसरीन की नसीहत
- Saturday June 11, 2022
- Edited by: पीयूष
तसलीमा नसरीन को कट्टरपंथी संगठनों द्वारा मौत की धमकी के मद्देनजर 1994 में बांग्लादेश छोड़ना पड़ा था, जिन्होंने उन पर इस्लाम विरोधी होने का आरोप लगाया था.
- ndtv.in
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तस्लीमा नसरीन ने ए आर रहमान की बेटी के बुर्का पहनने को बताया 'घुटन', तो जवाब मिला- ताजी हवा में सांस लें...
- Monday February 17, 2020
- Written by: आशना मलिक
ए आर रहमान (AR Rahman) की बेटी खतीजा (Khatija Rahman) अपने बुर्का पहनने को लेकर एक बार फिर निशाने पर आ गई हैं. दरअसल, लेखिका तस्लीमा नसरीन (Taslima Nasreen) ने ए आर रहमान की बेटी खतीजा द्वारा बुर्का पहनने पर सवाल उठाया था.
- ndtv.in
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नौकरानी से बनीं लेखक, पति ने किया रेप और संघर्ष की कहानी ने बनाया स्टार
- Tuesday May 15, 2018
- Written by: मोहित चतुर्वेदी
बंगाल के दुर्गापुर में रहने वाली बेबी की जिंदगी काफी भयावह रही है. जब वो 4 साल की थीं तो मां छोड़कर चली गईं. 12 साल की उम्र में उनकी शादी कर दी गई. शादी की रात ही पति ने उनका रेप कर दिया.
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भारत में धार्मिक अल्पसंख्यकों की हालत पाकिस्तान और बांग्लादेश से काफी बेहतर : तसलीमा नसरीन
- Sunday December 17, 2017
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
विवादास्पद लेखन के लिये मशहूर कलमकार तस्लीमा नसरीन ने पाकिस्तान और बांग्लादेश जैसे पड़ोसी मुल्कों के मुकाबले भारत में धार्मिक अल्पसंख्यकों की हालत को काफी बेहतर बताया है. अपनी मातृभूमि बांग्लादेश से निर्वासन का दंश झेल रहीं 55 वर्षीय लेखिका का कहना है कि भारत उन्हें अपने घर की तरह लगता है. तसलीमा नसरीन ने कहा, "बांग्लादेश में हिंदुओं और बौद्धों पर बहुत अत्याचार होता है. मैं हालांकि पाकिस्तान कभी नहीं गयी लेकिन मैंने वहां भी धार्मिक अल्पसंख्यकों के जबरन धर्मांतरण और उन पर ढाये जाने वाले दूसरे जुल्मो-सितम के बारे में पढ़ा है." उन्होंने कहा, "इन दोनों मुल्कों के मुकाबले भारत में धार्मिक अल्पसंख्यकों की हालत काफी बेहतर है. भारत का आइन (संविधान) सबके लिये समान है. हालांकि, मैं यह नहीं कह रही हूं कि भारत में अल्पसंख्यक समुदाय की सारी दुश्वारियां खत्म हो गयी हैं."
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पटना हाईकोर्ट ने तस्लीमा के खिलाफ 6 साल पुराना अदालती का फैसला किया रद्द
- Friday October 13, 2017
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
पटना उच्च न्यायालय ने एक निचली अदालत के छह साल पुराने उस आदेश को रद्द कर दिया है जिसमें कथित तौर पर एक ट्वीट के जरिए धार्मिक भावना भड़काने के लिए बांग्लादेश की विवादित लेखिका तस्लीमा नसरीन के खिलाफ एक शिकायत का संज्ञान लिया गया था.
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जयपुर साहित्य महोत्सव खत्म, लेकिन तस्लीमा नसरीन पर विवाद जारी
- Saturday January 28, 2017
- Written by: Sumit Kumar Rai
जेएलएफ को समाप्त हुए भले ही दो दिन हो चुके हैं, लेकिन समारोह में लेखिका तस्लीमा नसरीन के चौंकाने वाले सत्र को लेकर सोशल मीडिया पर अभी भी बवाल मचा हुआ है. नसरीन ने इस समारोह के भविष्य में होने वाले सत्र में उनके हिस्सा लेने पर 'पाबंदी' को लेकर आयोजकों के खिलाफ ट्विटर पर जमकर अपनी भड़ास निकाली, वहीं आयोजकों ने कहा कि इस तरह की खबरें 'सच नहीं' हैं.
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जयपुर साहित्य सम्मेलन में 'गुपचुप' पहुंची निर्वासित लेखिका तसलीमा तसरीन
- Monday January 23, 2017
- Reported by: हर्षा कुमारी सिंह, Written by: कल्पना
लोकप्रिय साहित्य सम्मेलन जयपुर लिट्रेरी फेस्टिवल में सोमवार को विवादित बांग्ला लेखिका तसलीमा नसरीन पहुंची. कार्यक्रम में उनकी शिरकत को लेकर पहले से किसी को जानकारी नहीं दी गई थी.
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आतंकवादियों पर प्रतिबंध लगाएं, कलाकारों पर नहीं : लेखिका तसलीमा नसरीन
- Friday October 21, 2016
- भाषा
जानी-मानी बांग्लादेशी लेखिका तसलीमा नसरीन ने उन लोगों की आलोचना की जो पाकिस्तानी कलाकारों का बहिष्कार कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि आतंकवादियों पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए, न कि कलाकारों पर.
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भारत असहिष्णु नहीं, यहां की सरकार 'निष्पक्ष और धर्मनिरपेक्ष' है : तसलीमा नसरीन
- Sunday February 14, 2016
- Edited by: Bhasha
जानीमानी बांग्लादेशी लेखिका तसलीमा नसरीन का मानना है कि गोमांस खाने के लिए लोगों की हत्या असहिष्णुता नहीं, बल्कि एक 'जघन्य अपराध' है और इस पर रोक लगनी चाहिए। उन्होंने कहा, एक देश के तौर पर भारत असहिष्णु नहीं है और उन्होंने भारत सरकार को 'निष्पक्ष और धर्मनिरपेक्ष' भी बताया।
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लेखकों को अभिव्यक्ति की पूरी आजादी होनी चाहिए : तसलीमा नसरीन
- Monday January 11, 2016
- Edited by: Bhasha
भारत में निर्वासन में रह रही बांग्लादेशी लेखिका तसलीमा नसरीन ने कहा कि अगर लेखकों के लेखन से कुछ लोगों या समूहों की भावनाएं आहत होती हैं तब भी उन्हें अभिव्यक्ति की अबाधित आजादी मिलनी चाहिए।
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तसलीमा नसरीन बोलीं - कट्टरपंथियों के खिलाफ मरते दम तक लड़ती रहूंगी
- Sunday November 29, 2015
- Edited by: Bhasha
भारत में निर्वासन में रह रहीं बांग्लादेशी लेखिका तसलीमा नसरीन ने कहा कि चरमपंथियों के दबाव में वह चुप नहीं होंगी और आखिरी सांस तक कट्टरपंथियों तथा बुरी ताकतों से संघर्ष करती रहेंगी।
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