Frigate
- सब
- ख़बरें
- वीडियो
-
जमीन, आसमान और समंदर से दुश्मन पर सटीक वार... जानें फ्रिगेट महेंद्रगिरी की खासियतें
- Tuesday July 8, 2025
- Reported by: राजीव रंजन, Edited by: आलोक कुमार ठाकुर
समय पर नौसेना को फ्रिगेट मिले, इसके लिये करीब 700 क्रू चौबीसों घंटे काम करते है. ऐसे एक फ्रिगेट को बनने में चार से पांच साल लगते हैं.
-
ndtv.in
-
चीन के पहले स्वदेशी विमानवाहक जंगी पोत Shandong में ऐसा क्या खास, हांगकांग में देखने उमड़ पड़ी भीड़
- Friday July 4, 2025
- Written by: मनोज शर्मा
चीन का पहला स्वदेशी विमानवाहक जंगी पोत शानदोंग (the Shandong) न सिर्फ चीन की ताकत बल्कि राष्ट्रपति शी जिनपिंग की महत्वाकांक्षाओं का भी प्रतीक है. आइए समझते हैं यह विमानवाहक जंगी पोत इतना खास क्यों है.
-
ndtv.in
-
Indian Navy: भारतीय नौसेना की बढ़ी ताकत; बेड़े में शामिल हुआ 'उदयगिरि', जानें इसकी खासियत
- Wednesday July 2, 2025
- Reported by: राजीव रंजन, Edited by: शुभम उपाध्याय
उदयगिरि को आप शिवालिक क्लास का आधुनिक संस्करण कह सकते हैं. वैसे ये नीलगिरी क्लास का दूसरा फ्रिगेट हैं. ये मल्टी मिशन फ्रिगेट ब्लू वाटर नेवी संचालन में सक्षम है.
-
ndtv.in
-
युद्धपोत ‘महेंद्रगिरि’ का जलावतरण, उपराष्ट्रपति ने बताया समुद्री सुरक्षा के लिए मील का पत्थर
- Friday September 1, 2023
- Reported by: राजीव रंजन, Edited by: अभिषेक पारीक
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा, ‘‘मुझे यकीन है कि जलावतरण के बाद ‘महेंद्रगिरि’ भारत की समुद्री शक्ति के दूत के रूप में समुद्र में पूरे गर्व से तिरंगा लहराएगा.’’
-
ndtv.in
-
देश को आज मिलेगा नया जंगी जहाज ‘विंध्यागिरी’, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू करेंगी लॉन्च
- Thursday August 17, 2023
- Reported by: राजीव रंजन
नीलगिरी क्लास फ्रिगेट्स को मझगांव डॉकयार्ड और गार्डेन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स बना रहे हैं. इसके अंतर्गत सात जंगी जहाज बन रहे हैं. जिनमें से पांच लॉन्च हो चुके हैं और बाकी के 2025 तक भारतीय नौसेना में शामिल हो जाएंगे.
-
ndtv.in
-
Flashback2018: बड़े रक्षा सौदे जिनसे बढ़ी भारत की ताकत
- Monday December 24, 2018
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
दुनिया में हथियार खरीदने वाले देशों में भारत का स्थान पहले नंबर पर आता है. इसमें सबसे बड़ा कारण भारत की भौगोलिक स्थिति है. भारत के पड़ोस में पाकिस्तान और चीन जैसे देश हैं. पाकिस्तान की तरफ से आतंकवाद के रूप में एक तरह से परोक्ष लड़ाई जारी ही रहती है तो दूसरी ओर चीन की गतिविधियां भी संदेह पैदा करती हैं. डोकलाम का मामला इसका सबसे बड़ा उदाहरण है.
-
ndtv.in
-
जमीन, आसमान और समंदर से दुश्मन पर सटीक वार... जानें फ्रिगेट महेंद्रगिरी की खासियतें
- Tuesday July 8, 2025
- Reported by: राजीव रंजन, Edited by: आलोक कुमार ठाकुर
समय पर नौसेना को फ्रिगेट मिले, इसके लिये करीब 700 क्रू चौबीसों घंटे काम करते है. ऐसे एक फ्रिगेट को बनने में चार से पांच साल लगते हैं.
-
ndtv.in
-
चीन के पहले स्वदेशी विमानवाहक जंगी पोत Shandong में ऐसा क्या खास, हांगकांग में देखने उमड़ पड़ी भीड़
- Friday July 4, 2025
- Written by: मनोज शर्मा
चीन का पहला स्वदेशी विमानवाहक जंगी पोत शानदोंग (the Shandong) न सिर्फ चीन की ताकत बल्कि राष्ट्रपति शी जिनपिंग की महत्वाकांक्षाओं का भी प्रतीक है. आइए समझते हैं यह विमानवाहक जंगी पोत इतना खास क्यों है.
-
ndtv.in
-
Indian Navy: भारतीय नौसेना की बढ़ी ताकत; बेड़े में शामिल हुआ 'उदयगिरि', जानें इसकी खासियत
- Wednesday July 2, 2025
- Reported by: राजीव रंजन, Edited by: शुभम उपाध्याय
उदयगिरि को आप शिवालिक क्लास का आधुनिक संस्करण कह सकते हैं. वैसे ये नीलगिरी क्लास का दूसरा फ्रिगेट हैं. ये मल्टी मिशन फ्रिगेट ब्लू वाटर नेवी संचालन में सक्षम है.
-
ndtv.in
-
युद्धपोत ‘महेंद्रगिरि’ का जलावतरण, उपराष्ट्रपति ने बताया समुद्री सुरक्षा के लिए मील का पत्थर
- Friday September 1, 2023
- Reported by: राजीव रंजन, Edited by: अभिषेक पारीक
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा, ‘‘मुझे यकीन है कि जलावतरण के बाद ‘महेंद्रगिरि’ भारत की समुद्री शक्ति के दूत के रूप में समुद्र में पूरे गर्व से तिरंगा लहराएगा.’’
-
ndtv.in
-
देश को आज मिलेगा नया जंगी जहाज ‘विंध्यागिरी’, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू करेंगी लॉन्च
- Thursday August 17, 2023
- Reported by: राजीव रंजन
नीलगिरी क्लास फ्रिगेट्स को मझगांव डॉकयार्ड और गार्डेन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स बना रहे हैं. इसके अंतर्गत सात जंगी जहाज बन रहे हैं. जिनमें से पांच लॉन्च हो चुके हैं और बाकी के 2025 तक भारतीय नौसेना में शामिल हो जाएंगे.
-
ndtv.in
-
Flashback2018: बड़े रक्षा सौदे जिनसे बढ़ी भारत की ताकत
- Monday December 24, 2018
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
दुनिया में हथियार खरीदने वाले देशों में भारत का स्थान पहले नंबर पर आता है. इसमें सबसे बड़ा कारण भारत की भौगोलिक स्थिति है. भारत के पड़ोस में पाकिस्तान और चीन जैसे देश हैं. पाकिस्तान की तरफ से आतंकवाद के रूप में एक तरह से परोक्ष लड़ाई जारी ही रहती है तो दूसरी ओर चीन की गतिविधियां भी संदेह पैदा करती हैं. डोकलाम का मामला इसका सबसे बड़ा उदाहरण है.
-
ndtv.in