Pranab Mukherjee Memoir
- सब
- ख़बरें
-
पीएम मोदी को लेकर क्या सोचते थे पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, किताब में उनके मन की बात
- Wednesday January 6, 2021
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ( Pranab Mukherjee) की नई किताब 'द प्रेसिडेंशियल इयर्स' (The Presidential Years) में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के साथ उनके खट्टे-मीठे रिश्तों की दास्तान भी है. इस किताब में जहां संसद से नदारद रहने और नोटबंदी को लेकर प्रणब मुखर्जी ने पीएम मोदी को आड़े हाथों लिया वहीं कई मुद्दों पर जमकर तारीफ भी की है. प्रणब मुखर्जी के संस्मरणों से साफ है कि चाहे मुखर्जी और मोदी अलग-अलग वैचारिक पृष्ठभूमि से आए हों लेकिन मुखर्जी के मन में पीएम मोदी और देश के प्रति उनके समर्पण को लेकर बहुत सम्मान था. चुनाव जीतने के बाद पहली मुलाकात में मोदी मुखर्जी से मिलने आए तो एक अखबार की कतरन साथ लाए जिसमें मुखर्जी का पुराना भाषण था जो राजनीतिक रूप से स्थिर जनादेश की उम्मीद व्यक्त करता था.
-
ndtv.in
-
प्रणब दा के संस्मरण में मनमोहन सिंह और सोनिया गांधी से जुड़े हैं कई खुलासे
- Wednesday December 16, 2020
- Vir Sanghvi
मुखर्जी विनम्रता से लिखते हैं, ''कांग्रेस के कुछ सदस्यों का यह मानना रहा है कि अगर 2004 में मैं प्रधानमंत्री बन गया होता तो संभवत: 2014 के लोकसभा चुनाव में पार्टी की भारी पराजय नहीं होती.''
-
ndtv.in
-
प्रणब मुखर्जी की किताब को लेकर बेटा-बेटी आमने-सामने, अभिजीत-शर्मिष्ठा में ट्विटर पर हुई तकरार
- Wednesday December 16, 2020
अभिजीत मुखर्जी ने जनवरी, 2021 में आ रही पूर्व राष्ट्रपति के आत्मकथा की आखिरी कड़ी 'The Presidential Years' के प्रकाशन पर रोक लगाने की मांग की थी, ताकि वो पहले इसे पढ़ सकें. वहीं शर्मिष्ठा मुखर्जी चाहती हैं कि इस किताब को ज्यों का त्यों प्रकाशित किया जाए.
-
ndtv.in
-
प्रणब मुखर्जी की किताब 'The Presidential Memoirs' के प्रकाशन पर उनके बेटे अभिजीत मुखर्जी को आपत्ति, की यह मांग
- Tuesday December 15, 2020
अभिजीत मुखर्जी ने ट्वीट कर कहा कि चूंकि वो प्रणब मुखर्जी के पुत्र हैं, ऐसे में इसे प्रकाशित किए जाने से पहले वो एक बार किताब की सामग्री को देखना चाहते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि किताब को प्रकाशित करने के लिए उनकी लिखित अनुमति ली जाए.
-
ndtv.in
-
राजीव गांधी के इन दो फैसलों को 'भारी गलती' मानते हैं राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी
- Friday January 29, 2016
- Reported by Bhasha
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने गुरुवार को जारी अपने संस्मरण में कहा कि अयोध्या में रामजन्मभूमि मंदिर का ताला खुलवाना प्रधानमंत्री राजीव गांधी का 'गलत निर्णय' था। इसके साथ ही उन्होंने बाबरी मस्जिद गिराए जाने को 'पूर्ण विश्वासघात' करार देते हुए कहा कि इसने भारत की छवि नष्ट कर दी।
-
ndtv.in
-
पीएम मोदी को लेकर क्या सोचते थे पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, किताब में उनके मन की बात
- Wednesday January 6, 2021
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ( Pranab Mukherjee) की नई किताब 'द प्रेसिडेंशियल इयर्स' (The Presidential Years) में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के साथ उनके खट्टे-मीठे रिश्तों की दास्तान भी है. इस किताब में जहां संसद से नदारद रहने और नोटबंदी को लेकर प्रणब मुखर्जी ने पीएम मोदी को आड़े हाथों लिया वहीं कई मुद्दों पर जमकर तारीफ भी की है. प्रणब मुखर्जी के संस्मरणों से साफ है कि चाहे मुखर्जी और मोदी अलग-अलग वैचारिक पृष्ठभूमि से आए हों लेकिन मुखर्जी के मन में पीएम मोदी और देश के प्रति उनके समर्पण को लेकर बहुत सम्मान था. चुनाव जीतने के बाद पहली मुलाकात में मोदी मुखर्जी से मिलने आए तो एक अखबार की कतरन साथ लाए जिसमें मुखर्जी का पुराना भाषण था जो राजनीतिक रूप से स्थिर जनादेश की उम्मीद व्यक्त करता था.
-
ndtv.in
-
प्रणब दा के संस्मरण में मनमोहन सिंह और सोनिया गांधी से जुड़े हैं कई खुलासे
- Wednesday December 16, 2020
- Vir Sanghvi
मुखर्जी विनम्रता से लिखते हैं, ''कांग्रेस के कुछ सदस्यों का यह मानना रहा है कि अगर 2004 में मैं प्रधानमंत्री बन गया होता तो संभवत: 2014 के लोकसभा चुनाव में पार्टी की भारी पराजय नहीं होती.''
-
ndtv.in
-
प्रणब मुखर्जी की किताब को लेकर बेटा-बेटी आमने-सामने, अभिजीत-शर्मिष्ठा में ट्विटर पर हुई तकरार
- Wednesday December 16, 2020
अभिजीत मुखर्जी ने जनवरी, 2021 में आ रही पूर्व राष्ट्रपति के आत्मकथा की आखिरी कड़ी 'The Presidential Years' के प्रकाशन पर रोक लगाने की मांग की थी, ताकि वो पहले इसे पढ़ सकें. वहीं शर्मिष्ठा मुखर्जी चाहती हैं कि इस किताब को ज्यों का त्यों प्रकाशित किया जाए.
-
ndtv.in
-
प्रणब मुखर्जी की किताब 'The Presidential Memoirs' के प्रकाशन पर उनके बेटे अभिजीत मुखर्जी को आपत्ति, की यह मांग
- Tuesday December 15, 2020
अभिजीत मुखर्जी ने ट्वीट कर कहा कि चूंकि वो प्रणब मुखर्जी के पुत्र हैं, ऐसे में इसे प्रकाशित किए जाने से पहले वो एक बार किताब की सामग्री को देखना चाहते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि किताब को प्रकाशित करने के लिए उनकी लिखित अनुमति ली जाए.
-
ndtv.in
-
राजीव गांधी के इन दो फैसलों को 'भारी गलती' मानते हैं राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी
- Friday January 29, 2016
- Reported by Bhasha
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने गुरुवार को जारी अपने संस्मरण में कहा कि अयोध्या में रामजन्मभूमि मंदिर का ताला खुलवाना प्रधानमंत्री राजीव गांधी का 'गलत निर्णय' था। इसके साथ ही उन्होंने बाबरी मस्जिद गिराए जाने को 'पूर्ण विश्वासघात' करार देते हुए कहा कि इसने भारत की छवि नष्ट कर दी।
-
ndtv.in