यह दृश्य देखकर लोगों की आंखों में आंसू आ गए
बेंगलुरू:
उत्तर कर्नाटक के हावेरी के जयप्रकाश नारायण चौक पर उस वक़्त लोगों की आंखों से आंसू निकल आए जब एक गाय उसके घयल बछड़े को ले जा रही लॉरी के पीछे बदहवास दौड़ती रही जब तक वो अस्पताल नहीं पहुंचा. हावेरी के सरकारी पशु अस्पताल में 3 दिनों तक बछड़े का इलाज चलता रहा और गाय वहां से हिली नहीं. अपने बछड़े का ज़ख्म सहलाती रही. हावेरी पशु चिकित्सालय के डॉक्टर एच डी सन्नाकि ने एनडीटीवी को बताया कि "बछड़ा अब बिल्कुल ठीक है और इलाज के बाद वापस उसके मालिक के पास भेज दिया गया है. घायल होने की वजह से उसे टेटनेस हो गया था. बछड़े को 25 तारीख को अस्पताल लाया गया था और 28 तारीख को वापस भेज दिया गया."
दरअसल सड़क दुर्घटना में बछड़े का एक पैर ज़ख्मी हो गया था. इलाज नहीं होने की वजह से ज़हर फैल गया और फिर वह बेहोश होकर गिर पड़ा. तब उसके मालिक ने अस्पताल को ख़बर दी और फिर जयप्रकाश नारायण चौक से पशु चिकित्सालय जो कि तक़रीबन आधा किलोमीटर की दूरी पर है, वहां तक ये गाय लॉरी के पीछे दौड़ती रही.
VIDEO: घायल बछड़े को अस्तपताल ले जाती लॉरी के पीछे दौड़ती रही गाय
इस नजारे को देखकर आस-पास के लोगों की आंखें भी नम हो गईं. ये उन लोगों के लिए एक सीख है जो ये सोचते हैं कि ममता सिर्फ इंसानों में ही होती है.
दरअसल सड़क दुर्घटना में बछड़े का एक पैर ज़ख्मी हो गया था. इलाज नहीं होने की वजह से ज़हर फैल गया और फिर वह बेहोश होकर गिर पड़ा. तब उसके मालिक ने अस्पताल को ख़बर दी और फिर जयप्रकाश नारायण चौक से पशु चिकित्सालय जो कि तक़रीबन आधा किलोमीटर की दूरी पर है, वहां तक ये गाय लॉरी के पीछे दौड़ती रही.
VIDEO: घायल बछड़े को अस्तपताल ले जाती लॉरी के पीछे दौड़ती रही गाय
इस नजारे को देखकर आस-पास के लोगों की आंखें भी नम हो गईं. ये उन लोगों के लिए एक सीख है जो ये सोचते हैं कि ममता सिर्फ इंसानों में ही होती है.
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