Gurudev Rabindranath Tagore
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गुरुदेव 'रविंद्रनाथ टैगोर' का लेखन साहित्य जगत की अमूल्य धरोहर, जानें अंग्रेजों को क्यों लौटाई 'नाइट हुड' की उपाधि?
- Wednesday August 7, 2024
- Reported by: IANS
20 वीं सदी के प्रारंभ में बंगाल और पूरे भारत में एक प्रमुख लेखक, कवि और कलाकार के साथ-साथ दुनिया भर में लाखों लोगों के लिए प्रेरणास्रोत रहे रवींद्रनाथ टैगोर की कृतियों का एक विशाल संग्रह आज भी भारत के लिए अमूल्य धरोहर है.
- ndtv.in
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भाजपा पर भड़कीं ममता बनर्जी, कहा - टैगोर की धरती पर नफरत की राजनीति नहीं होने दूंगी
- Tuesday December 29, 2020
- Reported by: भाषा
ममता बनर्जी ने अपने संबोधन में कहा, ‘‘जो महात्मा गांधी और देश के अन्य महापुरूषों का सम्मान नहीं करते, वे ‘सोनार बांग्ला’ बनाने की बात करते हैं. रवींद्रनाथ टैगोर कई दशक पहले ही ‘सोनार बांग्ला’ तैयार कर चुके हैं और हमें भाजपा के सांप्रदायिक हमलों से इस संस्थान को बचाने की जरूरत है.
- ndtv.in
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गुरुदेव द्वारा रचित उपन्यास 'घरे-बाइरे' आधारित नाटक का हुआ मंचन
- Monday June 5, 2017
- इंडो-एशियन न्यूज़ सर्विस
अब तक 150 से ज्यादा नाटकों में विविध भूमिकाएं निभा चुके और 25 नाटकों का निर्देशन करने वाले ओडिशा और दिल्ली के जाने-माने रंगकर्मी चितरंजन सतपथि ने नाटक 'घर और बाहर' का मंचन किया.
- ndtv.in
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डॉ विजय अग्रवाल : महात्मा बुद्ध, फुटबॉल का खेल, और आध्यात्मिक जीवन के मायने...
- Wednesday October 14, 2015
- Dr Vijay Agrawal
चाहे ईश्वर के अवतार राम और कृष्ण हों, चाहे ईश्वर के पुत्र प्रभु यीशु हों, अथवा अल्लाह के संदेशवाहक मोहम्मद साहब हों, सभी ने इस धरती पर आकर जो कुछ किया, जैसा जीवन जिया, उससे यही संदेश मिलता है कि 'कर्म ही मुक्ति है...'
- ndtv.in
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गुरुदेव 'रविंद्रनाथ टैगोर' का लेखन साहित्य जगत की अमूल्य धरोहर, जानें अंग्रेजों को क्यों लौटाई 'नाइट हुड' की उपाधि?
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20 वीं सदी के प्रारंभ में बंगाल और पूरे भारत में एक प्रमुख लेखक, कवि और कलाकार के साथ-साथ दुनिया भर में लाखों लोगों के लिए प्रेरणास्रोत रहे रवींद्रनाथ टैगोर की कृतियों का एक विशाल संग्रह आज भी भारत के लिए अमूल्य धरोहर है.
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