India | Written by: सचिन झा शेखर |बुधवार मई 20, 2020 06:45 AM IST कुमार विश्वास ने लिखा है, "सड़कों पर गर्मी-भूख-ग़रीबी-बेरोज़गारी से बेदम और बेबस मज़दूरों को,जो-जो सरकारें कभी बस,कभी ट्रेन,कभी रजिस्ट्रेशन के नाम पर भेड़-बकरियों की तरह इकट्ठा करके दौड़ा रही हैं, उन्हें शायद ग़रीब की हाय के असर का पता नहींआग से मत खेलो अंहकारियो, साम्राज्य छोड़ो निशान तक नहीं बचेगा"