American Tourist John Allen Chau
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अमेरिकी पर्यटक के शव को ढूंढ़ने के लिए अब आदिवासियों के धार्मिक तौर-तरीकों का अध्ययन कर रही है पुलिस
- Sunday November 25, 2018
- NDTVKhabar News Desk
पुलिस चाऊ (John Allen Chau) के शव को ढूंढ़ने के लिए एक और प्रयास करने जा रही है. इसके लिए बकायदा पुलिस सेंटीनल द्वीप पर रहने वाली सेंटिनलीज जनजाति के धार्मिक तौर तरीकों का पता लगाने में जुटी है. ताकि वह इसकी मदद से यह पता लगे सकी कि आदिवासियों ने चाऊ के शव को कहां रखा होगा. इसके लिए भी पुलिस विशेषज्ञों की मदद ले रही है.
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ndtv.in
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अमेरिकी पर्यटक जॉन एलेन चाऊ के शव का अभी तक नहीं मिला कोई सुराग, पुलिस अब ले रही विशेषज्ञों की मदद
- Friday November 23, 2018
- NDTVKhabar News Desk
अडमान पुलिस के डीजीपी देपेंद्र पाठक ने कहा कि हमनें इस मामले में अभी तक मनोविज्ञान के जानकार, वन विभाग औऱ कई अन्य विशेषज्ञों से संपर्क किया है ताकि हम घटना वाली जगह पर पहुंच सकें और चाऊ को शव को ढूंढ सकें. गौरतलब है कि इससे पहले खबर आई थी कि अंडमान निकोबार द्वीप समूह के नोर्थ सेंटीनल द्वीप पर सेंटिनलीज जनजाति द्वारा मारे गए अमेरिकी पर्यटक ने वहां तक पहुंचने के लिए मछुआरों को 25 हजार रुपए दिए थे.
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ndtv.in
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अमेरिकी टूरिस्ट ने सेंटीनल द्वीप जाने के लिए दिए थे 25 हजार रुपए, एक बार हमले के बाद भी दोबारा गया
- Thursday November 22, 2018
- Monideepa Banerjie
अमेरिकी नागरिक जॉन चाऊ ने सेंटीनल द्वीप पर रहने वाली सेंटिनलीज जनजाति से मिलने की इच्छा जाहिर की थी. इसके बाद उसने 25 हजार रुपए किराए देकर पोर्ट ब्लेयर से 102 किलोमीटर दूर इस द्वीप पर जाने के लिए नाव किराए पर ली. एक मछुआरे ने पुलिस को बताया कि 14 नवंबर की रात वे इस द्वीप पर पहुंच गए थे. उन्होंने किनारे से 500 मीटर पहले ही अपनी नाव रोक दी. अगली सुबह तड़के ही चाऊ डोंगी से द्वीप पर चला गया. डोंगी वह अपने साथ नाव पर लेकर आया था. अंडमान निकोबार के डीजीपी दीपेंद्र पाठक ने एनडीटीवी को बताया कि वह अपने साथ बाइबिल भी लेकर चल रहा था. मछुआरों ने तभी देखा कि सेंटिनलीज जनजाति के लोगों ने उस पर तीरों से हमला कर दिया, लेकिन वह फिर भी अंदर जाता रहा.
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अमेरिकी पर्यटक के शव को ढूंढ़ने के लिए अब आदिवासियों के धार्मिक तौर-तरीकों का अध्ययन कर रही है पुलिस
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पुलिस चाऊ (John Allen Chau) के शव को ढूंढ़ने के लिए एक और प्रयास करने जा रही है. इसके लिए बकायदा पुलिस सेंटीनल द्वीप पर रहने वाली सेंटिनलीज जनजाति के धार्मिक तौर तरीकों का पता लगाने में जुटी है. ताकि वह इसकी मदद से यह पता लगे सकी कि आदिवासियों ने चाऊ के शव को कहां रखा होगा. इसके लिए भी पुलिस विशेषज्ञों की मदद ले रही है.
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अमेरिकी पर्यटक जॉन एलेन चाऊ के शव का अभी तक नहीं मिला कोई सुराग, पुलिस अब ले रही विशेषज्ञों की मदद
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अडमान पुलिस के डीजीपी देपेंद्र पाठक ने कहा कि हमनें इस मामले में अभी तक मनोविज्ञान के जानकार, वन विभाग औऱ कई अन्य विशेषज्ञों से संपर्क किया है ताकि हम घटना वाली जगह पर पहुंच सकें और चाऊ को शव को ढूंढ सकें. गौरतलब है कि इससे पहले खबर आई थी कि अंडमान निकोबार द्वीप समूह के नोर्थ सेंटीनल द्वीप पर सेंटिनलीज जनजाति द्वारा मारे गए अमेरिकी पर्यटक ने वहां तक पहुंचने के लिए मछुआरों को 25 हजार रुपए दिए थे.
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- Thursday November 22, 2018
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अमेरिकी नागरिक जॉन चाऊ ने सेंटीनल द्वीप पर रहने वाली सेंटिनलीज जनजाति से मिलने की इच्छा जाहिर की थी. इसके बाद उसने 25 हजार रुपए किराए देकर पोर्ट ब्लेयर से 102 किलोमीटर दूर इस द्वीप पर जाने के लिए नाव किराए पर ली. एक मछुआरे ने पुलिस को बताया कि 14 नवंबर की रात वे इस द्वीप पर पहुंच गए थे. उन्होंने किनारे से 500 मीटर पहले ही अपनी नाव रोक दी. अगली सुबह तड़के ही चाऊ डोंगी से द्वीप पर चला गया. डोंगी वह अपने साथ नाव पर लेकर आया था. अंडमान निकोबार के डीजीपी दीपेंद्र पाठक ने एनडीटीवी को बताया कि वह अपने साथ बाइबिल भी लेकर चल रहा था. मछुआरों ने तभी देखा कि सेंटिनलीज जनजाति के लोगों ने उस पर तीरों से हमला कर दिया, लेकिन वह फिर भी अंदर जाता रहा.
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