'Rajkamal Prakashan'

- 9 न्यूज़ रिजल्ट्स
  • Literature | Written by: नरेंद्र सैनी |रविवार नवम्बर 13, 2022 07:44 PM IST
    Book Review: 'पानीपत', 'महानायक' और 'झाड़ाझड़ती' जैसे अहम उपन्यास लिखने वाले मराठी के लोकप्रिय लेखक विश्वास पाटील ने नए उपन्यास के साथ दस्तक दी है.
  • Literature | ख़बर न्यूज़ डेस्क |शनिवार जनवरी 11, 2020 10:48 PM IST
    प्रगति मैदान में चल रहे विश्व पुस्तक मेले के आठवें दिन राजकमल प्रकाशन के स्टॉल जलसा घर में कवि कुमार विश्वास ने अपनी किताब फिर मेरी याद पर बातचीत की.
  • Literature | Reported by: शहादत |रविवार दिसम्बर 8, 2019 02:06 PM IST
    नागार्जुन का जीवन यायावरी का जीवन था. बुढ़ापे में भी वह यह कहते पाए जाते कि जब भी बीमार पड़ूं, किसी ट्रेन का टिकट कटाकर गाड़ी में चढ़ा देना, ठीक हो जाऊंगा.  जब वह सरकार की विकास-अवधारणा पर खिसियाते तो कहते कि यदि और कुछ भी करने में सरकार बिलकुल ही नाकाम है तो यही कर दे कि हर नागरिक को देश-भ्रमण करवा दे, इससे कूपमंडूकता तो खत्म होगी. काशी की विद्वत्परंपरा से निकलकर वह आर्यसमाज की तरफ गए, श्रीलंका जाकर बौद्ध बने, उधर से लौटकर आजादी की लड़ाई में शामिल हुए.
  • Literature | Edited by: प्रभात उपाध्याय |बुधवार नवम्बर 13, 2019 02:59 PM IST
    भारत में पॉप संगीत को एक नया आयाम और नई ऊंचाई देने वालीं जानी-मानी गायिका उषा उथुप की आधिकारिक जीवनी 'उल्लास की नाव' का लोकार्पण मंगलवार की शाम नई दिल्ली स्थित इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में किया गया. यह जीवनी विकास कुमार झा ने लिखी है.
  • Literature | Reported by: शहादत |बुधवार अक्टूबर 2, 2019 07:21 AM IST
    स्त्री-पुरुष के संबंध में बदलाव तो आया है, लेकिन उतना भी नहीं आ पाया. देखने में तो आज स्त्री घर से बाहर निकल रही है. नौकरी कर रही है. पैसा भी कमा रही है, लेकिन उस पैसे पर अभी भी उसका अधिकार नहीं है. अगर वह अपना पैसा खर्च करती है तो उसका हिसाब भी देना होता है. ये जो चीजें हैं ये स्त्री और पुरुष के संबंध में अधिकारों को निर्धारित करती हैं.
  • Blogs | सूर्यकांत पाठक |शनिवार जनवरी 14, 2017 05:36 PM IST
    दिल्ली का हिन्दी साहित्य जगत और राजधानी के विश्वविद्यालयों का हिन्दी शिक्षण जगत बीती सदी के उत्तरार्ध्द में कैसे बदलता गया, साहित्य जगत में किस तरह की राजनीति चलती रही और इसके समानांतर किस तरह रचनाकर्म, शोध जैसे कार्य होते रहे...यह सब गहराई से समझने के लिए निर्मला जैन की कृति 'जमाने में हम' बड़ी उपयोगी है. राजकमल प्रकाशन से प्रकाशित यह कृति निर्मला जैन की आत्मकथा है.
  • Literature | Reported by: इंडो-एशियन न्यूज़ सर्विस |शनिवार जनवरी 14, 2017 10:51 AM IST
    विश्व पुस्तक मेले के सातवें दिन राजकमल प्रकाशन समूह पर आलोचक नामवर सिंह द्वारा 11 लेखकों के काव्य संग्रहों का लोकार्पण किया. काव्य संग्रहों में गीत चतुर्वेदी की 'न्यूनतम मैं', दिनेश कुशवाह की 'इतिहास में अभागे', आर. चेतनक्रांति की 'वीरता पर विचलित' का लोकार्पण आलोचक नामवर सिंह द्वारा राजकमल प्रकाशन के पंडाल पर हुआ.
  • India | Written by: श्रीराम शर्मा |शुक्रवार जनवरी 13, 2017 08:02 PM IST
    दिल्ली में चल रहा विश्व पुस्तक मेला अपने पूरे शबाब पर है. मेले में हिंदी के नामचीन लेखकों की मौजूदगी पुस्तक प्रेमियों को अपनी ओर खींच रही है. शुक्रवार को विभिन्न स्टॉल पर प्रसिद्ध लेखकों की किताबों के लोकार्पण कार्यक्रम आयोजित किए गए.
  • Literature | Reported by: भाषा |शनिवार अक्टूबर 29, 2016 11:00 AM IST
    मुगल बादशाह अकबर पर आधारित एक नया उपन्यास लेकर आ रहें हैं पत्रकार एवं लेखक शाज़ी ज़माँ. यह उपन्यास लेखक के 20 साल के रिसर्च का परिणाम है. दो दशकों में पहली बार इतिहास और कहानी के पाठकों के लिए इस उपन्यास में अकबर का कैरेक्टर इतनी मजबूती से पेश किया जायेगा.
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