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This Article is From Nov 27, 2016

नोटबंदी को नीतीश कुमार के समर्थन का राजनीतिक मतलब न निकाला जाए : उपेन्द्र कुशवाहा

नोटबंदी को नीतीश कुमार के समर्थन का राजनीतिक मतलब न निकाला जाए : उपेन्द्र कुशवाहा
केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा (फाइल फोटो).
नई दिल्ली: नोटबंदी के मुद्दे पर संसद में विपक्ष के शोर शराब को चर्चा से भागने का प्रयास करार देते हुए केंद्रीय मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि सरकार पहले ही दिन से चर्चा को तैयार है लेकिन विपक्ष नियमों का बहाना बनाकर सदन में हंगामा कर रहा है और चर्चा से भाग रहा है क्योंकि उनके पास कहने के लिए कुछ नहीं है.

नोटबंदी का बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा समर्थन करने के बारे में कुशवाहा ने कहा कि उन्होंने भी शराबबंदी का समर्थन किया था और अगर नोटबंदी की अच्छी पहल का नीतीश समर्थन करते हैं तो इसमें कोई राजनीतिक कोण नहीं निकाला जाना चाहिए .

उपेन्द्र कुशवाहा ने ‘भाषा’ से बातचीत में कहा, ‘‘सरकार पहले ही दिन से चर्चा को तैयार है. हम इस मुद्दे पर चर्चा करना चाहते हैं. विपक्ष के लोग चर्चा से भाग रहे हैं. विपक्ष सदन में हंगामा कर रहा है और कार्यवाही बाधित कर रहा है. राज्यसभा में तो चर्चा शुरू भी हो चुकी है तब नियमों को बहाना नहीं बनाया जाना चाहिए. ’’ उन्होंने कहा, ‘‘अब चर्चा किस नियम के तहत होगी, यह लोकसभा में स्पीकर और राज्यसभा में सभापति के अधिकार क्षेत्र में आता है. ’’

नीतीश कुमार द्वारा नोटबंदी का समर्थन करने और जदयू एवं भाजपा के करीब आने की खबरों के बारे में पूछे जाने पर कुशवाहा ने कहा, ‘‘नीतीश कुमार के बयान एवं नोटबंदी के समर्थन का राजनीतिक मतलब नहीं निकाला जाना चाहिए. नीतीश कुमार की सरकार ने जब शराबबंदी लागू की थी, तब हमने भी उसकी प्रशंसा की थी. इसमें कोई कोण नहीं निकाला जाना चाहिए. ’’ उत्तरप्रदेश में आसन्न विधानसभा चुनाव के संदर्भ में केंद्र में सत्तारूढ़ राजग की रालोसपा अध्यक्ष ने कहा कि बिहार चुनाव के दौरान भाजपा नीत राजग ने कुछ गलतियां की थी जिसके कारण उसे हार का सामना करना पड़ा और उत्तरप्रदेश में आसन्न विधानसभा चुनाव में अतीत के अनुभवों से सीख लेते हुए ऐसी गलतियों को नहीं दोहराया जाना चाहिए.

उन्होंने इस बात की संभावना जताई कि उत्तरप्रदेश में आसन्न महत्वपूर्ण चुनाव में राजग जीत दर्ज करेगी. उन्होंने कहा कि सहयोगी दल इस परिपेक्ष्य में चर्चा करेंगे.  कुशवाहा ने कहा, ‘‘बिहार चुनाव में हमें हार का सामना करना पड़ा था.. उत्तरप्रदेश में आसन्न चुनाव में ऐसी गलतियों को नहीं दोहराया जाना चाहिए. अगर हमने गलतियां नहीं की होतीं तो हमें ऐसी हार का सामना नहीं करना पड़ता. भाजपा और हम सभी को इन गलतियों से सबक लेना चाहिए. ’’ केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय लोक समता पार्टी की टीम उत्तरप्रदेश का दौरा कर रही है और उन सीटों की पहचान कर रही जिन पर चुनाव लड़ा जा सकता है.

उन्होंने कहा कि हम सीटों की संख्या के बारे में कुछ नहीं कह रहे लेकिन हम उत्तरप्रदेश में चुनाव लड़ना चाहते हैं. यह स्वाभाविक है कि कोई भी पार्टी सभी सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है और सभी सीटें जीतना चाहती है लेकिन ऐसा नहीं हो पाता है. इसमें झांसी सहित बुंदेलखंड के क्षेत्र शामिल हैं. यह पूछे जाने पर कि ऐसी खबरें आई हैं कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, भाजपा के करीब जा रहे हैं, कुशवाहा ने कहा कि इससे वह अपनी पुरानी छवि नहीं प्राप्त कर सकते हैं.

नई शिक्षा नीति के बारे में एक सवाल के जवाब में कुशवाहा ने कहा कि इस बारे में लोगों की राय मिल गई है. इस पर काम हो रहा है. सीबीएसई दसवीं बोर्ड अनिवार्य बनाने के बारे में एक सवाल के जवाब में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस बारे में निर्णय हो गया है और 2018 में होने वाली बोर्ड परीक्षा में यह फैसला लागू होगा.

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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