India | Reported by: भाषा |रविवार जुलाई 24, 2022 08:13 AM IST रांची स्थित न्यायिक अकादमी में सत्यब्रत सिन्हा स्मारक व्याख्यान माला के उद्घाटन भाषण में न्यायमूर्ति रमण ने कहा, ‘‘लोगों के मन में यह गलत धारणा है कि न्यायाधीशों की जिंदगी बड़े ही आराम की होती है, वे सुबह 10 बजे से लेकर शाम 4.00 बजे तक अदालत में काम करते हैं और छुट्टियों का आनंद उठाते हैं. लेकिन यह विमर्श असत्य है.