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Dense Forests

'Dense Forests' - 3 News Result(s)
  • दुर्गम जंगल में बने आश्रम में रोज भजन सुनने के लिए आता है भालुओं का दल! देखें-VIDEO

    दुर्गम जंगल में बने आश्रम में रोज भजन सुनने के लिए आता है भालुओं का दल! देखें-VIDEO

    हमारा देश आध्यात्मिक शक्तियों और प्राचीन धार्मिक स्थलों के लिए दुनिया भर में मशहूर है. इन जगहों के चमत्कारों और घटनाओं के बारे में जानकर आश्चर्य होना लाजिमी है. एक ऐसी ही घटना मध्यप्रदेश में नित्य रूप से होती है. शहडोल जिले के अंतिम छोर पर मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ की सीमा पर खड़ाखोह के जंगल में स्थित राजमाड़ा रामवन आश्रम में भगवान के भजन की धुन सुनते ही जंगल की गुफाओं से हिंसक जानवर भालू निकलकर आ जाते हैं. वे बड़ी श्रद्धा के साथ भजन सुनते हैं. इतना ही नहीं वे भजन के बाद प्रसाद भी ग्रहण करते हैं.

  • चित्रकूट : गरीब किसान ने अकेले लगा डाला 40 हजार पेड़ों का घना जंगल

    चित्रकूट : गरीब किसान ने अकेले लगा डाला 40 हजार पेड़ों का घना जंगल

    चित्रकूट से करीब बीस किमी दूर भरत कूप के छोटे से गांव में भैयाराम यादव की पहाड़ी आपको दूर से ही दिख जाएगी. पहाड़ी के पास पहुंचते ही आप फलदार पेड़ों की लंबी श्रंखला से गुजरते हुए भैयाराम यादव की झोपड़ी के पास ठहर जाते हैं. गर्मी में पाठा के इस इलाके के पहाड़ जब तपते हैं तो भैयाराम का चालीस हजार पेड़ों वाला ये जंगल ठंडी भरा सूकून देता है. जब मैं उनके पास पहुंचा तो करीब 55 साल की उम्र, दरम्याना कद..हल्का शरीर और धूप में काले पड़ गए चेहरे पर हल्की मुस्कान लिए वो मिले. पत्नी और बेटे की मौत के बाद पेड़ ही उनका परिवार बन गया.

  • मोदी सरकार घने जंगलों वाले इलाकों को कोयला खनन के लिए खोलने की कर रही तैयारी

    मोदी सरकार घने जंगलों वाले इलाकों को कोयला खनन के लिए खोलने की कर रही तैयारी

    नरेंद्र मोदी सरकार बनने के बाद से विकास की रफ्तार तेज़ करने के लिए कोयला खनन को बढ़ाने की बात कही गई।

'Dense Forests' - 3 News Result(s)
  • दुर्गम जंगल में बने आश्रम में रोज भजन सुनने के लिए आता है भालुओं का दल! देखें-VIDEO

    दुर्गम जंगल में बने आश्रम में रोज भजन सुनने के लिए आता है भालुओं का दल! देखें-VIDEO

    हमारा देश आध्यात्मिक शक्तियों और प्राचीन धार्मिक स्थलों के लिए दुनिया भर में मशहूर है. इन जगहों के चमत्कारों और घटनाओं के बारे में जानकर आश्चर्य होना लाजिमी है. एक ऐसी ही घटना मध्यप्रदेश में नित्य रूप से होती है. शहडोल जिले के अंतिम छोर पर मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ की सीमा पर खड़ाखोह के जंगल में स्थित राजमाड़ा रामवन आश्रम में भगवान के भजन की धुन सुनते ही जंगल की गुफाओं से हिंसक जानवर भालू निकलकर आ जाते हैं. वे बड़ी श्रद्धा के साथ भजन सुनते हैं. इतना ही नहीं वे भजन के बाद प्रसाद भी ग्रहण करते हैं.

  • चित्रकूट : गरीब किसान ने अकेले लगा डाला 40 हजार पेड़ों का घना जंगल

    चित्रकूट : गरीब किसान ने अकेले लगा डाला 40 हजार पेड़ों का घना जंगल

    चित्रकूट से करीब बीस किमी दूर भरत कूप के छोटे से गांव में भैयाराम यादव की पहाड़ी आपको दूर से ही दिख जाएगी. पहाड़ी के पास पहुंचते ही आप फलदार पेड़ों की लंबी श्रंखला से गुजरते हुए भैयाराम यादव की झोपड़ी के पास ठहर जाते हैं. गर्मी में पाठा के इस इलाके के पहाड़ जब तपते हैं तो भैयाराम का चालीस हजार पेड़ों वाला ये जंगल ठंडी भरा सूकून देता है. जब मैं उनके पास पहुंचा तो करीब 55 साल की उम्र, दरम्याना कद..हल्का शरीर और धूप में काले पड़ गए चेहरे पर हल्की मुस्कान लिए वो मिले. पत्नी और बेटे की मौत के बाद पेड़ ही उनका परिवार बन गया.

  • मोदी सरकार घने जंगलों वाले इलाकों को कोयला खनन के लिए खोलने की कर रही तैयारी

    मोदी सरकार घने जंगलों वाले इलाकों को कोयला खनन के लिए खोलने की कर रही तैयारी

    नरेंद्र मोदी सरकार बनने के बाद से विकास की रफ्तार तेज़ करने के लिए कोयला खनन को बढ़ाने की बात कही गई।