India | Edited by: Bhasha |शुक्रवार जनवरी 8, 2016 03:45 PM IST नोबेल पुरस्कार विजेता लेमाह जीबॉवी का मानना है कि समाज का शोषण करने के लिए धर्म का बड़े पैमाने पर दुरुपयोग वैश्वशांति के समक्ष सबसे बड़े खतरों में से एक है। उन्होंने यह भी कहा कि यह सांप्रदायिक हिंसा की बढ़ती घटनाओं से भी अधिक खतरनाक है।