Space Port
- सब
- ख़बरें
- वेब स्टोरी
-
दुनिया में पहली बार, अदाणी पोर्ट्स ने निजी बंदरगाह में बनाई स्टील स्लैग रोड, हजीरा पोर्ट की उपलब्धि
- Saturday July 5, 2025
ये भारत की तीसरी स्टील स्लैग रोड है, लेकिन दुनिया में पहली ऐसी रोड है जो किसी पोर्ट के अंदर बनी है. इस महत्वपूर्ण उपलब्धि ने भारत और APSEZ को सस्टेनेबल मैरीटाइम इन्फ्रास्ट्रक्चर में अग्रणी बना दिया है.
-
ndtv.in
-
"जीवनभर का अनुभव", अंतरिक्ष उड़ान के बाद रिचर्ड ब्रैनसन बोले
- Monday July 12, 2021
अरबपति रिचर्ड ब्रैनसन ने रविवार को न्यू मैक्सिको के एक बेस से अंतरिक्ष के किनारे तक जाने के लिए निर्धारित वर्जिन गेलेक्टिक पोत पर सवार होकर उड़ान भरी. इस यात्रा से उन्हें उम्मीद है कि यह नए अंतरिक्ष पर्यटन उद्योग को प्रोत्साहित करेगी. एक विशाल वाहक विमान ने स्पेस पोर्ट, न्यू मैक्सिको से सुबह लगभग 8:40 बजे माउंटेन टाइम (1440 GMT) पर हॉरिजोंटल टेक-ऑफ किया. वह लगभग एक घंटे तक 50,000 फीट (15 किलोमीटर) की ऊंचाई पर रहेगा. तब मदरशिप वीएसएस यूनिटी नामक रॉकेट-संचालित अंतरिक्ष यान को हटएगा. वह इसके इंजन को शुरू करेगा और दो पायलटों और ब्रैनसन सहित चार यात्रियों को लेकर 50 मील (80 किलोमीटर) से आगे ले जाएगा.
-
ndtv.in
-
दुनिया में पहली बार, अदाणी पोर्ट्स ने निजी बंदरगाह में बनाई स्टील स्लैग रोड, हजीरा पोर्ट की उपलब्धि
- Saturday July 5, 2025
ये भारत की तीसरी स्टील स्लैग रोड है, लेकिन दुनिया में पहली ऐसी रोड है जो किसी पोर्ट के अंदर बनी है. इस महत्वपूर्ण उपलब्धि ने भारत और APSEZ को सस्टेनेबल मैरीटाइम इन्फ्रास्ट्रक्चर में अग्रणी बना दिया है.
-
ndtv.in
-
"जीवनभर का अनुभव", अंतरिक्ष उड़ान के बाद रिचर्ड ब्रैनसन बोले
- Monday July 12, 2021
अरबपति रिचर्ड ब्रैनसन ने रविवार को न्यू मैक्सिको के एक बेस से अंतरिक्ष के किनारे तक जाने के लिए निर्धारित वर्जिन गेलेक्टिक पोत पर सवार होकर उड़ान भरी. इस यात्रा से उन्हें उम्मीद है कि यह नए अंतरिक्ष पर्यटन उद्योग को प्रोत्साहित करेगी. एक विशाल वाहक विमान ने स्पेस पोर्ट, न्यू मैक्सिको से सुबह लगभग 8:40 बजे माउंटेन टाइम (1440 GMT) पर हॉरिजोंटल टेक-ऑफ किया. वह लगभग एक घंटे तक 50,000 फीट (15 किलोमीटर) की ऊंचाई पर रहेगा. तब मदरशिप वीएसएस यूनिटी नामक रॉकेट-संचालित अंतरिक्ष यान को हटएगा. वह इसके इंजन को शुरू करेगा और दो पायलटों और ब्रैनसन सहित चार यात्रियों को लेकर 50 मील (80 किलोमीटर) से आगे ले जाएगा.
-
ndtv.in