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Paralympics 2024: 1968 में लिया पहली बार हिस्सा, 1972 में आया पहला मेडल, जानें अब तक पैरालंपिक खेलों में कितने मेडल जीत चुका है भारत

India at Paralympics: पैरालंपिक खेलों का पहला पदक भारत को 1972 में मुरलीकांत पेटकर ने दिलाया था. तैराक मुरलीकांत ने 50 मीटर फ़्रीस्टाइल 3 तैराकी स्पर्धा में 37.33 सेकंड के समय के साथ विश्व रिकॉर्ड बनाया था.

Paralympics 2024: 1968 में लिया पहली बार हिस्सा, 1972 में आया पहला मेडल, जानें अब तक पैरालंपिक खेलों में कितने मेडल जीत चुका है भारत
Paralympics Games: भारत ने इस साल अपना सबसे बड़ा दल भेजा है. भारत अब तक 31 मेडल जीत चुका है और भारत की कोशिश इस बार 25 से अधिक मेडल हासिल करने पर होगी

पेरिस अपने पहले पैरालंपिक खेलों की मेजबानी के लिए पूरी तरह से तैयार है. बुधवार देर रात होने वाली ओपनिंग सेरेमनी के साथ ही पैरालंपिक खेलों की शुरुआत होगी. भारत ने इस बात 84 एथलीटों का एक दल भेजा है. यह पैरालंपिक पिक खेलों में अब तक भारत का सबसे बड़ा दल है. ऐसे में भारत को इस बार अधिक पदकों की भी उम्मीद है. भारत ने 1972 में पैरालंपिक खेलों का अपना पहला पदक जीता था. भारत अब तक इन खेलों में 31 मेडल जीत चुका है और वो ऑल टाइम मेडल टैली में 57वें स्थान पर है. भारत ने पैरालंपिक में 9 गोल्ड, 12 सिल्वर और 10 ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किए हैं. भारत ने टोक्यो में 19 पदक जीते थे और इस बार भारत की उम्मीद 25 से अधिक पदकों पर है. भारत इस बार 12 खेलों में हिस्सा ले रहा है.

जाने पैरालंपिक में भारत ने कब-कब जीते हैं पदक

1972 हीडलबर्ग पैरालिंपिक

पैरालंपिक खेलों का पहला पदक भारत को 1972 में मुरलीकांत पेटकर ने दिलाया था. तैराक मुरलीकांत ने 50 मीटर फ़्रीस्टाइल 3 तैराकी स्पर्धा में 37.33 सेकंड के समय के साथ विश्व रिकॉर्ड बनाया था भारत की झोली में स्वर्ण पदक आया था.

1984 स्टोक मैंडेविल/न्यूयॉर्क पैरालंपिक

1984 हुए पैरालंपिक खेलों में भारत के लिए जोगिंदर सिंह बेदी ने एक से अधिक पदक जीतकर इतिहास रचा था. जोगिंदर सिंह बेदी एक ही संस्करण में एक से अधिक पदक जीतने वाले पहले पैरा-एथलीट बने थे. उन्होंने गोला फेंक, भाला फेंक और डिस्कस थ्रो स्पर्धाओं में भाग लिया और तीनों में पदक जीते थे. बेदी के अलावा भीमराव केसरकर ने जेवलिन में भारत के लिए पदक जीता था. जोगिंदर सिंह बेदी ने पुरुष शॉटपुट एल6 स्पर्धा में रजत पदक जीता था. इसके बाद उन्होंने पुरुष भाला L6 स्पर्धा में कांस्य जीता था. जबकि पुरुष डिस्कस थ्रो L6 स्पर्धा में उन्होंने कांस्य पदक जीता था. वहीं भीमराव केसरकर ने पुरुष भाला L6 स्पर्धा का रजत पदक अपने नाम किया था.

2004 एथेंस पैरालंपिक

दिग्गज पैरा एथलीट देवेन्द्र झाझरिया ने एथेंस में अपना पहला पैरालंपिक पदक जीता था. उन्होंने पुरुषों की भाला फेंक में स्वर्ण पदक जीता था. एथेंस पैरालंपिक में भारत को दूसरा पदक राजिंदर सिंह रहेलू ने दिलाया था. देवेन्द्र झाझरिया ने पुरुष भाला F44/46 स्पर्धा का स्वर्ण पदक जीता था. जबकि राजिंदर सिंह रहेलू ने पावरलिफ्टिंग में पुरुषों की 56 किग्रा स्पर्धा का कांस्य पदक जीता था.

2012 लंदन पैरालंपिक

लंदन पैरालंपिक में भारत को केवल एक पदक मिला था. भारत के लिए गिरीश नागराजेगौड़ा ने पुरुषों की ऊंची कूद F42 स्पर्धा का रजत पदक जीता था.

2016 रियो डी जनेरियो पैरालंपिक

रियो डी जनेरियो में हुए खेलों में भारत को चार पदक मिले थे. देवेन्द्र झाझरिया ने अपने करियर का दूसरा गोल्ड जीतकर इतिहास रचा था. झाझरिया 2016 में दो पैरालंपिक दो स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारत एथलीट बने थे. झाझरिया के अलावा मरियप्पन थंगावेलु ने भी ऊंची कूद में स्वर्ण पदक जीता था. इसके अलावा दीपा मलिक ने 2016 में पदक जीता था और वो पहली भारतीय महिला पैरा-एथलीट थीं, जिन्होंने पदक जीता था.  

देवेन्द्र झाझरिया ने पुरुष भाला F46 स्पर्धा में गोल्ड जीता था जबकि मरियप्पन थंगावेलु ने पुरुषों की ऊंची कूद F42 स्पर्धा में स्वर्ण जीता था. वहीं दीपा मलिक ने महिला गोला फेंक F53 स्पर्धा में रजत पदक जीता था. जबकि वरुण सिंह भाटी ने पुरुषों की ऊंची कूद F42 स्पर्धा का कांस्य पदक अपने नाम किया था.

2020 टोक्यो पैरालंपिक

भारत ने टोक्यो में अपना अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 19 पदक जीते थे, जिसमें पांच गोल्ड थे. भारत ने खेलों में कम से कम एक पदक जीतने वाले 78 देशों के बीच 24वें स्थान पर रहा था और यह मेडल टैली में भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था. निशानेबाज अवनि लेखरा ने दो पदक जीते थे और पहली भारतीय महिला एथलीट थी, जिन्होंने खेलों के एक संस्करण में दो पदक जीते थे, जबकि वो स्वर्ण जीतने वाली पहली भारतीय महिला पैरा-एथलीट थी.

भारत ने जीते थे पांच स्वर्ण

टोक्यो पैरालंपिक में भारत के लिए अवनि लेखरा ने निशानेबाजी में महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल SH1 स्पर्धा में स्वर्ण जीता था. जबकि सुमित अंतिल ने पुरुषों की भाला फेंक F64 स्पर्धा में स्वर्ण जीता था. वहीं मनीष नरवाल ने निशानेबाजी में मिश्रित 50 मीटर पिस्टल SH1 स्पर्धा का स्वर्ण पदक जीता था. प्रमोद भगत ने बैडमिंटन पुरुष एकल SL3 स्पर्धा का स्वर्ण पदक जीता था. जबकि कृष्णा नगर ने बैडमिंटन में पुरुष एकल SH6 स्पर्धा में स्वर्ण जीता था.

टोक्यो में भारत के लिए भावना पटेल ने बैडमिंटन में महिला एकल C4 स्पर्धा में, निशाद कुमार ने पुरुषों की ऊंची कूद T47 स्पर्धा में, योगेश कथूनिया ने पुरुष डिस्कस थ्रो F56 स्पर्धा में, देवेन्द्र झाझरिया ने पुरुष भाला F46 स्पर्धा में, मरियप्पन थंगावेलु ने पुरुषों की ऊंची कूद T63 स्पर्धा में, प्रवीण कुमार ने पुरुष ऊंची कूद T64 स्पर्धा में, सिंहराज अधाना ने पुरुषों की 50 मीटर पिस्टल SH1 स्पर्धा में, सुहास लालिनाकेरे यथिराज ने पुरुष एकल SL4 स्पर्धा में रजत पदक जीता था.

वहीं सुंदर सिंह गुर्जर ने पुरुषों की भाला फेंक F46 स्पर्धा में, सिंहराज अधाना ने शूटिंग में पुरुषों की 10 मीटर एयर पिस्टल SH1 स्पर्धा में, शरद कुमार ने एथलेटिक्स में पुरुषों की ऊंची कूद T63 स्पर्धा में,  अवनि लेखरा ने शूटिंग में महिलाओं की 50 मीटर राइफल 3 पोजिशन SH1 स्पर्धा में, हरविंदर सिंह ने तीरंदाजी में पुरुष व्यक्तिगत रिकर्व ओपन स्पर्धा में, मनोज सरकार ने बैडमिंटन में पुरुष एकल SL3 स्पर्धा में कांस्य पदक जीता था.

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