किसानों ने आंदोलन के दौरान कई अपनों को खोया है. किसानों ने जिस तरह लड़ाई लड़ी है वो सिखा गए हैं कि आखिर लड़ाई कैसे लड़ी जाती है. यहां उम्र की कोई सीमा नहीं है. 80-90 साल के किसान कड़कड़ाती ठंड में बैठे नजर आए. ऐसे ही किसानों को गाजीपुर बॉर्डर पर राकेश टिकैत ने सम्मानित किया है, जिनमें 99 साल के किसान से लेकर युवा किसान भी शामिल हैं.