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Russia Today

'Russia Today' - 219 News Result(s)
  • यूक्रेन में तीन दिन के युद्ध विराम की घोषणा, रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने दिया आदेश

    यूक्रेन में तीन दिन के युद्ध विराम की घोषणा, रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने दिया आदेश

    Russia Ukraine Ceasefire: रूस ने यूक्रन में तीन दिन के युद्ध विराम की घोषणा की है. साथ ही क्रेमलिन ने कहा कि यूक्रेन द्वारा संघर्ष विराम का उल्लंघन किए जाने की स्थिति में, रूसी सशस्त्र बल पर्याप्त और प्रभावी प्रतिक्रिया देंगे.

  • LIVE:  ‘इस तरह के विवाद गलत, ये समाज को तोड़ने का करते हैं काम’:  राणा सांगा विवाद पर राकेश टिकैत

    LIVE: ‘इस तरह के विवाद गलत, ये समाज को तोड़ने का करते हैं काम’: राणा सांगा विवाद पर राकेश टिकैत

    दुनिया की सभी बड़ी खबरों के बारे में जानने के लिए हमारे लाइव ब्लॉग के साथ जुड़े रहें

  • क्या Raisina Dialogue 2025 में दिखेगा डोनाल्ड ट्रंप का प्रभाव, इन मुद्दों पर हो सकती है चर्चा

    क्या Raisina Dialogue 2025 में दिखेगा डोनाल्ड ट्रंप का प्रभाव, इन मुद्दों पर हो सकती है चर्चा

    Raisina Dialogue 2025 Today Updates: नई दिल्ली में रायसीना डायलॉग का आयोजन ऐसे समय हो रहा है, जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयानों की वजह से पूरी दुनिया में उथल-पुथल मची हुई है. आइए देखते हुए इसमें किन मुद्दों पर चर्चा हो सकती है.

  • अमेरिकी अधिकारी रूस के लिए निकल गए हैं... यूक्रेन युद्ध विराम वार्ता पर बोले डोनाल्ड ट्रंप

    अमेरिकी अधिकारी रूस के लिए निकल गए हैं... यूक्रेन युद्ध विराम वार्ता पर बोले डोनाल्ड ट्रंप

    डोनाल्ड ट्रंप ने आयरलैंड के प्रधानमंत्री के साथ बैठक के दौरान ओवल ऑफिस में संवाददाताओं से कहा, "हम यहां बात कर रहे हैं और वहां हमारे वार्तादल के लोग अभी रूस जा रहे हैं और उम्मीद है कि हम रूस को भी युद्ध विराम के लिए राजी कर लेंगे."

  • डोनाल्ड ट्रंप को यूक्रेन वार्ता से अच्छे नतीजों की उम्मीद

    डोनाल्ड ट्रंप को यूक्रेन वार्ता से अच्छे नतीजों की उम्मीद

    यह पूछे जाने पर कि क्या वे यूक्रेन के साथ खुफिया जानकारी साझा करने के निलंबन को खत्म करेंगे, ट्रम्प ने कहा, "हम लगभग समाप्त कर चुके हैं."

  • इस बार बशर अल असद के साथ क्यों नहीं आए रूस और ईरान, भारत क्या करेगा

    इस बार बशर अल असद के साथ क्यों नहीं आए रूस और ईरान, भारत क्या करेगा

    हयात तहरीर अल-शाम (एचटीएएस) के लड़ाकों ने रविवार को सीरिया की राजधानी दमिश्क पर कब्जा जमा लिया. इसी के साथ राष्ट्रपति बशर अल असद की 24 साल पुरानी सत्ता का अंत हो गया. क्या इस बार रूस और ईरान से सीरिया की तरफ से आंखें मूद लीं. अगर हां तो दोनों ने ऐसा क्यों किया.

  • Todays Breaking News: राज्यसभा के उपचुनाव के लिए भाजपा ने की प्रत्याशियों के नाम की घोषणा

    Todays Breaking News: राज्यसभा के उपचुनाव के लिए भाजपा ने की प्रत्याशियों के नाम की घोषणा

    Todays Breaking News: देश और दुनिया की खबरों की फटाफट जानकारी के लिए इस ब्लॉग से जुड़े रहें. हम इसमें सबसे तेज और संक्षेप में लेटेस्ट खबरें आप तक पहुंचाएंगे.

  • Explainer: सीरिया के पतन से मध्य पूर्व में शक्ति संतुलन पर क्या होगा असर?

    Explainer: सीरिया के पतन से मध्य पूर्व में शक्ति संतुलन पर क्या होगा असर?

    मध्य पूर्व में एक बड़े तख्ता पलट के तहत सीरिया में इस्लामी विद्रोहियों ने दमिश्क पर नियंत्रण करने के बाद रविवार को राष्ट्रपति बशर अल-असद को पद से हटाने की घोषणा कर दी. इससे असद को भागने पर मजबूर होना पड़ा. करीब 13 साल से अधिक समय तक चले गृहयुद्ध के बाद असद के परिवार के दशकों के शासन का अंत हो गया. बशर अल-असद का पतन क्षेत्र में बड़ा प्रभाव रखने वाले रूस और ईरान के लिए एक बड़ा झटका है. यह दोनों असद के ऐसे प्रमुख सहयोगी हैं जिन्होंने संघर्ष में महत्वपूर्ण दौर में उनका समर्थन किया था.

  • रूस से हार मानने को तैयार यूक्रेन! जेलेंस्की का नया बयान चौंकाने वाला

    रूस से हार मानने को तैयार यूक्रेन! जेलेंस्की का नया बयान चौंकाने वाला

    रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध जारी है और अब तनाव में कुछ कमी के आसार दिखने लगे हैं . रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के बयान और अमेरिकी चुनाव का असर युद्ध पर दिखने लगा है. रूस की आक्रामकता और जेलेंस्की के रुख में कुछ बदलाव आने वाले दिनों में शांति का रास्ता दिखा सकते हैं . ऐसा लगने लगा है कि रूस और यूक्रेन के बीच जारी खूनी संघर्ष को रोका जा सकता है. यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने एक बयान में कहा कि वह "शांति प्राप्त करने" के लिए रूसी कब्जे वाले यूक्रेनी क्षेत्र से हक छोड़ने को तैयार हैं.  इसका अर्थ साफ है कि रूस जिन इलाकों पर कब्जा कर चुका है उसे यूक्रेन अब छोड़ने को तैयार है. लंदन के द टेलीग्राफ की एक रिपोर्ट के अनुसार, ज़ेलेंस्की ने कहा कि कीव मास्को के साथ युद्धविराम समझौते पर काम करने को तैयार है,  लेकिन इसके साथ ही जेलेंस्की ने कुछ शर्तों की बात भी कही है. 

  • यूक्रेन पर परमाणु हथियार का इस्तेमाल करेगा रूस? एक प्रश्न के जवाब में ये क्या बोले पुतिन

    यूक्रेन पर परमाणु हथियार का इस्तेमाल करेगा रूस? एक प्रश्न के जवाब में ये क्या बोले पुतिन

    आज की 21वीं सदी में कोई युद्ध इतना लंबा चल सकता है जितना कि रूस और यूक्रेन में बीच चला है, सोचना भी असंभव है. दोनों देशों में एक परमाणु शक्ति संपन्न देश है और दूसरा अपनी सैन्य सहायता के लिए बाहरी मुल्कों पर निर्भर है. ऐसी स्थिति में भी ढाई साल से ज्यादा युद्ध चल जाए तो आज के समय में यह आश्चर्य ही है.  रूस के पास दुनिया में सबसे ज्यादा परमाणु हथियार हैं और इसी शक्ति के दम रूस लगातार अमेरिका सहित उन देशों को धमकाता आ रहा है जो यूक्रेन की मदद कर रहे हैं. 

  • अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के जाने के बाद और डोनाल्ड ट्रंप के आने के बाद यूक्रेन का क्या होगा, क्या है रूस की चाल

    अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के जाने के बाद और डोनाल्ड ट्रंप के आने के बाद यूक्रेन का क्या होगा, क्या है रूस की चाल

    24 फरवरी 2022 से शुरू हुए रूस-यूक्रेन युद्ध को 1000 से ज्यादा दिन हो गए हैं. दोनों ओर से अभी भी कोई भी झुकने को तैयार नहीं है. दोनों ओर से दावे अभी भी जारी है, लेकिन भीतर से दोनों ओर की सरकारें और सेनाएं इस बात को महसूस कर रही हैं कि  युद्ध से अभी तक कुछ भी बड़ा हासिल नहीं हुआ और हौसला दरकने लगा है. इतने लंबे समय से चल रहे रूस-यूक्रेन  युद्ध ने इसी महीने और भयंकर रूप ले लिया है. रूस की ओर से दावा किया जा रहा है कि यूक्रेन के उत्तर पूर्वी खारकीव क्षेत्र के एक गांव पर कब्जा कर लिया गया है. ऐसे माहौल में यूक्रेन की स्थिति कुछ कमजोर होती जा रही है. यूक्रेन के पूर्व विदेश मंत्री ने चिंता जताते हुए कहा कि उन्हें लगता है कि व्लादिमीर पुतिन अपना इरादा बना चुके हैं और वह किसी की नहीं सुनेंगे. 

  • रूस-यूक्रेन वॉर : कौन जीत रहा है और अब तक किसने कितने एरिया पर किया कब्जा

    रूस-यूक्रेन वॉर : कौन जीत रहा है और अब तक किसने कितने एरिया पर किया कब्जा

    यूक्रेन पर रूस का फुल स्केल आक्रमण 24 फरवरी 2022 को शुरू हुआ था. पश्चिमी अधिकारियों ने शुरू में अनुमान लगाया था कि यूक्रेन जल्दी ही हार जाएगा. लेकिन 1,000 दिन बाद, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के राजधानी पर कब्जा करने और यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की की सरकार और सेना को आत्मसमर्पण करने के लिए मजबूर करने की कोशिश के बावजूद कीव और अधिकांश यूक्रेन अभी भी डटा है.

  • रूस का ये घातक हमला तो झांकी है, पुतिन की परमाणु तबाही वाली धमकी अभी बाकी है

    रूस का ये घातक हमला तो झांकी है, पुतिन की परमाणु तबाही वाली धमकी अभी बाकी है

    दूसरे विश्व युद्ध के बाद पहली बार दुनिया में किसी देश ने दूसरे देश पर सबसे घातक बमों में से एक का इस्तेमाल किया है. गुरुवार को खबर आई थी कि रूस ने यूक्रेन पर अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) का इस्तेमाल कर दिया है लेकिन रूस ने साफ कर दिया कि यह आईसीबीएम नहीं थी बल्कि , आईआरबीएम (इंटरमीडिएट रेंज बैलिस्टिक मिसाइल) का प्रयोग था. यह भी अपने आप में पहली बार है जब इस प्रकार की मिसाइल से हमला किया गया हो. रूस के बयान से साफ हुआ कि अपनी एक मिसाइल को टेस्ट करने के लिए रूस ने यूक्रेन पर दाग दिया. इसके साथ ही रूस ने यूक्रेन के अलावा अन्य उन सभी देशों को एक बार चेतावनी दी है जिसने यूक्रेन को अपनी अपनी घातक मिसाइलों का प्रयोग करने के लिए यूक्रेन को इजाजत दी है. गौरतलब है कि अभी तक यूक्रेन ने अमेरिका और ब्रिटेन की मिसाइलों का प्रयोग रूस पर किया है. 

  • जिसका डर था वही हुआ, रूस ने यूक्रेन पर कर दिया सबसे घातक हथियार ICBM का इस्तेमाल, ट्रंप की ताजपोशी से पहले किस बात की होड़

    जिसका डर था वही हुआ, रूस ने यूक्रेन पर कर दिया सबसे घातक हथियार ICBM का इस्तेमाल, ट्रंप की ताजपोशी से पहले किस बात की होड़

    Russia Ukraine War: रूस और यूक्रेन में जंग को 1000 दिन से ज्यादा हो गए हैं. कीव भी बीच-बीच में जोरदार वापसी करता है और रूस को जवाब और बड़ी कार्रवाई करनी पड़ती है. रूस ने ICBM (इंटरकंटीनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल) मिसाइल से हमला किया है. रूस और कीव की ओर से साफ कर दिया गया है कि इसमें परमाणु वॉरहेड नहीं था. लेकिन इसका संदेश अमेरिका से लेकर यूरोप तक को रूस ने दे दिया है.  यूक्रेन को भी अब यह साफ है कि 20 जनवरी के बाद जिसकी अमेरिका में सत्ता होगी, वो बिजनेस के हिसाब से सोचता है. साथ ही यूक्रेन को भी समझ आ गया है कि नई सत्ता में वे ज्यादा दिन तक युद्ध को झेल नहीं पाएंगे. वहीं, रूस को भी पता है कि अब उसके सामने यूक्रेन के विरोध के ज्यादा दिन नहीं बचे है. अमेरिका में  डोनाल्ड ट्रंप के सत्ता में आने के बाद दोनों देशों पर युद्ध विराम का दबाव होगा. यह अलग बात है कि यूक्रेन पर यह दबाव ज्यादा असर करेगा जबकि रूस अपने समय के और शर्तों के हिसाब से युद्ध विराम के लिए तैयार होगा. 

  • रूस-यूक्रेन में युद्ध के भयावह स्तर पर जाने के आसार, किन देशों ने शुरू कर दी युद्ध की तैयारी

    रूस-यूक्रेन में युद्ध के भयावह स्तर पर जाने के आसार, किन देशों ने शुरू कर दी युद्ध की तैयारी

    अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की जीत के बाद जो बाइडेन ने जिस प्रकार की छूट यूक्रेन को जाते-जाते दे दी है उससे पूरे विश्व पर तीसरे विश्व युद्ध के साथ-साथ परमाणु युद्ध का खतरा भी बढ़ गया है. अमेरिका ने जिस लंबी दूरी की मिसाइल के इस्तेमाल पर यूक्रेन पर रोक लगा रखी थी उसे बाइडेन ने हटा दिया. बाइडेन के इस फैसले के बाद यूक्रेन ने इस मिसाइल का इस्तेमाल भी रूस के खिलाफ आरंभ कर दिया है. ऐसे में रूस ने पहले ही परमाणु युद्ध से लेकर युद्ध के विस्तार की चेतावनी पहले ही दी थी. 

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  • यूक्रेन में तीन दिन के युद्ध विराम की घोषणा, रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने दिया आदेश

    यूक्रेन में तीन दिन के युद्ध विराम की घोषणा, रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने दिया आदेश

    Russia Ukraine Ceasefire: रूस ने यूक्रन में तीन दिन के युद्ध विराम की घोषणा की है. साथ ही क्रेमलिन ने कहा कि यूक्रेन द्वारा संघर्ष विराम का उल्लंघन किए जाने की स्थिति में, रूसी सशस्त्र बल पर्याप्त और प्रभावी प्रतिक्रिया देंगे.

  • LIVE:  ‘इस तरह के विवाद गलत, ये समाज को तोड़ने का करते हैं काम’:  राणा सांगा विवाद पर राकेश टिकैत

    LIVE: ‘इस तरह के विवाद गलत, ये समाज को तोड़ने का करते हैं काम’: राणा सांगा विवाद पर राकेश टिकैत

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  • क्या Raisina Dialogue 2025 में दिखेगा डोनाल्ड ट्रंप का प्रभाव, इन मुद्दों पर हो सकती है चर्चा

    क्या Raisina Dialogue 2025 में दिखेगा डोनाल्ड ट्रंप का प्रभाव, इन मुद्दों पर हो सकती है चर्चा

    Raisina Dialogue 2025 Today Updates: नई दिल्ली में रायसीना डायलॉग का आयोजन ऐसे समय हो रहा है, जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयानों की वजह से पूरी दुनिया में उथल-पुथल मची हुई है. आइए देखते हुए इसमें किन मुद्दों पर चर्चा हो सकती है.

  • अमेरिकी अधिकारी रूस के लिए निकल गए हैं... यूक्रेन युद्ध विराम वार्ता पर बोले डोनाल्ड ट्रंप

    अमेरिकी अधिकारी रूस के लिए निकल गए हैं... यूक्रेन युद्ध विराम वार्ता पर बोले डोनाल्ड ट्रंप

    डोनाल्ड ट्रंप ने आयरलैंड के प्रधानमंत्री के साथ बैठक के दौरान ओवल ऑफिस में संवाददाताओं से कहा, "हम यहां बात कर रहे हैं और वहां हमारे वार्तादल के लोग अभी रूस जा रहे हैं और उम्मीद है कि हम रूस को भी युद्ध विराम के लिए राजी कर लेंगे."

  • डोनाल्ड ट्रंप को यूक्रेन वार्ता से अच्छे नतीजों की उम्मीद

    डोनाल्ड ट्रंप को यूक्रेन वार्ता से अच्छे नतीजों की उम्मीद

    यह पूछे जाने पर कि क्या वे यूक्रेन के साथ खुफिया जानकारी साझा करने के निलंबन को खत्म करेंगे, ट्रम्प ने कहा, "हम लगभग समाप्त कर चुके हैं."

  • इस बार बशर अल असद के साथ क्यों नहीं आए रूस और ईरान, भारत क्या करेगा

    इस बार बशर अल असद के साथ क्यों नहीं आए रूस और ईरान, भारत क्या करेगा

    हयात तहरीर अल-शाम (एचटीएएस) के लड़ाकों ने रविवार को सीरिया की राजधानी दमिश्क पर कब्जा जमा लिया. इसी के साथ राष्ट्रपति बशर अल असद की 24 साल पुरानी सत्ता का अंत हो गया. क्या इस बार रूस और ईरान से सीरिया की तरफ से आंखें मूद लीं. अगर हां तो दोनों ने ऐसा क्यों किया.

  • Todays Breaking News: राज्यसभा के उपचुनाव के लिए भाजपा ने की प्रत्याशियों के नाम की घोषणा

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  • Explainer: सीरिया के पतन से मध्य पूर्व में शक्ति संतुलन पर क्या होगा असर?

    Explainer: सीरिया के पतन से मध्य पूर्व में शक्ति संतुलन पर क्या होगा असर?

    मध्य पूर्व में एक बड़े तख्ता पलट के तहत सीरिया में इस्लामी विद्रोहियों ने दमिश्क पर नियंत्रण करने के बाद रविवार को राष्ट्रपति बशर अल-असद को पद से हटाने की घोषणा कर दी. इससे असद को भागने पर मजबूर होना पड़ा. करीब 13 साल से अधिक समय तक चले गृहयुद्ध के बाद असद के परिवार के दशकों के शासन का अंत हो गया. बशर अल-असद का पतन क्षेत्र में बड़ा प्रभाव रखने वाले रूस और ईरान के लिए एक बड़ा झटका है. यह दोनों असद के ऐसे प्रमुख सहयोगी हैं जिन्होंने संघर्ष में महत्वपूर्ण दौर में उनका समर्थन किया था.

  • रूस से हार मानने को तैयार यूक्रेन! जेलेंस्की का नया बयान चौंकाने वाला

    रूस से हार मानने को तैयार यूक्रेन! जेलेंस्की का नया बयान चौंकाने वाला

    रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध जारी है और अब तनाव में कुछ कमी के आसार दिखने लगे हैं . रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के बयान और अमेरिकी चुनाव का असर युद्ध पर दिखने लगा है. रूस की आक्रामकता और जेलेंस्की के रुख में कुछ बदलाव आने वाले दिनों में शांति का रास्ता दिखा सकते हैं . ऐसा लगने लगा है कि रूस और यूक्रेन के बीच जारी खूनी संघर्ष को रोका जा सकता है. यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने एक बयान में कहा कि वह "शांति प्राप्त करने" के लिए रूसी कब्जे वाले यूक्रेनी क्षेत्र से हक छोड़ने को तैयार हैं.  इसका अर्थ साफ है कि रूस जिन इलाकों पर कब्जा कर चुका है उसे यूक्रेन अब छोड़ने को तैयार है. लंदन के द टेलीग्राफ की एक रिपोर्ट के अनुसार, ज़ेलेंस्की ने कहा कि कीव मास्को के साथ युद्धविराम समझौते पर काम करने को तैयार है,  लेकिन इसके साथ ही जेलेंस्की ने कुछ शर्तों की बात भी कही है. 

  • यूक्रेन पर परमाणु हथियार का इस्तेमाल करेगा रूस? एक प्रश्न के जवाब में ये क्या बोले पुतिन

    यूक्रेन पर परमाणु हथियार का इस्तेमाल करेगा रूस? एक प्रश्न के जवाब में ये क्या बोले पुतिन

    आज की 21वीं सदी में कोई युद्ध इतना लंबा चल सकता है जितना कि रूस और यूक्रेन में बीच चला है, सोचना भी असंभव है. दोनों देशों में एक परमाणु शक्ति संपन्न देश है और दूसरा अपनी सैन्य सहायता के लिए बाहरी मुल्कों पर निर्भर है. ऐसी स्थिति में भी ढाई साल से ज्यादा युद्ध चल जाए तो आज के समय में यह आश्चर्य ही है.  रूस के पास दुनिया में सबसे ज्यादा परमाणु हथियार हैं और इसी शक्ति के दम रूस लगातार अमेरिका सहित उन देशों को धमकाता आ रहा है जो यूक्रेन की मदद कर रहे हैं. 

  • अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के जाने के बाद और डोनाल्ड ट्रंप के आने के बाद यूक्रेन का क्या होगा, क्या है रूस की चाल

    अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के जाने के बाद और डोनाल्ड ट्रंप के आने के बाद यूक्रेन का क्या होगा, क्या है रूस की चाल

    24 फरवरी 2022 से शुरू हुए रूस-यूक्रेन युद्ध को 1000 से ज्यादा दिन हो गए हैं. दोनों ओर से अभी भी कोई भी झुकने को तैयार नहीं है. दोनों ओर से दावे अभी भी जारी है, लेकिन भीतर से दोनों ओर की सरकारें और सेनाएं इस बात को महसूस कर रही हैं कि  युद्ध से अभी तक कुछ भी बड़ा हासिल नहीं हुआ और हौसला दरकने लगा है. इतने लंबे समय से चल रहे रूस-यूक्रेन  युद्ध ने इसी महीने और भयंकर रूप ले लिया है. रूस की ओर से दावा किया जा रहा है कि यूक्रेन के उत्तर पूर्वी खारकीव क्षेत्र के एक गांव पर कब्जा कर लिया गया है. ऐसे माहौल में यूक्रेन की स्थिति कुछ कमजोर होती जा रही है. यूक्रेन के पूर्व विदेश मंत्री ने चिंता जताते हुए कहा कि उन्हें लगता है कि व्लादिमीर पुतिन अपना इरादा बना चुके हैं और वह किसी की नहीं सुनेंगे. 

  • रूस-यूक्रेन वॉर : कौन जीत रहा है और अब तक किसने कितने एरिया पर किया कब्जा

    रूस-यूक्रेन वॉर : कौन जीत रहा है और अब तक किसने कितने एरिया पर किया कब्जा

    यूक्रेन पर रूस का फुल स्केल आक्रमण 24 फरवरी 2022 को शुरू हुआ था. पश्चिमी अधिकारियों ने शुरू में अनुमान लगाया था कि यूक्रेन जल्दी ही हार जाएगा. लेकिन 1,000 दिन बाद, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के राजधानी पर कब्जा करने और यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की की सरकार और सेना को आत्मसमर्पण करने के लिए मजबूर करने की कोशिश के बावजूद कीव और अधिकांश यूक्रेन अभी भी डटा है.

  • रूस का ये घातक हमला तो झांकी है, पुतिन की परमाणु तबाही वाली धमकी अभी बाकी है

    रूस का ये घातक हमला तो झांकी है, पुतिन की परमाणु तबाही वाली धमकी अभी बाकी है

    दूसरे विश्व युद्ध के बाद पहली बार दुनिया में किसी देश ने दूसरे देश पर सबसे घातक बमों में से एक का इस्तेमाल किया है. गुरुवार को खबर आई थी कि रूस ने यूक्रेन पर अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) का इस्तेमाल कर दिया है लेकिन रूस ने साफ कर दिया कि यह आईसीबीएम नहीं थी बल्कि , आईआरबीएम (इंटरमीडिएट रेंज बैलिस्टिक मिसाइल) का प्रयोग था. यह भी अपने आप में पहली बार है जब इस प्रकार की मिसाइल से हमला किया गया हो. रूस के बयान से साफ हुआ कि अपनी एक मिसाइल को टेस्ट करने के लिए रूस ने यूक्रेन पर दाग दिया. इसके साथ ही रूस ने यूक्रेन के अलावा अन्य उन सभी देशों को एक बार चेतावनी दी है जिसने यूक्रेन को अपनी अपनी घातक मिसाइलों का प्रयोग करने के लिए यूक्रेन को इजाजत दी है. गौरतलब है कि अभी तक यूक्रेन ने अमेरिका और ब्रिटेन की मिसाइलों का प्रयोग रूस पर किया है. 

  • जिसका डर था वही हुआ, रूस ने यूक्रेन पर कर दिया सबसे घातक हथियार ICBM का इस्तेमाल, ट्रंप की ताजपोशी से पहले किस बात की होड़

    जिसका डर था वही हुआ, रूस ने यूक्रेन पर कर दिया सबसे घातक हथियार ICBM का इस्तेमाल, ट्रंप की ताजपोशी से पहले किस बात की होड़

    Russia Ukraine War: रूस और यूक्रेन में जंग को 1000 दिन से ज्यादा हो गए हैं. कीव भी बीच-बीच में जोरदार वापसी करता है और रूस को जवाब और बड़ी कार्रवाई करनी पड़ती है. रूस ने ICBM (इंटरकंटीनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल) मिसाइल से हमला किया है. रूस और कीव की ओर से साफ कर दिया गया है कि इसमें परमाणु वॉरहेड नहीं था. लेकिन इसका संदेश अमेरिका से लेकर यूरोप तक को रूस ने दे दिया है.  यूक्रेन को भी अब यह साफ है कि 20 जनवरी के बाद जिसकी अमेरिका में सत्ता होगी, वो बिजनेस के हिसाब से सोचता है. साथ ही यूक्रेन को भी समझ आ गया है कि नई सत्ता में वे ज्यादा दिन तक युद्ध को झेल नहीं पाएंगे. वहीं, रूस को भी पता है कि अब उसके सामने यूक्रेन के विरोध के ज्यादा दिन नहीं बचे है. अमेरिका में  डोनाल्ड ट्रंप के सत्ता में आने के बाद दोनों देशों पर युद्ध विराम का दबाव होगा. यह अलग बात है कि यूक्रेन पर यह दबाव ज्यादा असर करेगा जबकि रूस अपने समय के और शर्तों के हिसाब से युद्ध विराम के लिए तैयार होगा. 

  • रूस-यूक्रेन में युद्ध के भयावह स्तर पर जाने के आसार, किन देशों ने शुरू कर दी युद्ध की तैयारी

    रूस-यूक्रेन में युद्ध के भयावह स्तर पर जाने के आसार, किन देशों ने शुरू कर दी युद्ध की तैयारी

    अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की जीत के बाद जो बाइडेन ने जिस प्रकार की छूट यूक्रेन को जाते-जाते दे दी है उससे पूरे विश्व पर तीसरे विश्व युद्ध के साथ-साथ परमाणु युद्ध का खतरा भी बढ़ गया है. अमेरिका ने जिस लंबी दूरी की मिसाइल के इस्तेमाल पर यूक्रेन पर रोक लगा रखी थी उसे बाइडेन ने हटा दिया. बाइडेन के इस फैसले के बाद यूक्रेन ने इस मिसाइल का इस्तेमाल भी रूस के खिलाफ आरंभ कर दिया है. ऐसे में रूस ने पहले ही परमाणु युद्ध से लेकर युद्ध के विस्तार की चेतावनी पहले ही दी थी. 

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