वास्तुकला की शानदार विरासत और जीवंत संस्कृति के लिए मशहूर ऐतिहासिक शहर जयपुर ने शनिवार को यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल सूची में जगह बना ली. अहमदाबाद के बाद इस तरह की पहचान पाने के साथ जयपुर देश का दूसरा शहर बन गया है. बाकू (अजरबैजान) में 30 जून से 10 जुलाई तक यूनेस्को की विश्व धरोहर कमेटी के 43वें सत्र के बाद इसकी घोषणा की गयी. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कमेटी ने जयपुर के नामांकन पर गौर किया. सूची में इसे शामिल करने के लिए ज्यादातर देशों ने इसका समर्थन किया. यूनेस्को ने शनिवार दोपहर ट्वीट किया, ‘भारत के राजस्थान में जयपुर शहर को यूनेस्को के विश्व धरोहर स्थल के तौर पर चिन्हित किया गया.'
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जयपुर के शामिल होने के साथ यूनेस्को की विश्व विरासत सूची में भारत में विरासत स्थलों की संख्या बढ़कर 38 हो गयी है. इसमें 30 सांस्कृतिक संपत्ति, सात प्राकृतिक संपत्ति और एक मिश्रित स्थल है. अहमदाबाद भारत का ऐसा पहला शहर है जिसे 2017 में इस विशिष्ट सूची में जगह मिली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जयपुर को यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल के तौर पर चिन्हित किए जाने पर खुशी जतायी. मोदी ने ट्वीट किया, ‘जयपुर संस्कृति और शौर्य के साथ जुड़ा शहर है. मनोहर और ऊर्जावान, जयपुर का आतिथ्य दुनिया भर के लोगों को आकर्षित करता है. खुशी है कि यूनेस्को ने इस शहर को विश्व धरोहर स्थल के तौर पर चिन्हित किया है.'
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राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जयपुर शहर को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल किए जाने पर खुशी व्यक्त करते हुए इसे गर्व की बात बताया है. गहलोत ने ट्वीट किया, ‘यह बहुत गर्व की बात है कि पिंक सिटी जयपुर को यूनेस्को ने विश्व धरोहर स्थल घोषित किया है. इससे राजस्थान की राजधानी का गौरव और बढ़ेगा.' गहलोत ने उम्मीद जताई कि इससे जयपुर में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा तथा स्थानीय अर्थव्यवस्था मजबूत होगी. यूनेस्को भारत कार्यालय के निदेशक एरिक फाल्ट ने कहा कि 2018 में मुंबई के विक्टोरियन गोथिक एंड आर्ट डेको इनसेंबल के सफल नामांकन के बाद यह दर्जा भारत के शानदार विरासत स्थल का एक और प्रमाण है.
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फाल्ट ने कहा, ‘मैं इस सफल नामांकन के लिए भारत सरकार, राजस्थान सरकार और जयपुर शहर को तहे दिल से बधाई देता हूं' एक वरिष्ठ अधिकारी ने बतााया कि आईसीओएमओएस (स्मारक और स्थल पर अंतरराष्ट्रीय परिषद) ने 2018 में शहर का निरीक्षण किया था. नामांकन के बाद बाकू में डब्ल्यूएचसी ने इस पर गौर किया और इसे यूनेस्को विश्व विरासत स्थल सूची में शामिल किया. राजस्थान में ऐतिहासिक शहर जयपुर की स्थापना सवाई जय सिंह द्वितीय के संरक्षण में हुई थी। सांस्कृतिक रूप से संपन्न राज्य राजस्थान प्रदेश की राजधानी है.
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