India | Reported by: नेहाल किदवई, Edited by: सिद्धार्थ चौरसिया |शनिवार फ़रवरी 27, 2021 05:42 AM IST धरने पर बैठने से पहले बेंगलुरु के पैलेस ग्राउंड में पंचमसालियों ने एक बड़ी रैली की. इस बीच येदियुरप्पा काफी परेशान हैं, क्योंकि कहते हैं कि लिंगायतों की 100 के आसपास जो उप-जातियां हैं उनमें पंचमसाली सबसे बड़ी है और 55 से 60 फीसदी लिंगयतों की आबादी पंचमसालियों की है, यानी कृषक लिंगयतो की. पंचमसाली लिंगयत नेता मुर्गेश नीरानी ने कहा है कि, “देखिए यह लोग कृषक हैं. गांव में रहते हैं और आर्थिक तौर पर कमजोर हैं. ऐसे में ढाई दशकों से इनके लिए हम लोग पढ़ाई लिखाई और नौकरी में आरक्षण की मांग कर रहे हैं.”