Cheetah Death
- सब
- ख़बरें
- वीडियो
-
"ये मृत्यु दर अत्यधिक चिंताजनक नहीं", कूनों में चीतों की मौत पर केंद्र ने SC में कहा
- Wednesday August 2, 2023
सुप्रीम कोर्ट ने कूनों नेशनल पार्क में लगातार हो रही चीतों की मौत के मामले में अपनी चिंता जताई थी. जस्टिस बी आर गवई की अध्यक्षता वाली बेंच ने 20 जुलाई को कहा था कि पिछले सप्ताह दो और चीतों की मौतें हुईं है.
-
ndtv.in
-
"प्राकृतिक कारणों से हुई चीतों की मौत"- केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में दी सफाई
- Tuesday August 1, 2023
केंद्र और NTCA द्वारा दायर हलफनामे में यह स्पष्ट किया गया कि चीतों की मौत "अप्राकृतिक कारणों" जैसे अवैध शिकार, शिकार, सड़क पर हमला, बिजली का झटका आदि से नहीं हुईं हैं .
-
ndtv.in
-
चीतों की मौत से हताश नहीं सरकार, रिलोकेशन के शुरुआत में 50 फीसदी मौतों की होती है आशंका : सूत्र
- Tuesday July 25, 2023
चीतों की मौत को लेकर सूत्रों का कहना है कि किसी भी रिलोकेशन के दौरान शुरुआत में इस तरह की मौतें सामान्य मानी जाती हैं, जिन पांच चीतों की मौत हुई है, उनकी मौत के कारण भी अलग-अलग हैं.
-
ndtv.in
-
मध्य प्रदेश : कूनो राष्ट्रीय उद्यान में 8 चीतों की मौत, चौंकाने वाली वजह आई सामने !
- Tuesday July 18, 2023
सरकार इन आरोपों को "वैज्ञानिक सबूत के बिना अटकलें और अफवाह" कहकर नकार रही है, लेकिन एनडीटीवी के पास फुटेज है, जिसमें अधिकारी एक मृत चीते के कॉलर की जांच करते हुए दिख रहे हैं.
-
ndtv.in
-
"MP के कूनो पार्क में ही रहेंगे चीते" : 4 महीने में 8 चीतों की मौत के बाद केंद्रीय वन मंत्री भूपेन्द्र यादव
- Saturday July 15, 2023
केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेन्द्र यादव ने शनिवार को कहा कि चीते मध्यप्रदेश के कूनो राष्ट्रीय उद्यान में ही रहेंगे और यह परियोजना सफल होगी. मंत्री ने कहा, ‘‘हम अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों सहित अन्य विशेषज्ञों के संपर्क में हैं. हमारी टीम वहां का दौरा करेगी. चीतों को स्थानांतरित नहीं किया जाएगा और वे कूनो में ही रहेंगे.’’
-
ndtv.in
-
चीतों की मौत: भूपेंद्र यादव ने कहा- "जो भी हुआ हम उसकी जिम्मेदारी लेते हैं, लेकिन परियोजना सफल होगी"
- Thursday June 1, 2023
भूपेंद्र यादव ने कहा, ‘‘यह एक अंतरराष्ट्रीय परियोजना है और हमें मृत्यु होने का पूर्वानुमान था. यह हमारी रिपोर्ट (चीता परियोजना) में भी उल्लेख किया गया है. एक चीता भारत आने से पहले ही अस्वस्थ था. हमने दो अन्य (वयस्क) चीतों की मौत के कारण बताए हैं.’’
-
ndtv.in
-
भारत चीता आवास क्षेत्र की बाड़बंदी नहीं करेगा : सरकारी समिति के प्रमुख
- Thursday June 1, 2023
भारत में चीतों को दोबारा बसाने में मदद कर रहे दक्षिण अफ्रीका और नामीबिया के विशेषज्ञों ने चीतों के निवास स्थान की बाड़बंदी करने की सिफारिश की थी, ताकि उन्हें अलग रखा जा सके और मानव-पशु संघर्ष की स्थिति से बचा जा सके.
-
ndtv.in
-
भारत में चीतों के निवास स्थलों पर बाड़ लगानी चाहिए, अभी और बुरा हो सकता है: दक्षिण अफ्रीकी विशेषज्ञ
- Thursday May 25, 2023
वान डेर मर्व ने कहा, ‘‘अभी तक के दर्ज इतिहास में बिना बाड़ वाले किसी भी अभयारण्य में चीतों को पुन: बसाए जाने की परियोजना सफल नहीं हुई है. दक्षिण अफ्रीका में 15 बार ऐसे प्रयास हुए हैं, जो हर बार असफल रहे हैं.
-
ndtv.in
-
मध्य प्रदेश: कूनो नेशनल पार्क में एक और चीते की मौत, आपसी लड़ाई में गई जान
- Wednesday May 10, 2023
कूनो नेशनल पार्क (Kuno National Park) में सबसे पहले मादा चीता शासा की मौत हुई थी. शासा कूनो नेशनल पार्क मौसम में ढल नहीं पाई और बीमारी की वजह से उसकी मौत हो गई. अब सिर्फ 17 चीते ही बचे हैं.
-
ndtv.in
-
"ये मृत्यु दर अत्यधिक चिंताजनक नहीं", कूनों में चीतों की मौत पर केंद्र ने SC में कहा
- Wednesday August 2, 2023
सुप्रीम कोर्ट ने कूनों नेशनल पार्क में लगातार हो रही चीतों की मौत के मामले में अपनी चिंता जताई थी. जस्टिस बी आर गवई की अध्यक्षता वाली बेंच ने 20 जुलाई को कहा था कि पिछले सप्ताह दो और चीतों की मौतें हुईं है.
-
ndtv.in
-
"प्राकृतिक कारणों से हुई चीतों की मौत"- केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में दी सफाई
- Tuesday August 1, 2023
केंद्र और NTCA द्वारा दायर हलफनामे में यह स्पष्ट किया गया कि चीतों की मौत "अप्राकृतिक कारणों" जैसे अवैध शिकार, शिकार, सड़क पर हमला, बिजली का झटका आदि से नहीं हुईं हैं .
-
ndtv.in
-
चीतों की मौत से हताश नहीं सरकार, रिलोकेशन के शुरुआत में 50 फीसदी मौतों की होती है आशंका : सूत्र
- Tuesday July 25, 2023
चीतों की मौत को लेकर सूत्रों का कहना है कि किसी भी रिलोकेशन के दौरान शुरुआत में इस तरह की मौतें सामान्य मानी जाती हैं, जिन पांच चीतों की मौत हुई है, उनकी मौत के कारण भी अलग-अलग हैं.
-
ndtv.in
-
मध्य प्रदेश : कूनो राष्ट्रीय उद्यान में 8 चीतों की मौत, चौंकाने वाली वजह आई सामने !
- Tuesday July 18, 2023
सरकार इन आरोपों को "वैज्ञानिक सबूत के बिना अटकलें और अफवाह" कहकर नकार रही है, लेकिन एनडीटीवी के पास फुटेज है, जिसमें अधिकारी एक मृत चीते के कॉलर की जांच करते हुए दिख रहे हैं.
-
ndtv.in
-
"MP के कूनो पार्क में ही रहेंगे चीते" : 4 महीने में 8 चीतों की मौत के बाद केंद्रीय वन मंत्री भूपेन्द्र यादव
- Saturday July 15, 2023
केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेन्द्र यादव ने शनिवार को कहा कि चीते मध्यप्रदेश के कूनो राष्ट्रीय उद्यान में ही रहेंगे और यह परियोजना सफल होगी. मंत्री ने कहा, ‘‘हम अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों सहित अन्य विशेषज्ञों के संपर्क में हैं. हमारी टीम वहां का दौरा करेगी. चीतों को स्थानांतरित नहीं किया जाएगा और वे कूनो में ही रहेंगे.’’
-
ndtv.in
-
चीतों की मौत: भूपेंद्र यादव ने कहा- "जो भी हुआ हम उसकी जिम्मेदारी लेते हैं, लेकिन परियोजना सफल होगी"
- Thursday June 1, 2023
भूपेंद्र यादव ने कहा, ‘‘यह एक अंतरराष्ट्रीय परियोजना है और हमें मृत्यु होने का पूर्वानुमान था. यह हमारी रिपोर्ट (चीता परियोजना) में भी उल्लेख किया गया है. एक चीता भारत आने से पहले ही अस्वस्थ था. हमने दो अन्य (वयस्क) चीतों की मौत के कारण बताए हैं.’’
-
ndtv.in
-
भारत चीता आवास क्षेत्र की बाड़बंदी नहीं करेगा : सरकारी समिति के प्रमुख
- Thursday June 1, 2023
भारत में चीतों को दोबारा बसाने में मदद कर रहे दक्षिण अफ्रीका और नामीबिया के विशेषज्ञों ने चीतों के निवास स्थान की बाड़बंदी करने की सिफारिश की थी, ताकि उन्हें अलग रखा जा सके और मानव-पशु संघर्ष की स्थिति से बचा जा सके.
-
ndtv.in
-
भारत में चीतों के निवास स्थलों पर बाड़ लगानी चाहिए, अभी और बुरा हो सकता है: दक्षिण अफ्रीकी विशेषज्ञ
- Thursday May 25, 2023
वान डेर मर्व ने कहा, ‘‘अभी तक के दर्ज इतिहास में बिना बाड़ वाले किसी भी अभयारण्य में चीतों को पुन: बसाए जाने की परियोजना सफल नहीं हुई है. दक्षिण अफ्रीका में 15 बार ऐसे प्रयास हुए हैं, जो हर बार असफल रहे हैं.
-
ndtv.in
-
मध्य प्रदेश: कूनो नेशनल पार्क में एक और चीते की मौत, आपसी लड़ाई में गई जान
- Wednesday May 10, 2023
कूनो नेशनल पार्क (Kuno National Park) में सबसे पहले मादा चीता शासा की मौत हुई थी. शासा कूनो नेशनल पार्क मौसम में ढल नहीं पाई और बीमारी की वजह से उसकी मौत हो गई. अब सिर्फ 17 चीते ही बचे हैं.
-
ndtv.in