India | Reported by: आशीष भार्गव |गुरुवार दिसम्बर 13, 2018 03:03 PM IST सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई करते हुए पूछा कि इस याचिका में यह कैसी प्रार्थनाएं है? साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने दोबारा ऐसी याचिका दाखिल न करने के लिए कहा है. इस याचिका में साथ ही यह भी मांग की गई थी कि सुप्रीम कोर्ट एक दिशा निर्देश दे, जिससे रेप और पीड़ित की हत्या जैसे जघन्य अपराध को करने वालों को निचली अदालत द्वारा दोषी पाए जाने के 8 महीने के भीतर फांसी पर लटकाया जाए. इसके साथ ही याचिका में मांग की गई थी कि रेप और पीड़ित की हत्या जैसे मामले में फास्ट ट्रैक सुनवाई होनी चाहिए. यह याचिका वकील अलख आलोक श्रीवास्तव ने दाखिल की थी.