Faridabad Encounter
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फरीदाबाद में 12वीं की छात्रा को गोली मारने वाले आरोपी का एनकाउंटर, हुआ ये हाल
- Thursday November 6, 2025
- Reported by: मुकेश सिंह सेंगर, Edited by: प्रभांशु रंजन
फरीदाबाद में 12वीं की छात्रा को गोली मारने वाले आरोपी की पुलिस से मुठभेड़ हुई है. पुलिस एनकाउंटर में आरोपी के पांव में गोली लगी है. फिलहाल सिविल अस्पताल में आरोपी का इलाज चल रहा है.
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ndtv.in
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कानपुर के गैगंस्टर विकास दुबे का एनकाउंटर : ये 10 सवाल जिनका जवाब बहुतों को 'वास्तव' में ले डूबता
- Friday July 10, 2020
- Written by: मानस मिश्रा
गैंगस्टर विकास दुबे( Vikas Dubey) को पुलिस ने कानपुर से 30 किलोमीटर दूर भौंती नाम की जगह पर मार गिराया है. पुलिस के मुताबिक उज्जैन से उसे सड़क के रास्ते लाया जा रहा था तभी काफिल में शामिल एक वाहन पलट गया इसका फायदा उठाकर उसने भागने की कोशिश जिसमें पुलिस ने उसे मार गिराया है. लेकिन पुलिस की इस थ्योरी पर सवाल उठ रहे हैं. जब विकास दुबे ने बड़े आराम से खुद को सरेंडर किया और उसे पता था कि अब उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा यानी एनकाउंटर का खतरा टल चुका था तो भागने की कोशिश क्यों करेगा. गौरतलब है कि विकास दुबे के मामले में पुलिस की भूमिका शुरू से ही संदिग्ध रही है और उसके एक गुर्गे ने कैमरे के सामने बोला है कि उसे पकड़ने के लिए पुलिस आ रही है इसकी सूचना उसे थाने से ही दी गई है. दूसरी ओर कुछ मीडिया रिपोर्टस की मानें तो उज्जैन में जब उससे पूछताछ की जा रही थी तो वहां भी उसने कबूला था कि उसकी मदद में कई पुलिस चौकियां शामिल थीं. कुल मिलाकर विकास दुबे के खत्म होते ही ये सवाल भी हमेशा के लिए दफन हो गए.
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विकास दुबे ढेर : 2 जुलाई की रात 10:30 बजे से 10 जुलाई की सुबह 7 बजे तक क्या-क्या हुआ, 10 प्वाइंट में जानिए
- Friday July 10, 2020
- Written by: मानस मिश्रा
Vikas Dubey Encounter : कानपुर में 8 पुलिसकर्मियों की हत्या करके फरार होने वाले गैंगस्टर विकास दुबे का पुलिस ने एनकाउंटर कर दिया है. बताया जा रहा है कि रात में उज्जैन से कानपुर के लिए निकली एसटीएफ की टीम कानपुर से थोड़ा पहले पहुंची ही थी कि काफिले में शामिल एक कार हाइवे पर पलट गई. इस घटना का फायदा उठाकर विकास दुबे ने भागने की कोशिश की और दो-तीन किलोमीटर भागने के बाद उसे पुलिस ने गोली मार दी है. हालांकि पुलिस की इस थ्योरी से पर सवाल भी खड़े हो गए हैं कि जब इतने लाव-लश्कर के साथ पुलिस ने उसको पकड़ रखा तो फिर वह भागने में कैसे कामयाब हो गया. कुल मिलाकर विकास दुबे की कहानी खत्म होने के साथ ही सवालों के जवाब भी हमेशा के लिए दफन हो गए कि उसके अपराध में कौन-कौन से वर्दीधारी, सफेदपोश शामिल थे, जो शायद कोर्ट के सामने पता लग पाते.
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फरीदाबाद में 12वीं की छात्रा को गोली मारने वाले आरोपी का एनकाउंटर, हुआ ये हाल
- Thursday November 6, 2025
- Reported by: मुकेश सिंह सेंगर, Edited by: प्रभांशु रंजन
फरीदाबाद में 12वीं की छात्रा को गोली मारने वाले आरोपी की पुलिस से मुठभेड़ हुई है. पुलिस एनकाउंटर में आरोपी के पांव में गोली लगी है. फिलहाल सिविल अस्पताल में आरोपी का इलाज चल रहा है.
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कानपुर के गैगंस्टर विकास दुबे का एनकाउंटर : ये 10 सवाल जिनका जवाब बहुतों को 'वास्तव' में ले डूबता
- Friday July 10, 2020
- Written by: मानस मिश्रा
गैंगस्टर विकास दुबे( Vikas Dubey) को पुलिस ने कानपुर से 30 किलोमीटर दूर भौंती नाम की जगह पर मार गिराया है. पुलिस के मुताबिक उज्जैन से उसे सड़क के रास्ते लाया जा रहा था तभी काफिल में शामिल एक वाहन पलट गया इसका फायदा उठाकर उसने भागने की कोशिश जिसमें पुलिस ने उसे मार गिराया है. लेकिन पुलिस की इस थ्योरी पर सवाल उठ रहे हैं. जब विकास दुबे ने बड़े आराम से खुद को सरेंडर किया और उसे पता था कि अब उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा यानी एनकाउंटर का खतरा टल चुका था तो भागने की कोशिश क्यों करेगा. गौरतलब है कि विकास दुबे के मामले में पुलिस की भूमिका शुरू से ही संदिग्ध रही है और उसके एक गुर्गे ने कैमरे के सामने बोला है कि उसे पकड़ने के लिए पुलिस आ रही है इसकी सूचना उसे थाने से ही दी गई है. दूसरी ओर कुछ मीडिया रिपोर्टस की मानें तो उज्जैन में जब उससे पूछताछ की जा रही थी तो वहां भी उसने कबूला था कि उसकी मदद में कई पुलिस चौकियां शामिल थीं. कुल मिलाकर विकास दुबे के खत्म होते ही ये सवाल भी हमेशा के लिए दफन हो गए.
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- Written by: मानस मिश्रा
Vikas Dubey Encounter : कानपुर में 8 पुलिसकर्मियों की हत्या करके फरार होने वाले गैंगस्टर विकास दुबे का पुलिस ने एनकाउंटर कर दिया है. बताया जा रहा है कि रात में उज्जैन से कानपुर के लिए निकली एसटीएफ की टीम कानपुर से थोड़ा पहले पहुंची ही थी कि काफिले में शामिल एक कार हाइवे पर पलट गई. इस घटना का फायदा उठाकर विकास दुबे ने भागने की कोशिश की और दो-तीन किलोमीटर भागने के बाद उसे पुलिस ने गोली मार दी है. हालांकि पुलिस की इस थ्योरी से पर सवाल भी खड़े हो गए हैं कि जब इतने लाव-लश्कर के साथ पुलिस ने उसको पकड़ रखा तो फिर वह भागने में कैसे कामयाब हो गया. कुल मिलाकर विकास दुबे की कहानी खत्म होने के साथ ही सवालों के जवाब भी हमेशा के लिए दफन हो गए कि उसके अपराध में कौन-कौन से वर्दीधारी, सफेदपोश शामिल थे, जो शायद कोर्ट के सामने पता लग पाते.
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