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Farmers Movement Ghazipur

'Farmers Movement Ghazipur' - 16 News Result(s)
  • प्रदर्शनों को कुचलने की दुनिया भर में तैयारी

    प्रदर्शनों को कुचलने की दुनिया भर में तैयारी

    जनता कहां प्रदर्शन करेगी, क्या उस शहर में प्रदर्शन नहीं होगा जहां कोई मैदान या बड़ा पार्क नहीं होगा और होगा तो सरकार नहीं देगी. भारत में प्रदर्शन शुरू नहीं होता कि बंद कराने की बात होने लगती है. अब अमेरिका में भी प्रदर्शन करने के अधिकारों के खिलाफ कानून बनने लगे हैं.

  • किसान आंदोलन - कोर्ट में सुनवाई, सरकार कहां गई?

    किसान आंदोलन - कोर्ट में सुनवाई, सरकार कहां गई?

    जिस देश में आज़ादी की लड़ाई का आंदोलन 1857 से 1947 तक अलग अलग रूप में चला हो, उस देश के सुप्रीम कोर्ट में शाहीन बाग धरने के बाद किसानों के धरने को लेकर चल रही बहस में अजीब अजीब किस्म के सवाल उठ रहे हैं कि आंदोलन कब तक चलेगा, क्यों चल रहा है, अनंत काल के लिए सड़कें बंद नहीं हो सकती हैं.

  • गाजीपुर सीमा झड़प मामला : राकेश टिकैत ने कहा, जाति आधारित दंगे भड़काने की साजिश रच रही है भाजपा

    गाजीपुर सीमा झड़प मामला : राकेश टिकैत ने कहा, जाति आधारित दंगे भड़काने की साजिश रच रही है भाजपा

    एक प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार झड़प उस वक्त हुई जब भाजपा कार्यकर्ता एक फ्लाईवे पर जुलूस निकाल रहे थे, जहां प्रदर्शनकारी मुख्य रूप से बीकेयू के समर्थक नवंबर 2020 से डेरा डाले हुए हैं. किसानों ने आरोप लगाया कि यह प्रकरण सात महीने पुराने विरोध को दबाने के लिए भाजपा और आरएसएस की साजिश है.

  • राज्यपाल सत्यपाल मलिक को किसानों और सरकार के बीच मध्यस्थता के लिए आगे आना चाहिए : नरेश टिकैत

    राज्यपाल सत्यपाल मलिक को किसानों और सरकार के बीच मध्यस्थता के लिए आगे आना चाहिए : नरेश टिकैत

    बुधवार को भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत अपने सैकड़ों समर्थकों समेत गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे. यहां धरने पर बैठे किसानों से मुलाकात कर मेघालय के राज्यपाल और बीजेपी नेता सत्यपाल मलिक की खूब तारीफ की. उन्होंने कहा कि सरकार की तरफ से उन्हें मध्यस्थता करनी चाहिए. किसान उनकी बात जरूर मानेंगे.

  • एसकेएम ने किसानों से कहा : दिल्ली में प्रदर्शन स्थलों पर पक्के मकान नहीं बनाए जाए

    एसकेएम ने किसानों से कहा : दिल्ली में प्रदर्शन स्थलों पर पक्के मकान नहीं बनाए जाए

    बयान में कहा गया कि मोर्चा की बैठक के दौरान यह निर्णय हुआ कि प्रदर्शनकारी प्रदर्शन स्थलों पर कोई स्थायी निर्माण कार्य नहीं करेंगे. वक्तव्य में यह भी कहा गया कि एसकेएम (SKM) के कई नेता पश्चिम बंगाल गए हैं, जहां वे अपने आंदोलन के समर्थन में प्रचार करेंगे और मतदाताओं से ‘किसान विरोधी’ भाजपा को वोट नहीं देने की अपील करेंगे. इसमें कहा गया है कि एसकेएम (SKM) के प्रतिनिधिमंडल ने रविवार को बंगाल के सिंगूर और आसनसोल में महापंचायतों को भी संबोधित किया.

  • किसान आंदोलन: गर्मी से मुकाबले की तैयारी कर रहे हैं किसान, कुछ बना रहे हैं पक्के मकान

    किसान आंदोलन: गर्मी से मुकाबले की तैयारी कर रहे हैं किसान, कुछ बना रहे हैं पक्के मकान

    गौरतलब है कि हजारों किसान, जिनमें ज्यादातर पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के हैं, दिल्ली सीमा के सिंघू, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर तीन महीने से अधिक समय से डेरा डाले हुए हैं, जो कृषि कानूनों को रद्द करने और फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कानूनी गारंटी की मांग कर रहे हैं.

  • प्रधानमंत्री के ‘‘परजीवी’’ कहने से किसान समुदाय को गहरा दुख पहुंचा: किसान नेता

    प्रधानमंत्री के ‘‘परजीवी’’ कहने से किसान समुदाय को गहरा दुख पहुंचा: किसान नेता

    किसान नेताओं ने रविवार को देशभर में कैंडल मार्च और टॉर्च जुलूस निकालने की भी घोषणा की. उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम ड्यूटी के दौरान शहीद होने वाले जवानों और दिल्ली की सीमाओं पर नवंबर से चल रहे आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों को श्रद्धांजलि देने के लिए किया जाएगा. भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) ने एक वक्तव्य में कहा, ‘‘यह आयोजन रात सात से आठ बजे तक किया जाएगा.’’ पाल ने कहा कि किसान पंचायतों के जरिए वे सरकार पर अपनी मांग मानने के लिए दबाव बनाने का प्रयास कर रहे हैं ताकि प्रदर्शन खत्म हो सकें. उन्होंने कहा, ‘‘इस अभियान में पूरे देश के किसान शामिल हैं.’’ ब्रिटेन की संसद में किसान आंदोलन पर चर्चा का जिक्र करते हुए पाल ने कहा, ‘‘सरकार को हमारी समस्या को समझना चाहिए.’’

  • किसान नेताओं ने ‘सम्मानपूर्ण समाधान’ की जरूरत बताई, कहा दबाव में नहीं मानेंगे

    किसान नेताओं ने ‘सम्मानपूर्ण समाधान’ की जरूरत बताई, कहा दबाव में नहीं मानेंगे

    राकेश टिकैत ने कहा, ‘‘हम प्रधानमंत्री की गरिमा का सम्मान करेंगे. किसान नहीं चाहते कि सरकार या संसद उनके आगे झुकें.’’ हालांकि उन्होंने कहा, ‘‘हम यह भी सुनिश्चित करेंगे कि किसानों के आत्म-सम्मान की रक्षा हो.’’ गणतंत्र दिवस पर अनेक प्रदर्शनकारी लाल किले के अंदर पहुंच गये थे. टिकैत बंधुओं ने भी गणतंत्र दिवस पर हुई हिंसा की निंदा की और कहा कि यह अस्वीकार्य है. हालांकि उन्होंने आरोप लगाया कि यह हिंसा एक षड्यंत्र का नतीजा थी.

  • लोकतंत्र का मजाक बनाए जाने के बाद किसान आंदोलन के लिए राजनीतिक समर्थन लिया: राकेश टिकैत

    लोकतंत्र का मजाक बनाए जाने के बाद किसान आंदोलन के लिए राजनीतिक समर्थन लिया: राकेश टिकैत

    एक सवाल के जवाब में टिकैत ने कहा, ‘‘संयुक्त किसान मोर्चा ने राजनीतिक दलों को अपने आंदोलन में प्रवेश नहीं करने दिया था क्योंकि हमारा आंदोलन गैर राजनीतिक है. प्रदर्शन को लेकर लोकतंत्र का मजाक बनाए जाने के बाद, राजनीतिक दलों से समर्थन लिया गया. इसके बावजूद, नेताओं को किसान आंदोलन के मंच से दूर रखा गया है.’’ गाजीपुर बॉर्डर पर टिकैत से मिलने आए शिअद प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने कहा, ‘‘मोदी साब नु किसाना दी मन दी गल सुननी चाहिदी है.’’ शिअद कृषि कानूनों को लेकर केन्द्र में सत्तारूढ़ राजग से रिश्ता तोड़ चुका है.

  • सरकार इंटरनेट पर रोक लगाकर किसानों की आवाज दबाने पर आमादा है : कांग्रेस

    सरकार इंटरनेट पर रोक लगाकर किसानों की आवाज दबाने पर आमादा है : कांग्रेस

    उन्होंने ट्वीट किया, " मैं हमारे अन्नदाताओं पर इस सरकार द्वारा इस तरह के अत्याचार का विरोध करता हूं. शर्म करो भाजपा. शेम, शेम." चौधरी ने दावा किया, "भाजपा आंसुओं से डर गई है. किसानों की आंखों से निकले आंसुओं की ताकत ने भाजपा को हिला दिया है जो हर मौके का इस्तेमाल घड़याली आंसू बहाने के लिए करती है." कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इन कानूनों पर 18 महीने के लिए रोक लगा दी गई है.

  • किसान नेता राकेश टिकैत गाजीपुर बॉर्डर पर डटे, किसानों और नेताओं का समर्थन

    किसान नेता राकेश टिकैत गाजीपुर बॉर्डर पर डटे, किसानों और नेताओं का समर्थन

    दिल्ली की गाजीपुर बॉर्डर पर अब राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) को समर्थन देने के लिए नेता से लेकर किसान (Farmers) तक पहुंच रहे हैं. राकेश टिकैत को मिल रहे समर्थन के चलते बीजेपी के लोनी विधायक के खिलाफ पार्टी के अंदर से ही आवाज उठने लगी है. राकेश टिकैत के आंसुओं के चलते अब प्रशासन पीछे हट गया है और हजारों किसानों का जमावड़ा गाजीपुर बार्डर पर लगने लगा है.

  • किसान 30 जनवरी को सद्भावना दिवस मनाएंगे, दिन भर का उपवास रखेंगे

    किसान 30 जनवरी को सद्भावना दिवस मनाएंगे, दिन भर का उपवास रखेंगे

    भारतीय किसान यूनियन के नेता युधिष्ठिर सिंह ने कहा कि हमें इन (भाजपा) लोगों से राष्ट्रीय ध्वज का सम्मान करने पर व्याख्यान की जरूरत नहीं है. यहां बैठे अधिकांश किसानों के अपने बच्चे सीमाओं पर देश के लिए लड़ रहे हैं.” उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा किसानों के आंदोलन को दबाने की कोशिश ने इसे और तेज कर दिया है क्योंकि कल रात की घटना के बाद से और अधिक लोग आंदोलन में शामिल हुए हैं.

  • BKU (लोकशक्ति) ने फिर शुरू किया कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन

    BKU (लोकशक्ति) ने फिर शुरू किया कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन

    इस कदम से (बीकेयू नेता) राकेश टिकैत व्यथित हैं. उनकी गिरफ्तारी और वहां विरोध समाप्त होने के बारे में घोषणा की गई थी, लेकिन विधायक ने वहां माहौल को बिगाड़ दिया और टिकैत रो पड़े.” उन्होंने कहा, ''बीकेयू (लोक शक्ति) दमन की किसी भी नीति को बर्दाश्त नहीं करेगा. सरकार या प्रशासन कोई भी कार्रवाई कर सकता है लेकिन कोई विधायक या जनप्रतिनिधि किसानों के साथ क्रूरता से व्यवहार नहीं कर सकता और बीकेयू (लोक शक्ति) यह बर्दाश्त नहीं करेगा.’

  • किसान आंदोलन: यूपी गेट पर भीड़ बढ़ी, करीब 3 हजार सुरक्षा बल तैनात

    किसान आंदोलन: यूपी गेट पर भीड़ बढ़ी, करीब 3 हजार सुरक्षा बल तैनात

    पुलिस उपाधीक्षक (इंदिरापुरम) अंशु जैन ने पीटीआई-भाषा को बताया कि सुरक्षा बलों के करीब तीन हजार जवानों को तैनात किया गया है. इसमें राज्य सशस्त्र बल के अलावा रैपिड एक्शन फोर्स एवं सिविल पुलिस के जवान शामिल हैं. इन जवानों को गाजीपुर के आस पास तैनात किया गया है. इस बीच उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, आरएलडी नेता जयंत चौधरी एवं भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने टिकैत से मुलाकात की. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव एवं बसपा प्रमुख मायावती ने भी किसान आंदोलन को अपनी पार्टी का समर्थन दिया है.

  • दिल्ली की गाजीपुर बार्डर पर किसान आंदोलन में चोर हाथ साफ कर रहे

    दिल्ली की गाजीपुर बार्डर पर किसान आंदोलन में चोर हाथ साफ कर रहे

    दिल्ली-यूपी की गाजीपुर बार्डर पर आंदोलन (Farmers Movement) कर रहे हजारों किसान की जेब और सामान पर आजकल चोर तेजी से हाथ साफ कर रहे हैं. दो दर्जन से ज्यादा मोबाइल, जैकेट और कई लोगों के हजारों रुपये चोरी हो चुके हैं. बढ़ती चोरियों के चलते अब किसान यूनियन सीसीटीवी से लेकर घोड़ों तक से पहरेदारी करा रहे हैं. गाजीपुर बार्डर पर किसानों ने एक चोर को चोरी करते हुए पकड़ा है लेकिन चोरियों का सिलसिला थम नहीं रहा है. बार बार मंच से किसान नेता चोरों से सावधान रहने की हिदायद दे रहे हैं.

'Farmers Movement Ghazipur' - 47 Video Result(s)
'Farmers Movement Ghazipur' - 16 News Result(s)
  • प्रदर्शनों को कुचलने की दुनिया भर में तैयारी

    प्रदर्शनों को कुचलने की दुनिया भर में तैयारी

    जनता कहां प्रदर्शन करेगी, क्या उस शहर में प्रदर्शन नहीं होगा जहां कोई मैदान या बड़ा पार्क नहीं होगा और होगा तो सरकार नहीं देगी. भारत में प्रदर्शन शुरू नहीं होता कि बंद कराने की बात होने लगती है. अब अमेरिका में भी प्रदर्शन करने के अधिकारों के खिलाफ कानून बनने लगे हैं.

  • किसान आंदोलन - कोर्ट में सुनवाई, सरकार कहां गई?

    किसान आंदोलन - कोर्ट में सुनवाई, सरकार कहां गई?

    जिस देश में आज़ादी की लड़ाई का आंदोलन 1857 से 1947 तक अलग अलग रूप में चला हो, उस देश के सुप्रीम कोर्ट में शाहीन बाग धरने के बाद किसानों के धरने को लेकर चल रही बहस में अजीब अजीब किस्म के सवाल उठ रहे हैं कि आंदोलन कब तक चलेगा, क्यों चल रहा है, अनंत काल के लिए सड़कें बंद नहीं हो सकती हैं.

  • गाजीपुर सीमा झड़प मामला : राकेश टिकैत ने कहा, जाति आधारित दंगे भड़काने की साजिश रच रही है भाजपा

    गाजीपुर सीमा झड़प मामला : राकेश टिकैत ने कहा, जाति आधारित दंगे भड़काने की साजिश रच रही है भाजपा

    एक प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार झड़प उस वक्त हुई जब भाजपा कार्यकर्ता एक फ्लाईवे पर जुलूस निकाल रहे थे, जहां प्रदर्शनकारी मुख्य रूप से बीकेयू के समर्थक नवंबर 2020 से डेरा डाले हुए हैं. किसानों ने आरोप लगाया कि यह प्रकरण सात महीने पुराने विरोध को दबाने के लिए भाजपा और आरएसएस की साजिश है.

  • राज्यपाल सत्यपाल मलिक को किसानों और सरकार के बीच मध्यस्थता के लिए आगे आना चाहिए : नरेश टिकैत

    राज्यपाल सत्यपाल मलिक को किसानों और सरकार के बीच मध्यस्थता के लिए आगे आना चाहिए : नरेश टिकैत

    बुधवार को भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत अपने सैकड़ों समर्थकों समेत गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे. यहां धरने पर बैठे किसानों से मुलाकात कर मेघालय के राज्यपाल और बीजेपी नेता सत्यपाल मलिक की खूब तारीफ की. उन्होंने कहा कि सरकार की तरफ से उन्हें मध्यस्थता करनी चाहिए. किसान उनकी बात जरूर मानेंगे.

  • एसकेएम ने किसानों से कहा : दिल्ली में प्रदर्शन स्थलों पर पक्के मकान नहीं बनाए जाए

    एसकेएम ने किसानों से कहा : दिल्ली में प्रदर्शन स्थलों पर पक्के मकान नहीं बनाए जाए

    बयान में कहा गया कि मोर्चा की बैठक के दौरान यह निर्णय हुआ कि प्रदर्शनकारी प्रदर्शन स्थलों पर कोई स्थायी निर्माण कार्य नहीं करेंगे. वक्तव्य में यह भी कहा गया कि एसकेएम (SKM) के कई नेता पश्चिम बंगाल गए हैं, जहां वे अपने आंदोलन के समर्थन में प्रचार करेंगे और मतदाताओं से ‘किसान विरोधी’ भाजपा को वोट नहीं देने की अपील करेंगे. इसमें कहा गया है कि एसकेएम (SKM) के प्रतिनिधिमंडल ने रविवार को बंगाल के सिंगूर और आसनसोल में महापंचायतों को भी संबोधित किया.

  • किसान आंदोलन: गर्मी से मुकाबले की तैयारी कर रहे हैं किसान, कुछ बना रहे हैं पक्के मकान

    किसान आंदोलन: गर्मी से मुकाबले की तैयारी कर रहे हैं किसान, कुछ बना रहे हैं पक्के मकान

    गौरतलब है कि हजारों किसान, जिनमें ज्यादातर पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के हैं, दिल्ली सीमा के सिंघू, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर तीन महीने से अधिक समय से डेरा डाले हुए हैं, जो कृषि कानूनों को रद्द करने और फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कानूनी गारंटी की मांग कर रहे हैं.

  • प्रधानमंत्री के ‘‘परजीवी’’ कहने से किसान समुदाय को गहरा दुख पहुंचा: किसान नेता

    प्रधानमंत्री के ‘‘परजीवी’’ कहने से किसान समुदाय को गहरा दुख पहुंचा: किसान नेता

    किसान नेताओं ने रविवार को देशभर में कैंडल मार्च और टॉर्च जुलूस निकालने की भी घोषणा की. उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम ड्यूटी के दौरान शहीद होने वाले जवानों और दिल्ली की सीमाओं पर नवंबर से चल रहे आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों को श्रद्धांजलि देने के लिए किया जाएगा. भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) ने एक वक्तव्य में कहा, ‘‘यह आयोजन रात सात से आठ बजे तक किया जाएगा.’’ पाल ने कहा कि किसान पंचायतों के जरिए वे सरकार पर अपनी मांग मानने के लिए दबाव बनाने का प्रयास कर रहे हैं ताकि प्रदर्शन खत्म हो सकें. उन्होंने कहा, ‘‘इस अभियान में पूरे देश के किसान शामिल हैं.’’ ब्रिटेन की संसद में किसान आंदोलन पर चर्चा का जिक्र करते हुए पाल ने कहा, ‘‘सरकार को हमारी समस्या को समझना चाहिए.’’

  • किसान नेताओं ने ‘सम्मानपूर्ण समाधान’ की जरूरत बताई, कहा दबाव में नहीं मानेंगे

    किसान नेताओं ने ‘सम्मानपूर्ण समाधान’ की जरूरत बताई, कहा दबाव में नहीं मानेंगे

    राकेश टिकैत ने कहा, ‘‘हम प्रधानमंत्री की गरिमा का सम्मान करेंगे. किसान नहीं चाहते कि सरकार या संसद उनके आगे झुकें.’’ हालांकि उन्होंने कहा, ‘‘हम यह भी सुनिश्चित करेंगे कि किसानों के आत्म-सम्मान की रक्षा हो.’’ गणतंत्र दिवस पर अनेक प्रदर्शनकारी लाल किले के अंदर पहुंच गये थे. टिकैत बंधुओं ने भी गणतंत्र दिवस पर हुई हिंसा की निंदा की और कहा कि यह अस्वीकार्य है. हालांकि उन्होंने आरोप लगाया कि यह हिंसा एक षड्यंत्र का नतीजा थी.

  • लोकतंत्र का मजाक बनाए जाने के बाद किसान आंदोलन के लिए राजनीतिक समर्थन लिया: राकेश टिकैत

    लोकतंत्र का मजाक बनाए जाने के बाद किसान आंदोलन के लिए राजनीतिक समर्थन लिया: राकेश टिकैत

    एक सवाल के जवाब में टिकैत ने कहा, ‘‘संयुक्त किसान मोर्चा ने राजनीतिक दलों को अपने आंदोलन में प्रवेश नहीं करने दिया था क्योंकि हमारा आंदोलन गैर राजनीतिक है. प्रदर्शन को लेकर लोकतंत्र का मजाक बनाए जाने के बाद, राजनीतिक दलों से समर्थन लिया गया. इसके बावजूद, नेताओं को किसान आंदोलन के मंच से दूर रखा गया है.’’ गाजीपुर बॉर्डर पर टिकैत से मिलने आए शिअद प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने कहा, ‘‘मोदी साब नु किसाना दी मन दी गल सुननी चाहिदी है.’’ शिअद कृषि कानूनों को लेकर केन्द्र में सत्तारूढ़ राजग से रिश्ता तोड़ चुका है.

  • सरकार इंटरनेट पर रोक लगाकर किसानों की आवाज दबाने पर आमादा है : कांग्रेस

    सरकार इंटरनेट पर रोक लगाकर किसानों की आवाज दबाने पर आमादा है : कांग्रेस

    उन्होंने ट्वीट किया, " मैं हमारे अन्नदाताओं पर इस सरकार द्वारा इस तरह के अत्याचार का विरोध करता हूं. शर्म करो भाजपा. शेम, शेम." चौधरी ने दावा किया, "भाजपा आंसुओं से डर गई है. किसानों की आंखों से निकले आंसुओं की ताकत ने भाजपा को हिला दिया है जो हर मौके का इस्तेमाल घड़याली आंसू बहाने के लिए करती है." कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इन कानूनों पर 18 महीने के लिए रोक लगा दी गई है.

  • किसान नेता राकेश टिकैत गाजीपुर बॉर्डर पर डटे, किसानों और नेताओं का समर्थन

    किसान नेता राकेश टिकैत गाजीपुर बॉर्डर पर डटे, किसानों और नेताओं का समर्थन

    दिल्ली की गाजीपुर बॉर्डर पर अब राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) को समर्थन देने के लिए नेता से लेकर किसान (Farmers) तक पहुंच रहे हैं. राकेश टिकैत को मिल रहे समर्थन के चलते बीजेपी के लोनी विधायक के खिलाफ पार्टी के अंदर से ही आवाज उठने लगी है. राकेश टिकैत के आंसुओं के चलते अब प्रशासन पीछे हट गया है और हजारों किसानों का जमावड़ा गाजीपुर बार्डर पर लगने लगा है.

  • किसान 30 जनवरी को सद्भावना दिवस मनाएंगे, दिन भर का उपवास रखेंगे

    किसान 30 जनवरी को सद्भावना दिवस मनाएंगे, दिन भर का उपवास रखेंगे

    भारतीय किसान यूनियन के नेता युधिष्ठिर सिंह ने कहा कि हमें इन (भाजपा) लोगों से राष्ट्रीय ध्वज का सम्मान करने पर व्याख्यान की जरूरत नहीं है. यहां बैठे अधिकांश किसानों के अपने बच्चे सीमाओं पर देश के लिए लड़ रहे हैं.” उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा किसानों के आंदोलन को दबाने की कोशिश ने इसे और तेज कर दिया है क्योंकि कल रात की घटना के बाद से और अधिक लोग आंदोलन में शामिल हुए हैं.

  • BKU (लोकशक्ति) ने फिर शुरू किया कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन

    BKU (लोकशक्ति) ने फिर शुरू किया कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन

    इस कदम से (बीकेयू नेता) राकेश टिकैत व्यथित हैं. उनकी गिरफ्तारी और वहां विरोध समाप्त होने के बारे में घोषणा की गई थी, लेकिन विधायक ने वहां माहौल को बिगाड़ दिया और टिकैत रो पड़े.” उन्होंने कहा, ''बीकेयू (लोक शक्ति) दमन की किसी भी नीति को बर्दाश्त नहीं करेगा. सरकार या प्रशासन कोई भी कार्रवाई कर सकता है लेकिन कोई विधायक या जनप्रतिनिधि किसानों के साथ क्रूरता से व्यवहार नहीं कर सकता और बीकेयू (लोक शक्ति) यह बर्दाश्त नहीं करेगा.’

  • किसान आंदोलन: यूपी गेट पर भीड़ बढ़ी, करीब 3 हजार सुरक्षा बल तैनात

    किसान आंदोलन: यूपी गेट पर भीड़ बढ़ी, करीब 3 हजार सुरक्षा बल तैनात

    पुलिस उपाधीक्षक (इंदिरापुरम) अंशु जैन ने पीटीआई-भाषा को बताया कि सुरक्षा बलों के करीब तीन हजार जवानों को तैनात किया गया है. इसमें राज्य सशस्त्र बल के अलावा रैपिड एक्शन फोर्स एवं सिविल पुलिस के जवान शामिल हैं. इन जवानों को गाजीपुर के आस पास तैनात किया गया है. इस बीच उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, आरएलडी नेता जयंत चौधरी एवं भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने टिकैत से मुलाकात की. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव एवं बसपा प्रमुख मायावती ने भी किसान आंदोलन को अपनी पार्टी का समर्थन दिया है.

  • दिल्ली की गाजीपुर बार्डर पर किसान आंदोलन में चोर हाथ साफ कर रहे

    दिल्ली की गाजीपुर बार्डर पर किसान आंदोलन में चोर हाथ साफ कर रहे

    दिल्ली-यूपी की गाजीपुर बार्डर पर आंदोलन (Farmers Movement) कर रहे हजारों किसान की जेब और सामान पर आजकल चोर तेजी से हाथ साफ कर रहे हैं. दो दर्जन से ज्यादा मोबाइल, जैकेट और कई लोगों के हजारों रुपये चोरी हो चुके हैं. बढ़ती चोरियों के चलते अब किसान यूनियन सीसीटीवी से लेकर घोड़ों तक से पहरेदारी करा रहे हैं. गाजीपुर बार्डर पर किसानों ने एक चोर को चोरी करते हुए पकड़ा है लेकिन चोरियों का सिलसिला थम नहीं रहा है. बार बार मंच से किसान नेता चोरों से सावधान रहने की हिदायद दे रहे हैं.

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