Indian Railways Modernization
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वंदे भारत एक्सप्रेस: देश में 150 आधुनिक ट्रेन सेवाएं, नई ट्रेनों ने बढ़ाई रफ्तार और कनेक्टिविटी
- Sunday August 10, 2025
- Reported by: पल्लव मिश्रा, Edited by: मेघा शर्मा
इन वंदे भारत ट्रेनों से कर्नाटक, महाराष्ट्र, पंजाब और जम्मू-कश्मीर में पर्यटन और आर्थिक गतिविधियों में तेजी आएगी. इसी के साथ कर्नाटक में वंदे भारत ट्रेनों की संख्या अब 11 (22 सेवाएं) हो जाएगी.
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वाराणसी दंपति ने वंदे भारत एक्सप्रेस में मनाया बेटे का बर्थडे, पीएम मोदी को जताया आभार
- Saturday June 7, 2025
- Written by: शालिनी सेंगर
श्रीनगर रवाना हुई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन में वाराणसी के एक परिवार ने केक काटकर बच्चे का जन्मदिन मनाया. परिवार के लिए यह एक कभी न भूल पाने वाला क्षण था.
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वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का फर्स्ट लुक; कई मामलों में प्लेन से भी आगे, देखें- तस्वीरें
- Friday October 25, 2024
- Edited by: सूर्यकांत पाठक
देश की पहली वंदे भारत स्लीपर ट्रेन (Vande Bharat Sleeper Train) सफर पर निकलने के लिए तैयार है. यह ट्रेन चेन्नई की इंटीग्रल कोच फैक्ट्री में तैयार की जा चुकी है. कोच फैक्ट्री से वंदे भारत स्लीपर ट्रेन की खास तस्वीरें सामने आ गई हैं. यह ट्रेन जहां अधिक तेज गति से चलेगी वहीं यह अधिक सुविधाजनक होगी. इसके अलावा इस ट्रेन में सेफ्टी पर बहुत ध्यान दिया गया है. इस ट्रेन में आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल किया गया है.
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निजी कंपनियों से पैसेंजर ट्रेनें चलवाने पर रेलवे ने कहा, मॉडर्न टेक्नोलॉजी के लिए पहल
- Thursday July 2, 2020
- Reported by: परिमल कुमार, Edited by: सूर्यकांत पाठक
निजी कंपनियों को पैसेंजर ट्रेनों के संचालन में भागीदार बनाने के मुद्दे पर रेलवे बोर्ड के चेयरमेन विनोद कुमार यादव ने कहा है कि मॉडर्न टेक्नोलॉजी को लेकर यह पहल है. टेक्नोलॉजी को लेकर क्वांटम जंप की तरफ यह कदम है. उन्होंने कहा कि जो ट्रेनें चल रही हैं उनका चार हज़ार किलोमीटर के बाद मेंटेनेंस करते हैं. मॉडर्न कोच का मेंटेनेंस 40000 किलोमीटर पर करना पड़ता है. मतलब महीने में एक बार मेंटेनेंस होता है. अब ट्रैवल टाइम घटेगा. मॉडर्न कोच 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेंगे. इसके पीछे सेफ्टी और वर्ल्ड क्लास ट्रैवल का अनुभव उद्देश्य है.
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अब भारतीय ट्रेनों के डिब्बों में मिलेंगी ढेरों सुविधाएं, दिखेंगे 'हवाई जहाज' जैसे
- Friday January 8, 2016
- Reported by: Vivek Rastogi, Written by: Siddharth Ranjan Das
इन डिब्बों में जगह भी पुराने वाले डिब्बों के मुकाबले ज़्यादा होगी, और इन 'झटका-प्रूफ' सीटों से सफर के अधिक सुविधाजनक होने की भी पूरी-पूरी गारंटी है... इसके अलावा क्रोम के खासे इस्तेमाल और मैटी की बनी सतहों की वजह से डिब्बों को ऐसा लुक मिला है, जिन्हें देखकर लगता है कि वे 'नए ज़माने' के हैं...
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वंदे भारत एक्सप्रेस: देश में 150 आधुनिक ट्रेन सेवाएं, नई ट्रेनों ने बढ़ाई रफ्तार और कनेक्टिविटी
- Sunday August 10, 2025
- Reported by: पल्लव मिश्रा, Edited by: मेघा शर्मा
इन वंदे भारत ट्रेनों से कर्नाटक, महाराष्ट्र, पंजाब और जम्मू-कश्मीर में पर्यटन और आर्थिक गतिविधियों में तेजी आएगी. इसी के साथ कर्नाटक में वंदे भारत ट्रेनों की संख्या अब 11 (22 सेवाएं) हो जाएगी.
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वाराणसी दंपति ने वंदे भारत एक्सप्रेस में मनाया बेटे का बर्थडे, पीएम मोदी को जताया आभार
- Saturday June 7, 2025
- Written by: शालिनी सेंगर
श्रीनगर रवाना हुई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन में वाराणसी के एक परिवार ने केक काटकर बच्चे का जन्मदिन मनाया. परिवार के लिए यह एक कभी न भूल पाने वाला क्षण था.
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- Friday October 25, 2024
- Edited by: सूर्यकांत पाठक
देश की पहली वंदे भारत स्लीपर ट्रेन (Vande Bharat Sleeper Train) सफर पर निकलने के लिए तैयार है. यह ट्रेन चेन्नई की इंटीग्रल कोच फैक्ट्री में तैयार की जा चुकी है. कोच फैक्ट्री से वंदे भारत स्लीपर ट्रेन की खास तस्वीरें सामने आ गई हैं. यह ट्रेन जहां अधिक तेज गति से चलेगी वहीं यह अधिक सुविधाजनक होगी. इसके अलावा इस ट्रेन में सेफ्टी पर बहुत ध्यान दिया गया है. इस ट्रेन में आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल किया गया है.
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निजी कंपनियों से पैसेंजर ट्रेनें चलवाने पर रेलवे ने कहा, मॉडर्न टेक्नोलॉजी के लिए पहल
- Thursday July 2, 2020
- Reported by: परिमल कुमार, Edited by: सूर्यकांत पाठक
निजी कंपनियों को पैसेंजर ट्रेनों के संचालन में भागीदार बनाने के मुद्दे पर रेलवे बोर्ड के चेयरमेन विनोद कुमार यादव ने कहा है कि मॉडर्न टेक्नोलॉजी को लेकर यह पहल है. टेक्नोलॉजी को लेकर क्वांटम जंप की तरफ यह कदम है. उन्होंने कहा कि जो ट्रेनें चल रही हैं उनका चार हज़ार किलोमीटर के बाद मेंटेनेंस करते हैं. मॉडर्न कोच का मेंटेनेंस 40000 किलोमीटर पर करना पड़ता है. मतलब महीने में एक बार मेंटेनेंस होता है. अब ट्रैवल टाइम घटेगा. मॉडर्न कोच 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेंगे. इसके पीछे सेफ्टी और वर्ल्ड क्लास ट्रैवल का अनुभव उद्देश्य है.
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अब भारतीय ट्रेनों के डिब्बों में मिलेंगी ढेरों सुविधाएं, दिखेंगे 'हवाई जहाज' जैसे
- Friday January 8, 2016
- Reported by: Vivek Rastogi, Written by: Siddharth Ranjan Das
इन डिब्बों में जगह भी पुराने वाले डिब्बों के मुकाबले ज़्यादा होगी, और इन 'झटका-प्रूफ' सीटों से सफर के अधिक सुविधाजनक होने की भी पूरी-पूरी गारंटी है... इसके अलावा क्रोम के खासे इस्तेमाल और मैटी की बनी सतहों की वजह से डिब्बों को ऐसा लुक मिला है, जिन्हें देखकर लगता है कि वे 'नए ज़माने' के हैं...
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