नेल्लोर (आंध्र प्रदेश):
आंध्र प्रदेश के नेल्लोर में तेज़ाब से जलाई गई गर्भवती महिला एस. गिरिजा अपने घावों से उबरने की कोशिश कर रही है, लेकिन गिरिजा की इस दर्दभरी कहानी में दिल दहला देने वाला तथ्य यह है कि उसके ससुराल वालों ने पिछले महीने सिर्फ इसलिए उस पर तेज़ाब फेंक दिया था, क्योंकि कथित रूप से किसी ज्योतिषी के मुताबिक पहले से एक डेढ़-वर्षीय बेटी की मां गिरिजा के गर्भ में इस बार भी बेटा नहीं, बेटी पल रही थी.
पुलिस का कहना है कि पिछले महीने ज्योतिषी द्वारा की गई भविष्यवाणी के बाद 27-वर्षीय गिरिजा की सास और ननद ने उसे मार डालने का फैसला किया, और आखिरकार 19 अगस्त को उसके पेट पर तेज़ाब फेंक दिया. इस हमले से गिरिजा का शरीर 30 प्रतिशत जल गया था, और वह अब तक अपने घावों के भरने का इंतज़ार कर रही है. गिरिजा को हमले के बाद उसके पड़ोसियों ने पहुंचकर बचाया था, और अस्पताल भी पहुंचाया था.
फिलहाल यह जानकारी नहीं मिल पाई है कि गिरिजा पर किस तरह का तेज़ाब फेंका गया था, और यह पता लगाने के लिए टेस्ट किए जा रहे हैं. वैसे, सुप्रीम कोर्ट के आदेश से तेज़ाब की खुली बिक्री पर रोक लगाई जा चुकी है, लेकिन इस कानून का उल्लंघन पूरे देश में काफी आम है.
पुलिस को इस मामले की जानकारी 26 अगस्त को मिली थी, और उन्होंने ससुराल वालों के खिलाफ हत्या की कोशिश का मुकदमा दर्ज कर लिया है. गिरिजा के पति तथा ससुर को गिरफ्तार भी कर लिया गया है. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने NDTV को बताया, "हम कैमिकल एनैलिसिस रिपोर्ट का इंतज़ार कर रहे हैं... ऐसा लगता है कि उन्होंने कैरोसीन (मिट्टी का तेल या घासलेट) में कोई कैमिकल मिलाया था और गिरिजा पर उलट दिया था... हम फिलहाल गिरिजा की सास को तलाश कर रहे हैं..."
वैसे, नेल्लोर में प्रति 1,000 लड़कों पर 939 लड़कियों का जन्म होता है, और यह आंकड़ा औसत जन्म लिंगानुपात से काफी कम है.
पुलिस का कहना है कि पिछले महीने ज्योतिषी द्वारा की गई भविष्यवाणी के बाद 27-वर्षीय गिरिजा की सास और ननद ने उसे मार डालने का फैसला किया, और आखिरकार 19 अगस्त को उसके पेट पर तेज़ाब फेंक दिया. इस हमले से गिरिजा का शरीर 30 प्रतिशत जल गया था, और वह अब तक अपने घावों के भरने का इंतज़ार कर रही है. गिरिजा को हमले के बाद उसके पड़ोसियों ने पहुंचकर बचाया था, और अस्पताल भी पहुंचाया था.
फिलहाल यह जानकारी नहीं मिल पाई है कि गिरिजा पर किस तरह का तेज़ाब फेंका गया था, और यह पता लगाने के लिए टेस्ट किए जा रहे हैं. वैसे, सुप्रीम कोर्ट के आदेश से तेज़ाब की खुली बिक्री पर रोक लगाई जा चुकी है, लेकिन इस कानून का उल्लंघन पूरे देश में काफी आम है.
पुलिस को इस मामले की जानकारी 26 अगस्त को मिली थी, और उन्होंने ससुराल वालों के खिलाफ हत्या की कोशिश का मुकदमा दर्ज कर लिया है. गिरिजा के पति तथा ससुर को गिरफ्तार भी कर लिया गया है. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने NDTV को बताया, "हम कैमिकल एनैलिसिस रिपोर्ट का इंतज़ार कर रहे हैं... ऐसा लगता है कि उन्होंने कैरोसीन (मिट्टी का तेल या घासलेट) में कोई कैमिकल मिलाया था और गिरिजा पर उलट दिया था... हम फिलहाल गिरिजा की सास को तलाश कर रहे हैं..."
वैसे, नेल्लोर में प्रति 1,000 लड़कों पर 939 लड़कियों का जन्म होता है, और यह आंकड़ा औसत जन्म लिंगानुपात से काफी कम है.
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