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19 May History

'19 May History' - 14 News Result(s)
  • इतिहास में 29 मई का दिन है खास, एडमंड हिलेरी और तेनजिंग नॉर्गे ने इसी दिन फतह किया था Mount Everest

    इतिहास में 29 मई का दिन है खास, एडमंड हिलेरी और तेनजिंग नॉर्गे ने इसी दिन फतह किया था Mount Everest

    देश और दुनिया के इतिहास में आज का दिन कई वजहों से खास है. दरअसल 29 मई, 1953 के दिन दो लोगों ने वह कारनामा कर दिया जो अब तक एक सपना ही बना हुआ था. एडमंड हिलेरी और तेनजिंग नॉर्गे ने इस दिन एवरेस्ट की बर्फ से ढकी ऊंची और दुर्गम चोटियों पर फतह हासिल की. ऐसा करने वाले वह पहले इंसान थे. हिलेरी को इस सफलता के लिए ब्रिटेन की महारानी ने नाइट की उपाधि दी थी.

  • 28 मई का इतिहास : नेपाल में इसी दिन हुआ था 240 बरस पुरानी राजशाही का अंत

    28 मई का इतिहास : नेपाल में इसी दिन हुआ था 240 बरस पुरानी राजशाही का अंत

    देश और दुनिया के इतिहास में 28 मई का दिन कई कारणों से खास है. दरअसल नेपाल में 240 सालों से चली आ रही राजशाही का अंत इसी दिन हुआ था. करीब दस साल तक चले गृहयुद्ध के बाद देश में शाह राजवंश के हाथों से देश की सत्ता जाती रही. इसके बाद से माओवादी देश की राजनीति की मुख्यधारा में शामिल हुए. 28 मई, 2008 को ही नेपाल के वामपंथी दल को चुनाव में जीत मिली. तब तत्कालीन नेपाल नरेश ज्ञानेंद्र को अपदस्थ कर देश को गणतंत्र घोषित कर दिया गया.

  • 27 मई का इतिहास: इसी दिन देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू का हुआ था निधन

    27 मई का इतिहास: इसी दिन देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू का हुआ था निधन

    Jawaharlal Nehru Death Anniversary: इतिहास एक दिन में नहीं बनता, लेकिन किसी एक दिन की बड़ी घटना इतिहास में एक बड़ा मोड़ ले आती है. आज 27 मई का यह दिन कहने को तो साल के बाकी दिनों की तरह एक साधारण सा 24 घंटे का दिन ही है, लेकिन इस दिन के नाम पर इतिहास की कई बड़ी घटनाएं दर्ज हैं. भारत के इतिहास की बात करें तो देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू का निधन आज ही के दिन हुआ था. इसके अलावा महात्मा गांधी की हत्या का मुकदमा भी आज ही शुरू हुआ था.

  • 22 मई का इतिहास: इसी दिन दुनिया की सबसे ऊंची चोटी एवरेस्‍ट पर पहुंची थीं बछेंद्री पाल

    22 मई का इतिहास: इसी दिन दुनिया की सबसे ऊंची चोटी एवरेस्‍ट पर पहुंची थीं बछेंद्री पाल

    इतिहास में 22 मई के दिन बहुत सी महत्वपूर्ण घटनाएं दर्ज हैं. भारत की बछेन्द्री पाल 22 मई के ही दिन दुनिया के सबसे ऊंचे पर्वत शिखर एवरेस्ट पर पहुंची थीं और यह कारनामा अंजाम देने वाली वह देश की पहली महिला पर्वतारोही हैं. पर्वतारोहण और साहसिक खेलों के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए बछेन्द्री पाल को पद्म भूषण से सम्मानित किया गया.

  • 20 मई का इतिहास: आज ही के दिन टेलीस्कोप से पहली बार मिली थीं अंतरिक्ष की तस्वीरें

    20 मई का इतिहास: आज ही के दिन टेलीस्कोप से पहली बार मिली थीं अंतरिक्ष की तस्वीरें

    देश विदेश में कहीं कोई धरना प्रदर्शन हो तो आंसू गैस के गोले छोड़कर भीड़ को तितर बितर करना आजकल एक सामान्य घटनाक्रम है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया में सबसे पहले आंसू गैस के गोले कब छोड़े गए. दरअसल वह 20 मई का दिन था, जब ब्रिटेन की पुलिस को अपराधियों और खतरनाक लोगों के खिलाफ आंसू गैस के गोले छोड़ने की इजाजत दी गई.

  • 19 मई का इतिहास: आज ही के दिन बना था तापमान को मापने के लिए सेंटीग्रेड पैमाना

    19 मई का इतिहास: आज ही के दिन बना था तापमान को मापने के लिए सेंटीग्रेड पैमाना

    साल का 139वां दिन यानि 19 मई इतिहास में एक खास वजह से दर्ज है. अन्य बहुत सी घटनाओं का गवाह रहा यह दिन तापमान को नापने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले सेंटीग्रेड पैमाने के विकास का दिन भी है. 19 मई को ही ज्यां पियरे क्रिस्टीन ने 1743 में सेंटीग्रेड तापमान पैमाना विकसित किया था. भारत के शुरुआती उद्योगपतियों में से एक जमशेदजी नुसरवान जी टाटा का निधन 19 मई को ही हुआ था और महात्मा गांधी के सीने में गोलियां दागने वाले नाथू राम गोडसे ने 19 मई के दिन इस दुनिया में कदम रखा था.

  • 18 मई का इतिहास: स्माइलिंग बुद्धा ने भारत को पहुंचाया था परमाणु संपन्न देशों की कतार में

    18 मई का इतिहास: स्माइलिंग बुद्धा ने भारत को पहुंचाया था परमाणु संपन्न देशों की कतार में

    इस विशाल जगत में हर दिन कुछ न कुछ अच्छा बुरा घटित होता रहता है. कभी धरती पर तो कभी सुदूर अंतरिक्ष में. इनमें से कुछ घटनाएं वक्त के साथ भुला दी जाती हैं और कुछ महत्वपूर्ण घटनाएं इतिहास में अपना नाम दर्ज कराती हैं. 1974 में 18 मई का दिन एक ऐसी अहम घटना के साथ इतिहास में दर्ज है, जिसने भारत को दुनिया के परमाणु संपन्न देशों की कतार में खड़ा कर दिया.

  • 14 मई का इतिहास: भारत ने श्रीलंका के विद्रोही संगठन लिट्टे पर इसी दिन लगाया था प्रतिबंध

    14 मई का इतिहास: भारत ने श्रीलंका के विद्रोही संगठन लिट्टे पर इसी दिन लगाया था प्रतिबंध

    इतिहास में विभिन्न कारणों से दर्ज 14 मई के दिन ही भारत ने पड़ोसी देश श्रीलंका के विद्रोही संगठन लिट्टे पर प्रतिबंध लगाया था. भारत ने गैरकानूनी गतिविधियां संबंधी अधिनियम के तहत लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (लिट्टे) पर 14 मई 1992 को प्रतिबंध लगा दिया था. यूरोपीय संघ, कनाडा और अमेरिका में भी इस संगठन पर प्रतिबंध था.

  • 13 मई का इतिहास: आजाद भारत में संसद के पहले सत्र की शुरूआत का दिन

    13 मई का इतिहास: आजाद भारत में संसद के पहले सत्र की शुरूआत का दिन

    साल के बाकी दिनों की तरह इतिहास में 13 मई का भी अपना खास मकाम है. देश के लोकतांत्रिक इतिहास में यह दिन एक मील का पत्थर है. स्वतंत्र भारत का पहला संसद सत्र 13 मई, 1952 से आहूत किया गया था. तीन अप्रैल, 1952 को पहली बार उच्च सदन यानी राज्यसभा का गठन किया गया और इसका पहला सत्र 13 मई, 1952 को आयोजित किया गया. इसी तरह 17 अप्रैल, 1952 को पहली लोकसभा का गठन किया गया जिसका पहला सत्र 13 मई, 1952 को आहूत किया गया.

  • 12 मई का इतिहास: चीन में इस दिन आया था प्रलंयकारी भूकंप, हजारों लोग हो गए थे लापता

    12 मई का इतिहास: चीन में इस दिन आया था प्रलंयकारी भूकंप, हजारों लोग हो गए थे लापता

    मई महीने का 12वां दिन साल का 132 वां दिन है और इतिहास में इस दिन के नाम पर बहुत सी घटनाएं दर्ज हैं. 2008 में 12 मई को बस दो पल के लिए धरती ने करवट बदली और चीन में 87 हजार लोग मौत की आगोश में समा गए. इतिहास के सबसे ताकतवर भूकंप में शुमार इस भूकंप में हजारों लोग लापता हुए, लाखों बेघर हो गए और इससे हुए संपत्ति के भारी नुकसान की भरपाई में बरसों का वक्त लगा. भूकंप से करीब चार लाख लोग घायल हुए.

  • 11 मई का इतिहास: इस दिन भारत ने किया था सफल पोखरण परमाणु परीक्षण का ऐलान

    11 मई का इतिहास: इस दिन भारत ने किया था सफल पोखरण परमाणु परीक्षण का ऐलान

    11 मई साल का 131वां दिन है और इतिहास में इस दिन के नाम पर बहुत सी घटनाएं दर्ज हैं. वर्ष 2000 में 11 मई के ही दिन भारत की आबादी ने एक अरब का आंकड़ा छू लिया, जब नयी दिल्ली में जन्मी एक बच्ची को देश का एक अरबवां नागरिक करार दिया गया. यह दिन देश के इतिहास में एक और खास घटना के साथ दर्ज है. 11 मई 1998 को भारत सरकार ने पोखरण में सफलतापूर्वक परमाणु परीक्षण करने का ऐलान किया था.

  • 5 मई का इतिहास: संगीत के जादूगर नौशाद अली ने इसी दिन दुनिया को कहा था अलविदा

    5 मई का इतिहास: संगीत के जादूगर नौशाद अली ने इसी दिन दुनिया को कहा था अलविदा

    पांच मई साल के पांचवें महीने का पांचवां दिन है और इतिहास के पन्‍नों में इस तारीख के नाम कई महत्‍वपूर्ण घटनाएं दर्ज हैं जिनमें नेपोलियन और नौशाद अली का दुनिया को अलविदा कहना शामिल है. इस दिन दुनिया में कदम रखने वाले प्रमुख लोगों की बात करें तो जर्मन अर्थशास्त्री और महान विचारक कार्ल मार्क्स का जन्म पांच मई को ही हुआ था और सिख गुरू अमरदास का जन्म भी इसी दिन हुआ था. वह सिखों के तीसरे गुरू थे.

  • 4 मई का इतिहास: मार्गेरेट थैचर इसी दिन चुनी गई थीं ब्रिटेन की प्रधानमंत्री

    4 मई का इतिहास: मार्गेरेट थैचर इसी दिन चुनी गई थीं ब्रिटेन की प्रधानमंत्री

    साल के बाकी दिनों की तरह चार मई ने भी कई घटनाओं के कारण इतिहास में अपना नाम दर्ज कराया है. ब्रिटेन ही नहीं बल्कि पूरे यूरोप की पहली महिला प्रधानमंत्री मार्गेरेट थैचर को दुनिया में आयरन लेडी के तौर पर जाना जाता है. उन्हें चार मई के दिन ही ब्रिटेन की प्रधानमंत्री चुना गया था. इस दिन से जुड़ी कुछ अन्य घटनाओं की बात करें तो लंदन डेली मेल का पहला संस्करण चार मई को ही प्रकाशित हुआ था और आस्कर पुरस्कार देने वाली मोशन पिक्चर्स आटर्स एकेडमी की स्थापना भी अमेरिका में चार मई के दिन ही हुई थी.

  • 1 मई का इतिहास: मज़दूरों ने अपने हक के लिए इसी दिन उठाई थी आवाज़

    1 मई का इतिहास: मज़दूरों ने अपने हक के लिए इसी दिन उठाई थी आवाज़

    Labour Day 2020: एक मई का दिन इतिहास में मजदूर दिवस के तौर पर दर्ज है. दुनिया में मजदूर दिवस मनाने का चलन करीब 132 साल पुराना है. मजदूरों ने काम के घंटे तय करने की मांग को लेकर 1877 में आंदोलन शुरू किया, इस दौरान यह दुनिया के विभिन्न देशों में फैलने लगा. 1 मई 1886 को पूरे अमेरिका के लाखों मज़दूरों ने एक साथ हड़ताल शुरू की. इसमें 11,000 फ़ैक्टरियों के कम से कम तीन लाख अस्सी हज़ार मज़दूर शामिल हुए और वहीं से 1 मई को मजदूर दिवस के रूप में मनाने की शुरूआत हुई.

'19 May History' - 14 News Result(s)
  • इतिहास में 29 मई का दिन है खास, एडमंड हिलेरी और तेनजिंग नॉर्गे ने इसी दिन फतह किया था Mount Everest

    इतिहास में 29 मई का दिन है खास, एडमंड हिलेरी और तेनजिंग नॉर्गे ने इसी दिन फतह किया था Mount Everest

    देश और दुनिया के इतिहास में आज का दिन कई वजहों से खास है. दरअसल 29 मई, 1953 के दिन दो लोगों ने वह कारनामा कर दिया जो अब तक एक सपना ही बना हुआ था. एडमंड हिलेरी और तेनजिंग नॉर्गे ने इस दिन एवरेस्ट की बर्फ से ढकी ऊंची और दुर्गम चोटियों पर फतह हासिल की. ऐसा करने वाले वह पहले इंसान थे. हिलेरी को इस सफलता के लिए ब्रिटेन की महारानी ने नाइट की उपाधि दी थी.

  • 28 मई का इतिहास : नेपाल में इसी दिन हुआ था 240 बरस पुरानी राजशाही का अंत

    28 मई का इतिहास : नेपाल में इसी दिन हुआ था 240 बरस पुरानी राजशाही का अंत

    देश और दुनिया के इतिहास में 28 मई का दिन कई कारणों से खास है. दरअसल नेपाल में 240 सालों से चली आ रही राजशाही का अंत इसी दिन हुआ था. करीब दस साल तक चले गृहयुद्ध के बाद देश में शाह राजवंश के हाथों से देश की सत्ता जाती रही. इसके बाद से माओवादी देश की राजनीति की मुख्यधारा में शामिल हुए. 28 मई, 2008 को ही नेपाल के वामपंथी दल को चुनाव में जीत मिली. तब तत्कालीन नेपाल नरेश ज्ञानेंद्र को अपदस्थ कर देश को गणतंत्र घोषित कर दिया गया.

  • 27 मई का इतिहास: इसी दिन देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू का हुआ था निधन

    27 मई का इतिहास: इसी दिन देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू का हुआ था निधन

    Jawaharlal Nehru Death Anniversary: इतिहास एक दिन में नहीं बनता, लेकिन किसी एक दिन की बड़ी घटना इतिहास में एक बड़ा मोड़ ले आती है. आज 27 मई का यह दिन कहने को तो साल के बाकी दिनों की तरह एक साधारण सा 24 घंटे का दिन ही है, लेकिन इस दिन के नाम पर इतिहास की कई बड़ी घटनाएं दर्ज हैं. भारत के इतिहास की बात करें तो देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू का निधन आज ही के दिन हुआ था. इसके अलावा महात्मा गांधी की हत्या का मुकदमा भी आज ही शुरू हुआ था.

  • 22 मई का इतिहास: इसी दिन दुनिया की सबसे ऊंची चोटी एवरेस्‍ट पर पहुंची थीं बछेंद्री पाल

    22 मई का इतिहास: इसी दिन दुनिया की सबसे ऊंची चोटी एवरेस्‍ट पर पहुंची थीं बछेंद्री पाल

    इतिहास में 22 मई के दिन बहुत सी महत्वपूर्ण घटनाएं दर्ज हैं. भारत की बछेन्द्री पाल 22 मई के ही दिन दुनिया के सबसे ऊंचे पर्वत शिखर एवरेस्ट पर पहुंची थीं और यह कारनामा अंजाम देने वाली वह देश की पहली महिला पर्वतारोही हैं. पर्वतारोहण और साहसिक खेलों के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए बछेन्द्री पाल को पद्म भूषण से सम्मानित किया गया.

  • 20 मई का इतिहास: आज ही के दिन टेलीस्कोप से पहली बार मिली थीं अंतरिक्ष की तस्वीरें

    20 मई का इतिहास: आज ही के दिन टेलीस्कोप से पहली बार मिली थीं अंतरिक्ष की तस्वीरें

    देश विदेश में कहीं कोई धरना प्रदर्शन हो तो आंसू गैस के गोले छोड़कर भीड़ को तितर बितर करना आजकल एक सामान्य घटनाक्रम है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया में सबसे पहले आंसू गैस के गोले कब छोड़े गए. दरअसल वह 20 मई का दिन था, जब ब्रिटेन की पुलिस को अपराधियों और खतरनाक लोगों के खिलाफ आंसू गैस के गोले छोड़ने की इजाजत दी गई.

  • 19 मई का इतिहास: आज ही के दिन बना था तापमान को मापने के लिए सेंटीग्रेड पैमाना

    19 मई का इतिहास: आज ही के दिन बना था तापमान को मापने के लिए सेंटीग्रेड पैमाना

    साल का 139वां दिन यानि 19 मई इतिहास में एक खास वजह से दर्ज है. अन्य बहुत सी घटनाओं का गवाह रहा यह दिन तापमान को नापने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले सेंटीग्रेड पैमाने के विकास का दिन भी है. 19 मई को ही ज्यां पियरे क्रिस्टीन ने 1743 में सेंटीग्रेड तापमान पैमाना विकसित किया था. भारत के शुरुआती उद्योगपतियों में से एक जमशेदजी नुसरवान जी टाटा का निधन 19 मई को ही हुआ था और महात्मा गांधी के सीने में गोलियां दागने वाले नाथू राम गोडसे ने 19 मई के दिन इस दुनिया में कदम रखा था.

  • 18 मई का इतिहास: स्माइलिंग बुद्धा ने भारत को पहुंचाया था परमाणु संपन्न देशों की कतार में

    18 मई का इतिहास: स्माइलिंग बुद्धा ने भारत को पहुंचाया था परमाणु संपन्न देशों की कतार में

    इस विशाल जगत में हर दिन कुछ न कुछ अच्छा बुरा घटित होता रहता है. कभी धरती पर तो कभी सुदूर अंतरिक्ष में. इनमें से कुछ घटनाएं वक्त के साथ भुला दी जाती हैं और कुछ महत्वपूर्ण घटनाएं इतिहास में अपना नाम दर्ज कराती हैं. 1974 में 18 मई का दिन एक ऐसी अहम घटना के साथ इतिहास में दर्ज है, जिसने भारत को दुनिया के परमाणु संपन्न देशों की कतार में खड़ा कर दिया.

  • 14 मई का इतिहास: भारत ने श्रीलंका के विद्रोही संगठन लिट्टे पर इसी दिन लगाया था प्रतिबंध

    14 मई का इतिहास: भारत ने श्रीलंका के विद्रोही संगठन लिट्टे पर इसी दिन लगाया था प्रतिबंध

    इतिहास में विभिन्न कारणों से दर्ज 14 मई के दिन ही भारत ने पड़ोसी देश श्रीलंका के विद्रोही संगठन लिट्टे पर प्रतिबंध लगाया था. भारत ने गैरकानूनी गतिविधियां संबंधी अधिनियम के तहत लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (लिट्टे) पर 14 मई 1992 को प्रतिबंध लगा दिया था. यूरोपीय संघ, कनाडा और अमेरिका में भी इस संगठन पर प्रतिबंध था.

  • 13 मई का इतिहास: आजाद भारत में संसद के पहले सत्र की शुरूआत का दिन

    13 मई का इतिहास: आजाद भारत में संसद के पहले सत्र की शुरूआत का दिन

    साल के बाकी दिनों की तरह इतिहास में 13 मई का भी अपना खास मकाम है. देश के लोकतांत्रिक इतिहास में यह दिन एक मील का पत्थर है. स्वतंत्र भारत का पहला संसद सत्र 13 मई, 1952 से आहूत किया गया था. तीन अप्रैल, 1952 को पहली बार उच्च सदन यानी राज्यसभा का गठन किया गया और इसका पहला सत्र 13 मई, 1952 को आयोजित किया गया. इसी तरह 17 अप्रैल, 1952 को पहली लोकसभा का गठन किया गया जिसका पहला सत्र 13 मई, 1952 को आहूत किया गया.

  • 12 मई का इतिहास: चीन में इस दिन आया था प्रलंयकारी भूकंप, हजारों लोग हो गए थे लापता

    12 मई का इतिहास: चीन में इस दिन आया था प्रलंयकारी भूकंप, हजारों लोग हो गए थे लापता

    मई महीने का 12वां दिन साल का 132 वां दिन है और इतिहास में इस दिन के नाम पर बहुत सी घटनाएं दर्ज हैं. 2008 में 12 मई को बस दो पल के लिए धरती ने करवट बदली और चीन में 87 हजार लोग मौत की आगोश में समा गए. इतिहास के सबसे ताकतवर भूकंप में शुमार इस भूकंप में हजारों लोग लापता हुए, लाखों बेघर हो गए और इससे हुए संपत्ति के भारी नुकसान की भरपाई में बरसों का वक्त लगा. भूकंप से करीब चार लाख लोग घायल हुए.

  • 11 मई का इतिहास: इस दिन भारत ने किया था सफल पोखरण परमाणु परीक्षण का ऐलान

    11 मई का इतिहास: इस दिन भारत ने किया था सफल पोखरण परमाणु परीक्षण का ऐलान

    11 मई साल का 131वां दिन है और इतिहास में इस दिन के नाम पर बहुत सी घटनाएं दर्ज हैं. वर्ष 2000 में 11 मई के ही दिन भारत की आबादी ने एक अरब का आंकड़ा छू लिया, जब नयी दिल्ली में जन्मी एक बच्ची को देश का एक अरबवां नागरिक करार दिया गया. यह दिन देश के इतिहास में एक और खास घटना के साथ दर्ज है. 11 मई 1998 को भारत सरकार ने पोखरण में सफलतापूर्वक परमाणु परीक्षण करने का ऐलान किया था.

  • 5 मई का इतिहास: संगीत के जादूगर नौशाद अली ने इसी दिन दुनिया को कहा था अलविदा

    5 मई का इतिहास: संगीत के जादूगर नौशाद अली ने इसी दिन दुनिया को कहा था अलविदा

    पांच मई साल के पांचवें महीने का पांचवां दिन है और इतिहास के पन्‍नों में इस तारीख के नाम कई महत्‍वपूर्ण घटनाएं दर्ज हैं जिनमें नेपोलियन और नौशाद अली का दुनिया को अलविदा कहना शामिल है. इस दिन दुनिया में कदम रखने वाले प्रमुख लोगों की बात करें तो जर्मन अर्थशास्त्री और महान विचारक कार्ल मार्क्स का जन्म पांच मई को ही हुआ था और सिख गुरू अमरदास का जन्म भी इसी दिन हुआ था. वह सिखों के तीसरे गुरू थे.

  • 4 मई का इतिहास: मार्गेरेट थैचर इसी दिन चुनी गई थीं ब्रिटेन की प्रधानमंत्री

    4 मई का इतिहास: मार्गेरेट थैचर इसी दिन चुनी गई थीं ब्रिटेन की प्रधानमंत्री

    साल के बाकी दिनों की तरह चार मई ने भी कई घटनाओं के कारण इतिहास में अपना नाम दर्ज कराया है. ब्रिटेन ही नहीं बल्कि पूरे यूरोप की पहली महिला प्रधानमंत्री मार्गेरेट थैचर को दुनिया में आयरन लेडी के तौर पर जाना जाता है. उन्हें चार मई के दिन ही ब्रिटेन की प्रधानमंत्री चुना गया था. इस दिन से जुड़ी कुछ अन्य घटनाओं की बात करें तो लंदन डेली मेल का पहला संस्करण चार मई को ही प्रकाशित हुआ था और आस्कर पुरस्कार देने वाली मोशन पिक्चर्स आटर्स एकेडमी की स्थापना भी अमेरिका में चार मई के दिन ही हुई थी.

  • 1 मई का इतिहास: मज़दूरों ने अपने हक के लिए इसी दिन उठाई थी आवाज़

    1 मई का इतिहास: मज़दूरों ने अपने हक के लिए इसी दिन उठाई थी आवाज़

    Labour Day 2020: एक मई का दिन इतिहास में मजदूर दिवस के तौर पर दर्ज है. दुनिया में मजदूर दिवस मनाने का चलन करीब 132 साल पुराना है. मजदूरों ने काम के घंटे तय करने की मांग को लेकर 1877 में आंदोलन शुरू किया, इस दौरान यह दुनिया के विभिन्न देशों में फैलने लगा. 1 मई 1886 को पूरे अमेरिका के लाखों मज़दूरों ने एक साथ हड़ताल शुरू की. इसमें 11,000 फ़ैक्टरियों के कम से कम तीन लाख अस्सी हज़ार मज़दूर शामिल हुए और वहीं से 1 मई को मजदूर दिवस के रूप में मनाने की शुरूआत हुई.