H5n1 In Humans
- सब
- ख़बरें
- वीडियो
-
अमेरिका में बर्ड फ्लू से पहली बार किसी व्यक्ति की मौत, एक्सपर्ट्स ने कहा "वायरस जानलेवा हो सकता है"
- Tuesday January 7, 2025
- Edited by: अवधेश पैन्यूली
Bird Flu In America: 65 साल से ज्यादा उम्र के इस मरीज को सांस संबंधी बीमारी के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था और यह संयुक्त राज्य अमेरिका में पाया गया H5N1 वायरस के मानव संक्रमण का पहला गंभीर मामला था.
- ndtv.in
-
चमगादड़ या चूहे नहीं ये जीव फैलाते हैं सबसे अधिक वायरस, इस तरह बनते हैं खुद के लिए ही खतरा
- Saturday April 6, 2024
- Edited by: संज्ञा सिंह
यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन के शोधकर्ताओं ने वायरल जीनोम का विश्लेषण किया और पाया कि ज्यादातर मामलों (64%) में, वायरस मनुष्यों से दूसरे जानवरों (एंथ्रोपोनोसिस) में पहुंच गए.
- ndtv.in
-
इंसानों में पहली बार मिला H5 Bird Flue : इस अमेरिकी रिपोर्ट को पढ़ना है बेहद ज़रूरी
- Friday April 29, 2022
- Edited by: वर्तिका
H5N1 बीमारी पक्षियों (Bird) में होने वाले इन्फ्लूएंजा (Flu) संक्रमण के टाइप A प्रकार के वायरस के कारण होती है. यह वायरस पानी में रहने वाले जंगली पक्षियों में दुनिया भर में पाया जाता है और यह घरेलू पॉलेट्री (poultry) और दूसरे पक्षी और जानवर प्रजातियों को भी प्रभावित कर सकता है.
- ndtv.in
-
अमेरिका में बर्ड फ्लू से पहली बार किसी व्यक्ति की मौत, एक्सपर्ट्स ने कहा "वायरस जानलेवा हो सकता है"
- Tuesday January 7, 2025
- Edited by: अवधेश पैन्यूली
Bird Flu In America: 65 साल से ज्यादा उम्र के इस मरीज को सांस संबंधी बीमारी के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था और यह संयुक्त राज्य अमेरिका में पाया गया H5N1 वायरस के मानव संक्रमण का पहला गंभीर मामला था.
- ndtv.in
-
चमगादड़ या चूहे नहीं ये जीव फैलाते हैं सबसे अधिक वायरस, इस तरह बनते हैं खुद के लिए ही खतरा
- Saturday April 6, 2024
- Edited by: संज्ञा सिंह
यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन के शोधकर्ताओं ने वायरल जीनोम का विश्लेषण किया और पाया कि ज्यादातर मामलों (64%) में, वायरस मनुष्यों से दूसरे जानवरों (एंथ्रोपोनोसिस) में पहुंच गए.
- ndtv.in
-
इंसानों में पहली बार मिला H5 Bird Flue : इस अमेरिकी रिपोर्ट को पढ़ना है बेहद ज़रूरी
- Friday April 29, 2022
- Edited by: वर्तिका
H5N1 बीमारी पक्षियों (Bird) में होने वाले इन्फ्लूएंजा (Flu) संक्रमण के टाइप A प्रकार के वायरस के कारण होती है. यह वायरस पानी में रहने वाले जंगली पक्षियों में दुनिया भर में पाया जाता है और यह घरेलू पॉलेट्री (poultry) और दूसरे पक्षी और जानवर प्रजातियों को भी प्रभावित कर सकता है.
- ndtv.in