
Neeraj Chopra Big Statement: स्टार भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने बीते गुरुवार (15 मई) को स्पष्ट किया कि उनकी और अरशद नदीम की कभी भी करीबी दोस्ती नहीं थी और साथ ही कहा कि हाल में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच चीजें पहले जैसी नहीं रहेंगी. पिछले महीने पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद चोपड़ा और उनके परिवार को सोशल मीडिया पर अपशब्दों का सामना करना पड़ा था, क्योंकि इस स्टार एथलीट ने बेंगलुरु में एनसी क्लासिक में पाकिस्तान के नदीम को आमंत्रित किया था. हालांकि यह अब स्थगित हो चुकी है. दो बार के ओलंपिक पदक विजेता और मौजूदा विश्व चैंपियन ने चोपड़ा से यहां डायमंड लीग की पूर्व संध्या पर नदीम के साथ दोस्ती के बारे में पूछे जाने पर स्पष्ट जवाब दिया.
नदीम ने पिछले साल पेरिस ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीता था, जबकि चोपड़ा 2021 में टोक्यो चरण में पोडियम पर शीर्ष पर रहे थे. चोपड़ा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पत्रकारों से कहा, 'सबसे पहले मैं यह स्पष्ट करना चाहूंगा कि मेरा (नदीम के साथ) बहुत मजबूत रिश्ता नहीं है. हम कभी भी करीबी दोस्त नहीं थे, लेकिन इस वजह (भारत-पाक सीमा पर तनाव) से अब हमारे बीच बातचीत पहले जैसी नहीं होगी. पर अगर कोई मुझसे सम्मान से बात करता है तो मैं भी सम्मान से ही बात करता हूं.'
उन्होने कहा, 'बतौर खिलाड़ी हमें बातचीत करनी होगी. दुनिया भर में खेल समुदाय में मेरे कुछ अच्छे दोस्त हैं जो सिर्फ भाला फेंक में ही नहीं हैं बल्कि अन्य खेलों में भी हैं. अगर कोई मुझसे सम्मानपूर्वक बात करता है तो मैं भी उससे पूरे सम्मान के साथ बात करूंगा.' हरियाणा के स्टार ने कहा, 'भाला फेंक में बहुत छोटा समुदाय है और हर कोई अपने देश के लिए प्रतिस्पर्धा कर रहा है और हर कोई अपना सर्वश्रेष्ठ देना चाहता है.'
पेरिस खेलों के रजत विजेता स्टार ने पहले कहा था कि नदीम को उनके सम्मान में आयोजित टूर्नामेंट में प्रतिस्पर्धा करने के लिए आमंत्रित किए जाने के बाद सोशल मीडिया पर अपमानजनक पोस्ट में उनके और उनके परिवार की ईमानदारी पर सवाल उठाए जाने से उन्हें बहुत दुख हुआ है. चोपड़ा ने तब स्पष्ट किया था कि एनसी क्लासिक के लिए निमंत्रण पहलगाम आतंकी हमले से एक दिन पहले भेजे गए थे जिसमें 26 लोग मारे गए थे.
चोपड़ा ने दिग्गज जान जेलेंजी को अपना कोच बनाया है और उन्होंने कहा कि शुरुआत में कुछ चुनौतियों का सामना करने के बाद वह तीन बार के ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता चेक गणराज्य दिग्गज के साथ अच्छी तरह से घुलमिल गए हैं. उन्होंने कहा, 'शुरुआत में जान (मौजूदा कोच) के साथ काम करना थोड़ा अलग था. पूर्व कोच क्लॉस बार्टोनिट्ज की तुलना में उनकी शैली अलग है और शुरुआत में यह चुनौतीपूर्ण था लेकिन अब बहुत अच्छा चल रहा है.'
चोपड़ा ने कहा, 'जान एक दिग्गज एथलीट हैं, तो उनकी मौजूदगी से न केवल ट्रेनिंग में बल्कि अन्य चीजों में भी मुझे मदद मिली है जैसे मानसिक रूप से मजबूत कैसे होना है. मजबूत मानसिकता के साथ टूर्नामेंट में कैसे प्रतिस्पर्धा करनी है.' उन्होंने कहा, 'मैं बहुत अच्छा महसूस कर रहा हूं क्योंकि मैं जान जेलेजनी से ट्रेनिंग ले रहा हूं, हर कोई उनके बारे में जानता है. दक्षिण अफ्रीका में टूर्नामेंट एक तरह से ट्रेनिंग प्रतियोगिता की तरह था. यह मेरे लिए अच्छा रहा और मैं अब कल के लिए तैयार हूं.'
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