NIT श्रीनगर में 1 अप्रैल को तिरंगा फहराने को लेकर स्थानीय और बाहरी छात्रों में झड़प हुई थी
नई दिल्ली:
हाल में हुए विवाद के बाद एनआईटी श्रीनगर को कहीं और स्थापित करने से केंद्र सरकार के इनकार के बाद गैर-कश्मीरी छात्रों ने मंगलवार को मांग की कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी या मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी संस्थान परिसर का दौरा करें और छात्रों में सुरक्षा की भावना पैदा करने के लिए वहां तिरंगा फहराएं।
छात्रों ने 19 मांगें रखी
स्मृति ईरानी को लिखे गए पत्र में छात्रों ने 19 मांगें रखी हैं, जिसमें परिसर में सीआरपीएफ की स्थायी तैनाती, कॉलेज प्रशासन में फेरबदल, छात्र परिषद का गठन, परीक्षा की मार्कशीटों का मूल्यांकन बाहर कराने का विकल्प और संस्थान में राष्ट्रीय पर्व मनाना शामिल है। मंगलवार को मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अधिकारियों को यह पत्र दिया गया।
छात्रों ने अपने पत्र में लिखा, 'हम माननीय मानव संसाधन विकास मंत्री या भारत के प्रधानमंत्री से अनुरोध करते हैं कि आप दोनों में से कोई एक एनआईटी श्रीनगर के छात्रों के साथ आएं और परिसर में पूरी उंचाई पर तिरंगा फहराए। इससे छात्रों का अवकाश भी खत्म हो सकेगा और उनमें सुरक्षा की भावना भी पैदा हो सकेगी।'
'संदिग्धों की जांच की जाए'
उन्होंने लिखा, 'इससे यह संदेश भी दोहराया जा सकेगा कि कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और इससे परिसर तथा बाहर के देशद्रोही तत्वों पर छात्रों को मनोवैज्ञानिक जीत भी मिलेगी।' छात्रों ने हालिया हिंसक घटनाओं के 'संदिग्धों' के खिलाफ जांच कराने की भी मांग की और जख्मी छात्रों के इलाज पर आए खर्च की वसूली कॉलेज के अधिकारियों से करने की मांग की।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
छात्रों ने 19 मांगें रखी
स्मृति ईरानी को लिखे गए पत्र में छात्रों ने 19 मांगें रखी हैं, जिसमें परिसर में सीआरपीएफ की स्थायी तैनाती, कॉलेज प्रशासन में फेरबदल, छात्र परिषद का गठन, परीक्षा की मार्कशीटों का मूल्यांकन बाहर कराने का विकल्प और संस्थान में राष्ट्रीय पर्व मनाना शामिल है। मंगलवार को मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अधिकारियों को यह पत्र दिया गया।
छात्रों ने अपने पत्र में लिखा, 'हम माननीय मानव संसाधन विकास मंत्री या भारत के प्रधानमंत्री से अनुरोध करते हैं कि आप दोनों में से कोई एक एनआईटी श्रीनगर के छात्रों के साथ आएं और परिसर में पूरी उंचाई पर तिरंगा फहराए। इससे छात्रों का अवकाश भी खत्म हो सकेगा और उनमें सुरक्षा की भावना भी पैदा हो सकेगी।'
'संदिग्धों की जांच की जाए'
उन्होंने लिखा, 'इससे यह संदेश भी दोहराया जा सकेगा कि कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और इससे परिसर तथा बाहर के देशद्रोही तत्वों पर छात्रों को मनोवैज्ञानिक जीत भी मिलेगी।' छात्रों ने हालिया हिंसक घटनाओं के 'संदिग्धों' के खिलाफ जांच कराने की भी मांग की और जख्मी छात्रों के इलाज पर आए खर्च की वसूली कॉलेज के अधिकारियों से करने की मांग की।
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