Mullah Abdul Ghani Baradar
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तालिबान सरकार में रार! राष्ट्रपति भवन शूटआउट में हक्कानी नेता ने मुल्ला बरादर पर बरसाये घूंसे
- Tuesday September 21, 2021
- Edited by: पवन पांडे
सितंबर महीने की शुरुआत में तालिबान सरकार के गठन को लेकर अफगानिस्तान के राष्ट्रपति भवन में एक बैठक के दौरान बरादर और हक्कानी नेटवर्क के नेता के बीच विवाद हो गया. दरअसल, बरादर अफगानिस्तान में एक समावेशी सरकार चाहता था, जिसमें गैर-तालिबानी नेताओं और जातीय अल्पसंख्यकों की भी भागीदारी हो.
- ndtv.in
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अफगान उप प्रधानमंत्री मुल्ला बरादर ने अफवाहबाजों को दिया शांति का दुश्मन करार
- Thursday September 16, 2021
- Reported by: उमाशंकर सिंह
इससे पहले भी बरादर ने एक ऑडियो संदेश जारी कर उन अफवाहों पर विराम लगा दिया था, जिसमें उनकी मौत की बात कही गई थी. तब, इस्लामिक एमीरेट्स ऑफ अफगानिस्तान के राजनीतिक कार्यालय के प्रवक्ता मोहम्मद नईम के ट्विटर अकाउंट से यह ऑडियो संदेश पोस्ट किया गया था.
- ndtv.in
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''तालिबान 2.0 में कुछ भी नया नहीं'': जानें 10 मुख्य बातें
- Wednesday September 8, 2021
- Edited by: गुणातीत ओझा
तालिबान की अंतरिम सरकार में वफादारों को रैंक के आधार पर काबिज किया गया है. सभी प्रमुख पदों पर कट्टरपंथी नेताओं को तरजीह दी गई है. पहले की तरह सरकार में किसी भी महिला को जगह नहीं दी गई है. बता दें कि यह उस "समावेशी" प्रशासन से बहुत दूर है जिसका तालिबान ने वादा किया था. समूह के खिलाफ बढ़ते विरोध में, हेरात में दो लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई.
- ndtv.in
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अफगानिस्तान में तालिबान की नई सरकार के प्रमुख चेहरे...
- Wednesday September 8, 2021
- Reported by: एएफपी
पिछले महीने अफगानिस्तान (Afghanistan) की सत्ता पर काबिज होने के बाद मंगलवार को तालिबान (Taliban) ने अपनी नई सरकार के लिए प्रमुख पदों की घोषणा कर दी. मुल्ला मोहम्मद हसन अखुंद (Mullah Mohammed Hassan Akhund) को नई सरकार का नेता बनाया गया है जिन्हें संयुक्त राष्ट्र ने प्रतिबंध सूची में रखा हुआ है.
- ndtv.in
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CIA चीफ ने सोमवार को काबुल में तालिबान के साथ की गोपनीय बैठक : रिपोर्ट
- Tuesday August 24, 2021
- Reported by: एएफपी, Translated by: सूर्यकांत पाठक
अमेरिकी केंद्रीय खुफिया एजेंसी (CIA) के प्रमुख विलियम बर्न्स ने तालिबान के सह-संस्थापक मुल्ला अब्दुल गनी बरादर के साथ काबुल में एक गुप्त बैठक की. वाशिंगटन पोस्ट ने मंगलवार को यह खबर दी है. सोमवार को हुई इस बैठक की पुष्टि होने पर इस्लामी समूह और बाइडेन प्रशासन के बीच चरमपंथियों की सत्ता में वापसी के बाद से उच्चतम स्तर पर आना-सामना होगा. तालिबान-नियंत्रित अफगानिस्तान से हजारों लोगों को निकालने के प्रयासों में तेजी लाना जरूरी हो गया है. बर्न्स अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के सबसे अनुभवी राजनयिकों में से एक हैं, जबकि कतर में तालिबान के राजनीतिक कार्यालय का नेतृत्व करने वाले बरादर काबुल में सत्ता संभालने वाले शासन के शीर्ष नेताओं में से एक हैं.
- ndtv.in
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जानें कौन है मुल्ला बरादर, बन सकता है अफगानिस्तान का अगला राष्ट्रपति : 5 Points
- Wednesday August 18, 2021
- Edited by: गुणातीत ओझा
अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद मुल्ला अब्दुल गनी बरादर के नाम की चर्चाएं जोरों पर हैं. तालिबान के सह-संस्थापक और उप नेता मुल्ला अब्दुल गनी बरादर के अफगानिस्तान के अगले राष्ट्रपति होने की संभावना है. तालिबान युद्धग्रस्त देश को नियंत्रित करने के लिए तैयार है. आइये आपको बताते हैं कौन है अफगानिस्तान का भावी राष्ट्रपति मुल्ला बरादर.
- ndtv.in
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मुल्ला बरादर को मिल सकती है अफगानिस्तान की कमान, काबुल पर कब्जे के बाद तालिबान कमांडर ने जारी किया वीडियो पोस्ट
- Monday August 16, 2021
- Written by: अमरीश कुमार त्रिवेदी
Mullah Baradar : मुल्ला बरादर बेहद कम समय में ही तालिबान का दूसरा सबसे बड़े नेता बनकर उभरा. जब कतर में तालिबान और अफगान सरकार के बीच शांति वार्ता शुरू हुई तो मुल्ला बरादर को रिहा कर दिया गया. तभी से वो पर्दे के पीछे से अफगानिस्तान में तालिबान की दोबारा हुकूमत कायम करने के मिशन को अंजाम देने में जुटा था.
- ndtv.in
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चीन ने तालिबान का समर्थन करने का वादा किया, उइगर चरमपंथियों के सफाए में मांगी मदद
- Thursday July 29, 2021
- Reported by: भाषा
मुल्ला अब्दुल गनी बरादर की अगुवाई में तालिबान का एक प्रतिनिधिमंडल बुधवार को अचानक चीन के दौरे पर पहुंचा और चीनी विदेश मंत्री वांग यी के साथ वार्ता की. बातचीत के दौरान तालिबान ने बीजिंग को “भरोसेमंद दोस्त’ बताया और आश्वस्त किया कि समूह ‘अफगानिस्तान के क्षेत्र का इस्तेमाल किसी को भी करने की’ इजाजत नहीं देगा.
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तालिबान सरकार में रार! राष्ट्रपति भवन शूटआउट में हक्कानी नेता ने मुल्ला बरादर पर बरसाये घूंसे
- Tuesday September 21, 2021
- Edited by: पवन पांडे
सितंबर महीने की शुरुआत में तालिबान सरकार के गठन को लेकर अफगानिस्तान के राष्ट्रपति भवन में एक बैठक के दौरान बरादर और हक्कानी नेटवर्क के नेता के बीच विवाद हो गया. दरअसल, बरादर अफगानिस्तान में एक समावेशी सरकार चाहता था, जिसमें गैर-तालिबानी नेताओं और जातीय अल्पसंख्यकों की भी भागीदारी हो.
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अफगान उप प्रधानमंत्री मुल्ला बरादर ने अफवाहबाजों को दिया शांति का दुश्मन करार
- Thursday September 16, 2021
- Reported by: उमाशंकर सिंह
इससे पहले भी बरादर ने एक ऑडियो संदेश जारी कर उन अफवाहों पर विराम लगा दिया था, जिसमें उनकी मौत की बात कही गई थी. तब, इस्लामिक एमीरेट्स ऑफ अफगानिस्तान के राजनीतिक कार्यालय के प्रवक्ता मोहम्मद नईम के ट्विटर अकाउंट से यह ऑडियो संदेश पोस्ट किया गया था.
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''तालिबान 2.0 में कुछ भी नया नहीं'': जानें 10 मुख्य बातें
- Wednesday September 8, 2021
- Edited by: गुणातीत ओझा
तालिबान की अंतरिम सरकार में वफादारों को रैंक के आधार पर काबिज किया गया है. सभी प्रमुख पदों पर कट्टरपंथी नेताओं को तरजीह दी गई है. पहले की तरह सरकार में किसी भी महिला को जगह नहीं दी गई है. बता दें कि यह उस "समावेशी" प्रशासन से बहुत दूर है जिसका तालिबान ने वादा किया था. समूह के खिलाफ बढ़ते विरोध में, हेरात में दो लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई.
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अफगानिस्तान में तालिबान की नई सरकार के प्रमुख चेहरे...
- Wednesday September 8, 2021
- Reported by: एएफपी
पिछले महीने अफगानिस्तान (Afghanistan) की सत्ता पर काबिज होने के बाद मंगलवार को तालिबान (Taliban) ने अपनी नई सरकार के लिए प्रमुख पदों की घोषणा कर दी. मुल्ला मोहम्मद हसन अखुंद (Mullah Mohammed Hassan Akhund) को नई सरकार का नेता बनाया गया है जिन्हें संयुक्त राष्ट्र ने प्रतिबंध सूची में रखा हुआ है.
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CIA चीफ ने सोमवार को काबुल में तालिबान के साथ की गोपनीय बैठक : रिपोर्ट
- Tuesday August 24, 2021
- Reported by: एएफपी, Translated by: सूर्यकांत पाठक
अमेरिकी केंद्रीय खुफिया एजेंसी (CIA) के प्रमुख विलियम बर्न्स ने तालिबान के सह-संस्थापक मुल्ला अब्दुल गनी बरादर के साथ काबुल में एक गुप्त बैठक की. वाशिंगटन पोस्ट ने मंगलवार को यह खबर दी है. सोमवार को हुई इस बैठक की पुष्टि होने पर इस्लामी समूह और बाइडेन प्रशासन के बीच चरमपंथियों की सत्ता में वापसी के बाद से उच्चतम स्तर पर आना-सामना होगा. तालिबान-नियंत्रित अफगानिस्तान से हजारों लोगों को निकालने के प्रयासों में तेजी लाना जरूरी हो गया है. बर्न्स अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के सबसे अनुभवी राजनयिकों में से एक हैं, जबकि कतर में तालिबान के राजनीतिक कार्यालय का नेतृत्व करने वाले बरादर काबुल में सत्ता संभालने वाले शासन के शीर्ष नेताओं में से एक हैं.
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जानें कौन है मुल्ला बरादर, बन सकता है अफगानिस्तान का अगला राष्ट्रपति : 5 Points
- Wednesday August 18, 2021
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अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद मुल्ला अब्दुल गनी बरादर के नाम की चर्चाएं जोरों पर हैं. तालिबान के सह-संस्थापक और उप नेता मुल्ला अब्दुल गनी बरादर के अफगानिस्तान के अगले राष्ट्रपति होने की संभावना है. तालिबान युद्धग्रस्त देश को नियंत्रित करने के लिए तैयार है. आइये आपको बताते हैं कौन है अफगानिस्तान का भावी राष्ट्रपति मुल्ला बरादर.
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मुल्ला बरादर को मिल सकती है अफगानिस्तान की कमान, काबुल पर कब्जे के बाद तालिबान कमांडर ने जारी किया वीडियो पोस्ट
- Monday August 16, 2021
- Written by: अमरीश कुमार त्रिवेदी
Mullah Baradar : मुल्ला बरादर बेहद कम समय में ही तालिबान का दूसरा सबसे बड़े नेता बनकर उभरा. जब कतर में तालिबान और अफगान सरकार के बीच शांति वार्ता शुरू हुई तो मुल्ला बरादर को रिहा कर दिया गया. तभी से वो पर्दे के पीछे से अफगानिस्तान में तालिबान की दोबारा हुकूमत कायम करने के मिशन को अंजाम देने में जुटा था.
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चीन ने तालिबान का समर्थन करने का वादा किया, उइगर चरमपंथियों के सफाए में मांगी मदद
- Thursday July 29, 2021
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मुल्ला अब्दुल गनी बरादर की अगुवाई में तालिबान का एक प्रतिनिधिमंडल बुधवार को अचानक चीन के दौरे पर पहुंचा और चीनी विदेश मंत्री वांग यी के साथ वार्ता की. बातचीत के दौरान तालिबान ने बीजिंग को “भरोसेमंद दोस्त’ बताया और आश्वस्त किया कि समूह ‘अफगानिस्तान के क्षेत्र का इस्तेमाल किसी को भी करने की’ इजाजत नहीं देगा.
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