कॉमनवेल्थ गेम्स 2018 में भारत की सफलता में इस बार टेबल टेनिस के सितारों ने चमक बिखेरी. भारत की मनिका बत्रा ने पहली बार महिला सिंगल्स का गोल्ड जीता. भारत के टेबल टेनिस खिलाड़ियों ने इस बार कॉमनवेल्थ गेम्स में कुल 8 पदक जीते. भारतीय टीटी खिलाड़ियों की यह सफलता काबिलेतारीफ मानी जा सकती है. भारत में टेबल टेनिस खिलाड़ियों का देश वापसी पर ऐसा स्वागत शायद ही पहले कभी हुआ हो. फ़ैन्स ने देश वापसी पर चैंपियन खिलाड़ियों का ढोल-नगाड़ों के साथ ज़ोरदार स्वागत किया. खिलाड़ियों ने भी फ़ैन्स को ऑटोग्राफ़ देने और सेल्फ़ी खिंचवाने के मामले में निराश नहीं किया.
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गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स 2018 में भारत ने 26 गोल्ड, 20 सिल्वर और 20 ब्रांन्ज़ के साथ कुल 66 मेडल जीते.इसमें 3 स्वर्ण, 2 रजत और 3 कांस्य यानी कुल 8 पदक भारत को टेबल टेनिस में मिले. गोल्ड कोस्ट में टेबल टेनिस टीम के लिए सबसे ख़ास बात यह रही कि खिलाड़ियों ने महिला टीम इवेंट में गोल्ड जीतकर इतिहास रचा. भारतीय टीम ने फ़ाइनल में सिंगापुर को 3-1 से हराया और कॉमनवेल्थ इतिहास में गोल्ड जीतने वाली सिर्फ़ दूसरी टीम बनीं.
वीडियो: राष्ट्रमंडल खेलों के पदक विजेता टेबल टेनिस खिलाड़ियों से बातचीत
22 साल की मनिका बत्रा ने 2 स्वर्ण, एक रजत और एक कांस्य पदक जीता. इस साल कॉमनवेल्थ गेम्स में वे भारत की सबसे सफल खिलाड़ी साबित हुईं. मनिका के अलावा मौमा दास, अचंत शरत कमल, साथियान गणासेकरण, हरमीत देसाई और सानिल शेट्टी भी पदक जीतने में अहम भूमिका निभाई. गौरतलब है कि लिएंडर पेस और सानिया नेहवाल ने टेनिस और साइना नेहवाल और पीवी सिंधु ने बैडमिंटन को देश को नई पहचान दिलाई है. कॉमनवेल्थ गेम्स में इन खिलाड़ियों को मिली इस कामयाबी से देश में टेबल टेनिस को भी एक नई दिशा मिलेगी...
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